Is It Safe To Have Milk With Pitta Dosha In Hindi: आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार दुनिया पांच तत्वों से बनी हुई है। ये पांच तत्व हैं, आकाश (अंतरिक्ष), जल (पानी), पृथ्वी (पृथ्वी), तेजा (अग्नि), और वायु (वायु)। इन सभी तत्वों के संयोजन से तीन द्रव्य या दोष बनते हैं, जिन्हें वात, कफ और पित्त के रूप में जाना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार ये सभी दोष किसी भी व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार होते हैं। जब भी इन दोषों में असंतुलन हो जाता है या शरीर में इनका अनुपात सही नहीं होता है, तो इस स्थिति में व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं। इसके अलावा, इन दोषों को ध्यान में रखते हुए व्यक्ति को अपनी डाइट का संतुलित करना चाहिए। इस लेख में हम विशेषकर पित्त दोष के बारे में जानेंगे। आइए, जानते हैं रामहंस चैरिटेबल अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे आयुर्वेदचार्य डॉ. श्रेय शर्मा (Dr. Shrey Sharma, Ayurvedacharya, Sirsa) से।
क्या है पित्त दोष?- What is Pitta Dosha In Hindi
पित्त दोष जल और अग्नि पर आधारित होता है। इसे आमतौर पर गर्म, हल्का, तीखा, तैलीय, तरल और गतिशील के रूप में डिफाइन कि जाता है। बहरहाल, जिन लोगों में पित्त दोष होता है, वे उन्हें कई सारी दिक्कतों सामना करना पड़ता है, जैसे हॉट फ्लैशेज, शरीर से दुर्गंध आना, बार-बार प्यास लगना, डायरिया की दिक्कत, बहुत ज्यादा पसीना आना आदि। यही नहीं, पित्त दोष वाले लोगों को स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम हो सकती है, कील-मुहांसों की दिक्कत होती है और महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग हो सकती है।
क्या पित्त दोष में दूध पी सकते हैं?- Is Milk Good For Pitta Dosha In Hindi
जैसा कि हमने जाना है कि पित्त, अग्नि और जल से संबंधित है। यह गर्मी, तीव्रता और अम्लता को प्रदर्शित करता है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या पित्त दोष में दूध पीना सही है? इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट कहते हैं, ‘दूध की प्रकृति ठंडी होती है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पित्त दोष के लोगों के लिए दूध पीना काफी लाभकारी हो सकता है। पित्त दोष वालों में अल्सर, त्वचा में चकत्ते होने जैसी समस्या हो, तो उन्हें दूध जरूर पीना चाहिए।’ विशेषज्ञ आगे बताते हैं कि पित्त दोष वालों को भैंस के दूध के बजाय गाय का दूध पीना चाहिए। हालांकि, आयुर्वेद में दूध कैसे पिया जाना चाहिए, इस पर खास दिशा-निर्देश हैं। जैसे पित्त दोष के लोगों को गर्म दूध के बजाय सामान्य (How To Drink Milk For Pitta Dosha In Hindi) तापमान वाला दूध पीना चाहिए। दूध में केसर और गुलाब की पंखुड़ियां मिक्स करके पी सकते हैं। पित्त दोष वालों को दूध सुबह या रात के समय पीना चाहिए।
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पित्त दोष में दूध पीने के फायदे- Milk Benefits In Pitta Dosha In Hindi
हड्डियां मजबूत होती हैं
दूध में कैल्शियम काफी ज्यादा मात्रा में होता है। इसका सेवन करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। यह दांतों के लिए भी काफी उपयोगी माना जाता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करता है
पित्त दोष के लोगों को नियमित रूप से दूध का सेवन करना चाहि। इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है, जिससे शरीर संक्रमण से बच जाता है। साथ ही, बीमार होने के जोखिम को भी कम किया जा सकता है।
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पाचन क्षमता में सुधार
पित्त दोष के लोगों में अक्सर पाचन क्षमता से जुड़ी दिक्कतें बनी रहती हैं। ऐसे में अगर वे दूध पीते हैं, तो उनकी पाचन क्षमता में सुधार हो सकता है। साथ ही पेट की जलन और पेट की अन्य समस्यांए भी दूर हो जाती हैं।
FAQ
क्या दूध पित्त के लिए अच्छा है?
कई अध्ययनों से यह स्पष्ट होता है कि पित्त में दूध का सेवन किया जा सकता है। हालांकि, इस संबंध में विस्तार से जानने के लिए एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।दूध कब नहीं पीना चाहिए?
अगर स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे कमजोर पाचन तंत्र है और लैक्टोज इंटॉलरेंस की दिक्कत है, तो दूध न पिएं।क्या पित्त दोष में गर्म पानी पी सकते हैं?
वात, कफ और पित्त यानी तीनों दोषों का गर्म पानी पिया जा सकता है। इससे कई तरह की परेशानियां दूर होती हैं। खासकर, गर्म पानी पाचन में सुधार कतरा है और यूरिन से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करता है।