
सर्दियों का मौसम बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र (इम्युन सिस्टम) वाले लोगों के लिए परेशानी भरा साबित हो सकता है। इस मौसम में फ्लू, सांस की समस्या, कानों का संक्रमण और पेट की समस्याएं खासतौर से परेशान करती हैं। अधिकांश सामान्य वयस्क जहां साल में तीन से चार बार सर्दी-जुकाम से पीड़ित होते हैं, वहीं गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोगों के लिए यह ज्यादा परेशानी का कारण हो सकता है। ऐसे में फ्लू शॉट या इंफ्लूएंजा वैक्सीन लेने की बहुत जरूरत होती है। लेकिन क्या आप फ्लू शॉट अर्थात मौसमी फ्लू के टीके के बारे में सभी जरूरी बाते जानते हैं? यदि नहीं, तो हम आपको इसके बारे में विस्तार जानकारी देने हैं।
मौसमी फ्लू विशेषकर सर्दी के मौसम की शुरुआत में होता है। सर्दी, छींक, खांसी, गले में दर्द, बदन दर्द व बुखार मौसमी फ्लू के सामान्य लक्षण होते हैं। तो सर्दियों या बरसात का मौसम है और आप फ्लू शॉट या इंफ्लूएंजा वैक्सीन लेने की सोच रहे हैं? तो यह सही समय है कि आप फ्लू वैक्सीन का टीका लगवा लें। फ्लू होने की शुरुआत अक्सर मौसम में परिवर्तन के साथ ही शुरू होती है। इंफ्लूएंजा वैक्सीन को फ्लू की रोकथाम के लिए एक कारगर उपाय माना गया है। यही कारण है कि अमेरिकी संस्था सीडीसी (सेंटर्स फॉर डिसिजेज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) 6 महीने को बच्चा हो या 60 साल का बुजुर्ग, सभी के लिए यह वैक्सीन लेने की सलाह देता है।

क्या है फ्लू शॉट ?
फ्लू शॉट एक प्रकार का निष्क्रिय टीका होता है। जिसमें विषाणुओं को नष्ट करने की क्षमता होती है। आमतौर पर इस दवा को सुई की मदद से दिया जाता है। वर्तमान समय में फ्लू शॉट तीन प्रकार के इंफ्लूएंजा वायरस से हमारा बचाव कर सकता है।
वैक्सीन का काम
फ्लू वैक्सीन दरअसल हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। और जब विषाणु किसी ऐसे इंसान के शरीर में प्रवेश करते हैं, जिसने पहले से फ्लू शॉट लिया हुआ है तो रोग प्रतिकारक इन विषाणुओं पर हमला कर देते हैं और उन्हें मार डालते हैं और इससे हमारा फ्लू से बचाव हो पाता है।
फ्लू शॉट के प्रकार
फ्लू शॉट तीन प्रकार के होते हैं
रेगुलर फ्लू शॉट
रेगुलर फ्लू शॉट को 6 महीने या उससे अधिक उम्र के बच्चों, स्वस्थ लोगों, गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोगी होता है और इन्हें दिया जाता है।
हाई डोज वैक्सीन
हाई डोज वैक्सीन 65 साल या इससे अधिक आयु के लोगों के लिए फायदेमंद होता है।
इंट्राडरमल वैक्सीन
इंट्राडरमल वैक्सीन 18 से 64 साल की आयु वाले लोगों के लिए फायदेमंद होता है।

किसके है फ्लू शॉट की जरुरत?
चाहे उम्र 6 महीने की हो या 60 साल की, फ्लू शॉट सभी के लिए आवश्यक है।
वो लोग जिन्हें निमोनिया होने की आशंका अधिक होती है
वे लोग जो अस्थमा से पीड़ित होते हैं
मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को
फेफड़ों में किसी प्रकार की समस्या वाले लोगों को
गर्भवती महिलाओं को
65 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोग को
साल में एक बार लगता है ये इंजेक्शन
शिशु रोग विशेषज्ञों के मुताबिक, ये वैक्सीन बच्चों को साल में एक बार लगाई जाती है। पैदा होने के बाद 6 से 7 साल तक की उम्र तक बच्चों को ये इंजेक्शन लगाया जाता है। ये वैक्सीन बच्चों को कई तरह के वायरल से बचाती है। यही कारण है कि अस्थमा से बचाव के लिए भी डॉक्टर इन्हीं वैक्सीन को लेने की सलाह देते हैं।
लेकिन ध्यान रहे कि यदि अंडों से एलर्जी होने पर, फ्लू शॉट से एलर्जी होने पर, 6 माह से कम उम्र के बच्चों को, बुखार से पीड़ित व्यक्ति को यह वैक्सीन नहीं लेना चाहिए।
फ्लू से बचने के लिए वैसे तो इंफ्लूएंजा वैक्सीन लेना ही सबसे अच्छा उपाय है, लेकिन कुछ आवश्यक बातों को ध्यान में रख कर भी आप फ्लू से बचे रह सकते हैं। जैसे कि खांसते या छीकते स मय अपनी नाक और मुंह को किसी कपड़े से ढक लें, अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह साफ करें, अपने आंख, नाक, मुंह को बार-बार न छूएं, बीमार लोगों के कपड़ों के संपर्क में आने से बचें तथा यदि आपको फ्लू है तो करीब 24 घंटे तक घर से बाहर न निकलें। इसके अलावा संतुलित भोजन, व्यायाम और पर्याप्त नींद भी फ्लू की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।
Read More Articles On Cold & Flu in Hindi.
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version