जिन लोगों को जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है उनकी तकलीफ मॉनसून के दौरान बढ़ सकती है। मॉनसून के दौरान उमस बढ़ने का असर मांसपेशियों पर पड़ता है। इसके अलावा तापमान में बदलाव और वातावरण के दबाव का असर जोड़ों पर पड़ता है। मॉनसून के दौरान जोड़ों में दर्द, जलन या अकड़न महसूस हो सकती है। जिन्हें अर्थराइटिस या जोड़ों से जुड़ी अन्य बीमारी है उनके लिए मॉनसून परेशानी का कारण बन जाता है। आयुर्वेद में जोड़ों के दर्द का इलाज कुछ आम जड़ी-बूटियों की मदद से किया जाता है। ये जड़ी-बूटियां आपको आसानी से घर के आसपास मिल जाएंगी। इस लेख में हम जोड़ों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. आयुर्वेदिक पेन किलर का सेवन
जोड़ो के दर्द का इलाज आयुर्वेदिक पेन किलर की मदद से किया जा सकता है। आयुर्वेदिक पेन किलर का मतलब है ऐसी प्राकृतिक हर्ब्स (natural herbs) जिनका सेवन या इस्तेमाल करने से दर्द दूर होता है। ठीक उस तरह जैसे कोई पेन किलर शरीर में जाकर दर्द मिटाने का काम करती है। आयुर्वेदिक पेन किलर्स की बात करें, तो उसमें नीम, नीलगिरी, तुलसी, अदरक, हल्दी, आंवला, अखरोट और अलसी आदि शामिल हैं। इनका इस्तेमाल आप लेप, काढ़ा, चाय और तेल आदि के रूप में कर सकते हैं।
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2. नीलगिरी तेल की मालिश- Eucalyptus oil
जोड़ों का दर्द दूर करने के लिए आप नीलगिरी तेल से मालिश करें। नीलगिरी तेल के इस्तेमाल से जोड़ों में दर्द (joint pain) और सूजन की समस्या दूर होती है। जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप नीलगिरी तेल को हल्का गरम करें। हल्के हाथ से जोड़ों पर मालिश करें। तेल की मालिश रात को सोने से पहले करेंगे, तो रातभर में तेल का असर जोड़ों पर पड़ेगा और दर्द दूर हो जाएगा।
3. सरसों तेल का इस्तेमाल- Musturd Oil
सरसों का तेल भी जोड़ों के दर्द का अच्छा इलाज है। जिस जगह दर्द हो रहा है, वहां आप तेल से मालिश करें। तेल से उत्पन्न होने वाली गर्मी, दर्द को कम करने का काम करेगी। मॉनसून के दौरान जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है इसलिए आप जोड़ों को मालिश के बाद कपड़े से ढकना न भूलें। मालिश (massage) के बाद जोड़ों पर हवा न लगने दें।
4. अजवाइन- Ajwain
गठिया के दर्द का इलाज अजवाइन से भी किया जाता है। अजवाइन दर्द को दूर करने के लिए एनेस्थेसिया की तरह काम करता है। मॉनसून के दौरान तेज दर्द हो रहा है, तो आप अजवाइन को पीसकर उसमें दशमूल (dashmool) का पाउडर मिलाएं। लेप बनाकर घुटने पर लगाएं। दशमूल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। घुटनों का दर्द दूर करने के लिए आप अजवाइन और दशमूल का मिश्रण दर्द को जड़ से खत्म कर देगा।
5. अश्वगंधा- Ashwagandha
अश्वगंधा में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। अश्वगंधा की मदद से जोड़ों में दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। जोड़ों में सूजन या दर्द महसूस होने पर आपको अश्वगंधा के पाउडर को हल्दी के साथ मिलाना है। उसमें नीम का तेल (neem oil) मिलाकर घुटनों पर लगा लें। हल्के हाथ से 15 से 20 मिनट मालिश करें। लेप को घुटने पर लगाकर उस पर एक साफ कपड़ा बांध दें। इससे जोड़ों का दर्द दूर होगा।
जोड़ों का दर्द दूर करने के लिए आप आयुर्वेदिक इलाज के अलावा रोजाना कसरत करें। ऐसी या ज्यादा हवा वाले कमरे में जाने से बचें। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें और हेल्दी डाइट लें।