
Is It Safe To Go On A Keto Diet During Pregnancy Know From Expert In Hindi: प्रेग्नेंट महिलाएं को अपनी डाइट को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए ताकि वह और उनका बच्चा स्वस्थ तथा सेहतमंद रहे। इसी क्रम में आजकल कई गर्भवती महिलाएं, कीटो डाइट करना पसंद कर रही हैं। यहां यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या प्रेग्नेंट महिलाओं को कीटो डाइट करना चाहिए? कहीं इसका उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर तो नहीं पड़ता है? इन सभी बातों की पुष्टि करने के लिए हमने स्त्री रोग विशेषज्ञ और डाइटीशियन से हमने बात की है। पेश है महत्वपूर्ण अंश।
कीटो डाइट क्या है (What Is Keto Diet)
शांता फर्टिलिटी सेंटर की मेडिकल डायरेक्टर और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ अनुभा सिंह ने कहा, ‘कीटो डाइट का मतलब है, ऐसी डाइट जिसमें व्यक्ति प्रोटीन और फैट ज्यादा मात्रा में लेता है, वहीं कार्ब कम मात्रा में लेता है। कीटो डाइट में कई तरह के डाइट शामिल होते हैं, जैसे एटकिन्स, साउथ बीच और पेलियो। हालांकि, कीटो डाइट विशेष रूप से कितना फैट कंज्यूम किया गया है, इस पर निर्भर करता है। कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट को सीमित किया जाता है, वहीं प्रेग्नेंसी में ऐसा करने की सलाह नहीं दी जाती है। महिलाओं को गर्भ धारण करने, गर्भवती होने या स्तनपान कराने की कोशिश करते समय कीटो डाइट से बचना चाहिए।’
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प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए कीटो डाइट सुरक्षित है? (Is Keto Diet Safe For Pregnant Women)
डाइट एन क्योर क्लीनिक की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी के अनुसार, ‘प्रेग्नेंसी में कई महिलाएं शौकिया तौर पर कीटो डाइट फॉलो करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन, इस वजह से यह सवाल उठना लाजिमी है कि वे क्या यह उनके लिए सुरक्षित है? गर्भवती महिलाओं को अच्छी और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेने की जरूरत होती है। वहीं, कीटो डाइट इन सभी जरूरतों की पूर्ति नहीं करता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को कीटो डाइट नहीं करना चाहिए। इससे उनके और गर्भ में पल रहे उनके बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। यही नहीं, विशेषज्ञ स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भी यह सलाह देते हैं कि उन्हें भी कीटो डाइट नहीं करनी चाहिए।’
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प्रेग्नेंसी के दौरान कीटो डाइट के जोखिम (Risk Factors Of Keto Diet During Pregnancy)
गर्भावस्था के दौरान कीटो आहार का पालन करने से दो विशिष्ट जोखिम होते हैंः
- प्रेग्नेंसी में महिला कीटो डाइट करे या न करे, उन्हें हर स्थिति में फोलिक एसिड की जरूरत होती है। इससे बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ के विकास में मदद मिलती है। ये सब चीजें कार्बोहाइड्रेट बेस्ट फूड जैसे साबुत अनाज, रोटी, बीन्स जैसी चीजों में पाया जाता है। ऐसे में यह समझना मुश्किल नहीं है कि महिलाओं की डाइट से कार्बोहाइड्रेट रिमूव करना काफी खतरनाक हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी में महिलाओं को सैचुरेटेड फैट को सीमित करने की सलाह दी जाती है ताकि महिलाओं के शरीर में अनहेल्दी फैट की मात्रा न बढ़े और उनका वेट गेन न हो जाए।
कीटो डाइट का शरीर पर प्रभाव (Effects Of Keto Diet On Body)
- कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है, ऐसे में अगर आप वेट लॉस करने के लिए कीटो डाइट को फॉलो कर रहे हैं, तो इससे आपको वेट लॉस में नुकसान सकता है।
- कीटो डाइट उन लोगों के लिए बिल्कुल सुरक्षित नहीं है, जिन्हें किडनी और लिवर से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस तरह के मरीजों को कीटो डाइट फॉलो करने से बचना चाहिए।
- कीटो डाइट फॉलो करने से पहले प्रेग्नेंट महिलाओं को डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए। जरूरी न हो, तो इस डाइट के विकल्प को न चुनें।
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