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प्रेग्नेंसी में होने लगती हैं झाइयां और फाइन लाइंस, जानें एंटी-एजिंग क्रीम का इस्तेमाल करना सेफ है या नहीं?

प्रेग्नेंसी में झुर्रियां और फाइन लाइन्स जैसी समस्‍याओं के बढ़ने पर मह‍िलाएं एंटी-एजिंग क्रीम अप्‍लाई करती हैं। इससे त्‍वचा की ड्राईनेस दूर होती है।
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प्रेग्नेंसी में होने लगती हैं झाइयां और फाइन लाइंस, जानें एंटी-एजिंग क्रीम का इस्तेमाल करना सेफ है या नहीं?


Are Anti Aging Creams Safe During Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान त्वचा की देखभाल जरूरी होती है, क्योंकि हार्मोनल बदलावों के कारण त्वचा पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन का स्तर तेजी से बढ़ता है। ये हार्मोन शरीर के विभिन्न अंगों और त्वचा पर प्रभाव डालते हैं। कई बार हार्मोनल बदलाव त्वचा की नमी को कम कर सकते हैं, जिससे त्वचा सूखने लगती है और उसमें रिंकल्स दिखाई देने लगते हैं। झुर्र‍ियों और फाइन लाइन्‍स की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए एंटी-एज‍िंग क्रीम का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। प्रेग्नेंट मह‍िलाएं भी एंटी-एज‍िंग क्रीम का इस्‍तेमाल शुरू कर देती हैं। एंटी-एजिंग क्रीम में ऐसे तत्व होते हैं जो त्वचा के लचीलेपन, झुर्रियों और दाग-धब्बों को कम करने में मदद करते हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी में इनका इस्‍तेमाल सुरक्षित है या नहीं, इस पर ध्यान देना जरूरी है। इस लेख में हम जानेंगे कि प्रेग्नेंसी में एंटी-एजिंग क्रीम का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है, इसके जोखिम क्या हो सकते हैं और आपको प्रेग्नेंसी में क्रीम में मौजूद कौन से हान‍िकारक तत्वों से बचना चाहिए। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा (Dr. Devesh Mishra) से बात की।       

प्रेग्नेंसी में एंटी-एजिंग क्रीम का इस्तेमाल सेफ है?- Are Anti Aging Creams Safe in Pregnancy

डॉ देवेश मि‍श्रा ने बताया क‍ि प्रेग्नेंसी में एंटी-एजिंग क्रीम का इस्‍तेमाल नहीं करना चाह‍िए। एंटी-एजिंग क्रीम में अक्सर रेटिनोइड्स, सैलिसिलिक एसिड, बेंजॉयल पेरोक्साइड, हाइड्रोक्विनोन और विटामिन-ए जैसे तत्व होते हैं। ये तत्‍व त्‍वचा को र‍िपेयर करने और त्वचा की बनावट में सुधार लाने के लिए बनाए जाते हैं। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान इनका प्रभाव अलग हो सकता है, और इन तत्वों से सावधानी बरतनी चाहिए।

1. रेटिनोइड्स- Retinoids

रेटिनोइड्स विटामिन-ए से न‍िकलते हैं, और ये त्वचा की मरम्मत और त्वचा की कोशिकाओं के र‍िपेयर में मदद करते हैं। हालांकि, प्रेग्नेंसी के दौरान रेटिनोइड्स का सेवन या त्वचा पर इस्‍तेमाल करना सुरक्षित नहीं माना जाता। अध्ययनों में पाया गया है कि यह भ्रूण के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे गर्भस्थ शिशु में जन्म दोष हो सकते हैं। 

2. सैलिसिलिक एसिड- Salicylic Acid

सैलिसिलिक एसिड त्वचा के एक्सफोलिएशन के लिए इस्‍तेमाल क‍िया जाता है, लेकिन इसका ज्‍यादा मात्रा में सेवन प्रेग्नेंसी के दौरान हानिकारक हो सकता है। हालांकि, त्वचा पर कम मात्रा में इसे लगाने से कम नुकसान होते हैं, लेकिन फिर भी डॉक्टर की सलाह जरूर लेना चाह‍िए।

3. हाइड्रोक्विनोन- Hydroquinone

हाइड्रोक्विनोन त्वचा को ग्‍लो देने वाला एजेंट है, जिसका इस्‍तेमाल मेलास्मा (त्वचा के धब्बे) को कम करने के लिए किया जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान हाइड्रोक्विनोन के इस्तेमाल से शरीर इसे अधिक मात्रा में एब्‍सॉर्ब कर सकता है, जो भ्रूण के लिए हानिकारक हो सकता है।

4. बेंजॉयल पेरोक्साइड- Benzoyl Peroxide

बेंजॉयल पेरोक्साइड अक्सर मुंहासों के इलाज में इस्‍तेमाल किया जाता है, लेकिन इसका इस्‍तेमाल एंटी-एज‍िंग क्रीम में भी क‍िया जाता है। लेक‍िन प्रेग्नेंसी के दौरान सीमित मात्रा में ही इसका प्रयोग करना चाहिए।

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anti aging creams are safe or not during pregnancy

अगर आप प्रेग्नेंसी में एंटी-एजिंग क्रीम का इस्‍तेमाल करना चाहती हैं, तो कुछ ऐसे सुरक्षित विकल्प भी हैं जिनमें प्राकृतिक और त्‍वचा के ल‍िए सुरक्ष‍ित तत्व होते हैं-

1. हयालूरोनिक एसिड- Hyaluronic Acid

यह एक प्राकृतिक मॉइश्चराइजर है जो त्वचा को हाइड्रेट रखने और फाइन लाइन्स को कम करने में मदद करता है। इसे प्रेग्नेंसी के दौरान सुरक्षित माना जाता है।

2. विटामिन सी- Vitamin C

विटामिन-सी त्वचा को निखारने और काले धब्बों को हल्का करने में मदद करता है। यह त्वचा पर एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है और प्रेग्नेंसी में सुरक्षित होता है।

3. ग्लाइकोलिक एसिड- Glycolic Acid

यह एक सौम्य एक्सफोलिएंट है जो मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है और त्वचा को ग्‍लोइंग बनाता है। इसका इस्‍तेमाल प्रेग्नेंसी के दौरान सुरक्षित माना जाता है, बशर्ते इसे अधिक मात्रा में न लिया जाए। यह त्वचा की बनावट को सुधारने में मदद करता है और झुर्रियों को कम करता है।

4. ओमेगा-3 फैटी एसिड- Omega-3 Fatty Acids

ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार (जैसे फ्लैक्ससीड्स, चिया सीड्स) त्वचा की हेल्थ को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं। यह त्वचा को भीतर से पोषण देते हैं और इसे हाइड्रेटेड बनाए रखते हैं, जिससे झुर्रियों की संभावना कम होती है।

एंटी-एज‍िंग क्रीम के इस्‍तेमाल से पहले क्या करें?

प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी स्‍क‍िन केयर प्रोडक्‍ट का इस्‍तेमाल करने से पहले डॉक्टर या त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा होता है। वे आपकी त्वचा की स्थिति और प्रेग्नेंसी की स्थिति के आधार पर आपको सही सलाह देंगे। प्रेग्नेंसी में त्वचा को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी होता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और फलों और सब्जियों से भरपूर आहार लेने से त्वचा को नमी मिलती है और वह स्वस्थ रहती है। विटामिन-ई, विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर आहार त्वचा को पोषण देता है और झुर्रियों को रोकने में मदद करता है।

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