6 परेशानियों को दूर करने में है लाभकारी कायफल का तेल, जानें इसे बनाने की विधि

कायफल तेल कई परेशानियों को दूर करने में प्रभावी हो सकता है। आइए जानते हैं इसके फायदे और इस्तेमाल का तरीका  
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6 परेशानियों को दूर करने में है लाभकारी कायफल का तेल, जानें इसे बनाने की विधि

कायफल स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक है। इसके इस्तेमाल से श्वसन समस्याओं को दूर किया जा सकता है।  साथ ही यह आंतों को स्वस्थ रखता है। इसके अलावा कायफल के इस्तेमाल से स्किन की समस्याएं, ब्लड शुगर, मस्तिष्क विकार को दूर करने में लाभकारी हो सकता है। इसमें विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और फ्लैवोनॉयड यौगिक जैसे-  क्वार्सेटिन, मैरिकेटिन, कैटेचिन, मैलिक एसिड, साइट्रिक और टैनिन पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होता है। खासतौर पर कायफल का तेल आपकी कई परेशानियों को दूर करने में प्रभावी होता है। आज हम इस लेख में कायफल तेल बनाने की विधि और फायदों के बारे में बताएंगे। 

कायफल तेल बनाने की विधि ( Kaifal Oil Recipe in Hindi )

आवश्यक सामाग्री

  • कायफल की छाल का चूर्ण - 250 ग्राम 
  • तिल या सरसों का तेल - 500 ग्राम,
  • कपूर - 5 टुकड़ा
  • दालचीनी - 25 ग्राम

विधि

सबसे पहले 1 लोहे की कड़ाही लें। इसमें तेल को गर्म करें। इसके बाद जब तेल थोड़ा गर्म हो जाए, तो इसमें कायफल का चूर्ण डालें। अब इसे धीमी आंच पर पकाएं। इसके बाद इसमें दालचीनी पाउडर डालें। जब सारा चूर्ण तेल में अच्छे से घुल जाए, तो आंच को बंद कर दें। अब तेल को एक सूती कपड़े की मदद से छान लें। जब तेल ठंडा हो जाए, तो कपड़ा निचोड़ लें। 

इसके बाद फिर से तेल को हल्का सा गर्म करके इसमें कपूर डाल दें। जब तेल में कपूर अच्छे से घुल जाए, तो तेल को एक शीशी में भरकर रख लें। अब इस तेल का इस्तेमाल आप जरूरत पड़ने पर कर सकते हैं।

कायफल तेल के फायदे और इस्तेमाल का तरीका (kaifal Benefits and Uses in Hindi)

1. शरीर को रखे गर्म

कायफल का तेल शरीर को गर्म रखने में प्रभावी हो सकता है। इसके लिए कायफल के तेल और इसमें मौजूद बारीक चूर्ण को अपनी छाती, पेट, हाथ, पैर पर मसलें। इससे आपका शरीर गर्म रहता है। साथ ही आपको सर्दी में काफी राहत का अनुभव होता है। 

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2. कान दर्द से राहत

कान दर्द होने पर कायफल तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए कायफल तेल को हल्का सा गर्म कर लें। अब इस तेल की 1 से 2 बूंदे अपने कान में डाल लें। इससे कान के दर्द तेल डालने से आराम मिलेगा।  

3. कान का बहना 

कान बहने पर भी आप इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए कायफल तेल की कुछ बूंदों को दिन में 2 से 3 बार डालें। इससे कान बहने की परेशानी दूर होगी। हालांकि, ध्यान रखें कि अधिक मात्रा में इस तेल का इस्तेमाल न करें। वहीं, एक बार एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

4. अरोमाथेरेपी में कर सकते हैं इस्तेमाल

कायफल तेल का इस्तेमाल अरोमा थेरेपी में किया जा सकता है। इससे ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी श्वसन समस्याएं दूर हो सकती हैँ। साथ ही यह श्वसन रास्तों को साफ करने में प्रभावी होता है। इससे शरीर का ऑक्सीजन स्तर ठीक होता है। 

5. मस्तिष्क के लिए प्रभावी

दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए भी कायफल तेल का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल, यह तेल मिर्गी के दौरों से बचाव कर सकता है। हालांकि, इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें। 

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6. स्किन के लिए लाभकारी 

स्किन के लिए भी कायफल का तेल लाभकारी हो सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाया  जाता है, जो कील-मुंहासों को दूर करने में प्रभावी है। इसके अलावा यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो स्किन से सूजन को कम कर सकता है। 

कायफल तेल के इस्तेमाल से आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं. हालांकि, इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर से उचित परामर्श लें। ताकि किसी भी तरह के साइड-इफेक्ट से बचा जा सके।

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