तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) वो स्टार किड हैं, जो कि जन्म के बाद से ही लाइमलाइट में रहते हैं। पर अब जल्द ही तैमूर की इस लाइमलाइट को चुराने वाला कोई भाई या बहन आने वाला है। जी हां, दरअसल करीना कपूर खान और सैफ अली खान ने हाल ही में एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि वे एक बार फिर से माता-पिता (Kareena Kapoor Expecting Her Second Child) बनने के लिए तैयार हैं। इस बात से उनके परिवार, दोस्त और फैन्स बेहद खुश हैं, पर कोरोना काल में प्रेग्नेंसी प्लान करने से जुड़े कुछ खतरे भी हैं। दरअसल कोरोनावायरस महामारी के दौरान गर्भावस्था को अतिरिक्त देखभाल और सावधानियों की आवश्यकता होगी क्योंकि जरा सी लापरवाही में ये वायरस गर्भवती मां और उसके बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है।
कोरोना के दौरान बेबी प्लानिंग (Corona Virus And Pregnancy)
COVID-19 के बारे में सबसे बड़ी चिंताओं में से एक ये भी है कि यह संक्रमण गर्भवती महिलाओं और उनके अजन्मे बच्चों को कैसे प्रभावित करता है। हालांकि इसके सबूत बेहद सीमित हैं और शुरुआती शोध से पता चलता है कि गर्भ में वायरस का संक्रमण नहीं हो सकता है। पर भी प्रेग्नेंसी में COVID-19 को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। हाल ही में स्वास्थ्य पेशेवरों की एक वेबिनार में, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने तीसरी तिमाही में COVID-19 वाली चीन की 34 महिलाओं के स्वास्थ्य डेटा के मूल्यांकन से अपने निष्कर्षों को साझा किया, जो किकोरोना के दौरान बेबी प्लानिंग के बड़े खतरे के बारे में बताते हैं।
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गर्भवती जानें क्या हैं कोविड-19 के जोखिम (risks of planning pregnancy during covid-19)?
- -सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के द्वारा किए गए इस अध्ययन में बताया कि COVID-19 वाली गर्भवती महिलाओं में समय से पहले प्रसव होने का अधिक खतरा होता है और औसतन नियत तारीख से 4 सप्ताह पहले 36 सप्ताह के आसपास जन्म देती हैं।
- -अधिक गंभीर मामलों में, कोविड-19 निमोनिया का कारण हो सकता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए एक चिंता का विषय है क्योंकि ये उनकी इम्यूनिटी को और कमजोर कर सकता है और साथ में उनके फेफड़े भी प्रभावित हो सकते हैं।
- - फेफड़ो में थोड़ी सी भी परेशानी होने की वजह से अगर गर्भवती महिला गंभीर रूप से ऑक्सीजन की कमी का अनुभव करती है, तो बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचने में परेशानी हो सकती है, जिसके कारण खतरनाक स्थितियां पैदा हो सकती हैं।
- -एक और चिंता का विषय है कि COVID-19 अक्सर बुखार का कारण बनता है और पहली तिमाही में, शरीर का उच्च तापमान भ्रूण के विकास संबंधी विसंगति से जुड़ा हो सकता है।
- - वहीं तीसरी तिमाही में, शरीर का उच्च तापमान रहना डिहाईड्रेशन का कारण बन सकता है, जो समय से पहले प्रसव का जोखिम भी पैदा करता है।

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कोरोनावायरस से बचाव के लिए सावधानियां (Coronavirus Prevention While Pregnant)
1) घर से बाहर निकलते समय अतिरिक्त सावधानियां बरतें
गर्भावस्था में भी कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए सुनिश्चित करें कि आप एक अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क पहनें, जो आपको फिट बैठता है और आपके मुंह और नाक को अच्छी तरह से कवर करता है। एक अतिरिक्त एहतियात के लिए, डॉक्टर के क्लिनिक पर जाने और आवश्यक जांच करवाने के दौरान फेस शिल्ड पहनें। अपने हाथों को साफ करें और स्नान करें या घर वापस आते ही अपने कपड़े बदलें।
2) अपनी रिपोर्टों की सॉफ्ट कॉपी साथ रखें
नियमित जांच और सोनोग्राफी के लिए घर से बाहर निकलते समय पनी रिपोर्टों की सॉफ्ट कॉपी साथ रखें। किसी भी चीज के आदान-प्रदान से बचें। इसके अलावा अपनी रिपोर्ट की सॉफ्ट कॉपी के लिए अपने डॉक्टर से पूछें ताकि आपको हर बार चेकअप के लिए क्लिनिक जाने के लिए ले जाना न पड़े। इसके अलावा, डिजिटल भुगतान करें और नकदी के आदान-प्रदान से बचें।
3) आहार का खास ध्यान रखें
आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का टीकाकरण किया जाता है, ताकि किसी भी संक्रमण और बीमारियों को दूर रखने के लिए मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण हो सके। एक निर्धारित आहार के लिए अपने चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ से परामर्श करें जो आपको और आपके बच्चे को सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करता है और महामारी के दौरान स्वस्थ और सक्रिय रहने में आपकी मदद करता है।
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4) भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं, बाहरी लोगों से बात करने से बचें
सार्वजनिक या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं और बाहरी लोगों से बात करने से बचें। इन दिनों, आपको ऑनलाइन स्टोर से सभी आवश्यक सामान मिलते हैं उसी की मदद लें। आप दवाओं के लिए ऑनलाइन ऑर्डर भी कर सकते हैं। इसलिए, बाहर जाने से भी बचें और अपने परिवार के सदस्यों से कहें कि जब वे बाहर जाएं तो सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ की स्वच्छता बनाए रखें।
इन तनाम चीजों के अलावा गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वो नकारात्मक विचारों से दूर रहें और खुश रहें। दरअसल कोरोनावायरस महामारी ने लोगों को एक से अधिक तरीकों से प्रभावित किया है। इसलिए, एक गर्भवती महिला के परिवार को उसकी पूरी देखभाल करनी चाहिए और उसे खुश रखना चाहिए। एक स्वस्थ शरीर के लिए एक फिट बॉडी और साउंड माइंड जरूरी है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को वह करना चाहिए जो उन्हें खुशी का अनुभव कराए और तनाव न दे। अगर फिर भी कोई आवश्यकता होती है, तो वे काउंसलर से डी-स्ट्रेस या दोस्तों और प्रियजनों के साथ बात कर सकती हैं।
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