
बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों में दर्द एक आम समस्या बन गई है। जोड़ों का दर्द (Knee Joint Pain) शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। यह दर्द घुटनों, कोहनियों, गर्दन, बाजुओं और कूल्हों पर हो सकता है। लंबे समय तक किसी एक जगह पर ही बैठे रहने, सफर करने से घुटनें अकड़ जाते हैं और दर्द करने लगते हैं। इसी को जोड़ों का दर्द कहते हैं। अगर सही समय पर घुटनों के दर्द का इलाज ना किया जाए तो यह गठिया का रूप भी ले सकता है और आपको ऑपरेशन भी करना पढ़ सकता है, जोड़ दर्द होने की वजह गलत खान पान और दिनचर्या में व्यायाम की कमी, हड्डियों में कैल्शियम की कमी और बढ़ती उम्र भी एक वजह से हो सकती है।
जोड़ों में दर्द होने के लक्षण:
- खड़े होने, चलने और हिलने-डुलने के समय दर्द
- सूजन और अकड़न
- चलते समय जोड़ों पर अटकन लगना
- सुबह के समय जोड़ों का अकड होना
जोड़ो के दर्द के दौरान खानपान:
- गर्म पानी: ठण्डे पानी की जगह पूरा दिन गर्म पानी का सेवन करें, ठण्डा पानी जोड़ों के लिए बहुत हानिकारक होता है और दर्द को बढ़ावा देता है।
- अलसी: दो चम्मच अलसी के बीजों को पानी में मिक्स करें और आधा रह जाने तक उबालें फिर ठन्डा हो जाने पर इसे पिएं।
- हल्का भोजन: दलिया और खिचड़ी जैसा हल्का भोजन लें क्योंकि यह आसानी से पच जाता है।
- मुनक्का: मुनक्के में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं, जिस कारण मुनक्का खाने से आपकी हड्डियां मजबूत बनती हैं। यह आपको गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचने में सहायता करता है।
- नारियल: नारियल खाने से हड्डियां स्वस्थ होती है, कच्चा नारियल कैल्शियम और मैगनीज को अवशोषित करने के लिए शरीर की क्षमता में सुधर करता है जिससे हड्डियां मज़बूत होती है।
- दूध और पनीर: दूध, पनीर जैसे कैल्शियम से भरपूर भोजन का सेवन करें जिससे आपकी हड्डियां मज़बूत हो और आप जोड़ों के दर्द से छुटकारा पा सकें।
जोड़ों के दर्द में क्या न खाएं?
मैदा, चना, उड़द, चावल, केला, दही, छाछ, आइस-क्रीम, कोल्ड्रिंक जैसी चीज़ों का सेवन न करें क्योंकि इन सब चीज़ों को पचने में समय लगता है और इनकी तासीर ठंडी होती है।
जोड़ों के दर्द से बचने के उपाय
व्यायाम: रोज़ाना व्यायाम करें जिससे आपकी मांसपेशियां और नसें खुलेंगी, सुबह के समय वायु में ऑक्सीजन की मात्रा 13% ज़्यादा होती है इसलिए व्यायाम के लिए सुबह का समय उपयुक्त है और सुबह की शुद्ध ऑक्सीजन शरीर के लिए बहुत लाभदायक है।
चलते और बैठते समय सही मुद्रा: चलते और बैठते समय मुद्रा का सही होना बहुत आवश्यक है ध्यान रहे की चलते और बैठते समय आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी रहे।
तिल तेल या अन्य किसी तेल से मालिश करें: मालिश करने से मांसपेशियों का तनाव दूर होता है और दर्द में रहत मिलती है।
दूध: दूध और दूध से बने पदार्थों का सेवन करें जिससे शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी हो, ठंडी चीज़ें खाने से बचें।
जोड़ो के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज
पंचकर्मा: किसी भी आयुर्वेदिक सेंटर पंचकर्मा थेरेपी लें जिसमे जांनू वस्ति, पत्रपिंडा श्वेदा, अभ्यागंगा कराएं जिससे आपकी मांसपेशियों को आराम पहुंचता है, नसें एक्टिव हो जाती है चयापचय शक्ति ठीक होती है, तीनों दोष वात्त, पित्त और कफ को ठीक रखता है, और मन को शांत करता है।
दवाइयां: आयुर कैल्शियम, योगराज गुरु शालोकी जैसी दवाइयों का सेवन करें जिससे आपको जोड़ों के दर्द में आराम मिलेगा।
तेल: महानारायण तेल, सहचरादि तेल, कोट्टम चुकली तेल, प्रसारिणी तेल।
नोट: यह लेख नई दिल्ली की आशा आयुर्वेदा क्लीनिक की डॉक्टर चंचल शर्मा से हुई बातचीत पर आधारित है।
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