What Foods Should You Avoid with PCOS: पीसीओएस और पीसीओडी लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्याएं हैं। इसलिए इनमें डाइट पर ध्यान देना जरूरी है। पीसीओएस में कुछ महिलाओं को इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या भी रहती है। इसलिए ऐसे में कुछ भी खाने से पहले उसका ग्लाइसेमिक इंटेक्स चेक करना जरूरी होता है। पीसीओएस में कुछ महिलाओं को दूध या दूध से बनी चीजें नहीं पच पाती हैं। ऐसे में कैल्शियम की कमी पूरा करने के लिए वो अन्य चीजों पर निर्भर हो जाती हैं। कैल्शियम की कमी पूरी करने के लिए कई महिलाएं रागी का सेवन भी करती हैं। लेकिन क्या पीसीओएस में रागी का सेवन करना हेल्दी होता है? क्या ऐसे में रागी का सेवन रोज करना सेफ है? आइए इस लेख में जानें इन सभी प्रश्नों के उत्तर।
क्या पीसीओएस में रागी का सेवन करना सेफ होता है? Is It Safe To Consume Ragi In Pcos
एक्सपर्ट्स की मानें तो पीसीओएस में रागी खाना सेफ होता है। इसमें फाइबर होता है जो ब्लड शुगर मेंटेन रखने में मदद करता है। रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस की परेशानी नहीं होती है। रागी में कैल्शियम के साथ अन्य मिनरल्स भी मौजूद होते हैं जो पीसीओएस में शरीर की कमजोरी कम करते हैं। लेकिन रागी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। इसके साथ ही, इसे डेली डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है।
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पीसीओएस में रागी का सेवन करने के फायदे- Benefits of Consuming ragi in pcos
वेट कंट्रोल करने में मदद मिलती है- Helps to control weight
पीसीओएस में मेटाबॉलिज्म धीमा होने के कारण वजन बढ़ने लगता है। ऐसे में वेट कंट्रोल रख पाना एक बड़ा टास्क होता है। इसलिए ऐसे में डाइट में उन चीजों को शामिल किया जाता है जो वेट लॉस में मदद कर सके। ऐसे में रागी एक बेहतरीन मिलेट साबित होती है। रागी को पचने में समय लगता है और इसके सेवन से काफी देर तक भूख नहीं लगती है। इसके सेवन से आपका कैलोरी इनटेक अपने आप कम हो जाता है और वेट लॉस में मदद मिलती है।
हार्मोन्स बैलेंस होते हैं- Balance Hormones
हार्मोन्स को बैलेंस करने के लिए भी रागी हेल्दी ऑप्शन है। इसमें आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। इससे शरीर में न्यूट्रिएंट्स की कमी नहीं होती है। इसके सेवन से डाइजेस्टिव सिस्टम हेल्दी रहता है और ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है। इन सभी चीजों से हार्मोन्स भी बैलेंस रहते हैं।
पाचन स्वस्थ रहता है- Helps in Digestion
पीसीओएस में मेटाबॉलिज्म धीमा होने के कारण पाचन से जुड़ी समस्याएं भी रहती हैं। इसलिए ऐसे में फाइबर युक्त चीजें ज्यादा खाने की सलाह दी जाती है। रागी में भी फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसके सेवन से खाना ठीक से पचता है और कब्ज, ब्लोटिंग और एसिडिटी जैसी समस्याएं कम होती हैं।
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पीसीओएस में रागी का सेवन कैसे कर सकते हैं? How To Consume Ragi In PCOS
पीसीओएस में रागी का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। रागी से आप डोसा या इडली बनाकर खा सकते हैं। इसके अलावा रागी की इडली, उपमा या पराठा बनाकर खाना भी फायदेमंद होता है। सर्दियों के दौरान रागी के लड्डू या सूप बनाकर पी सकते हैं।
लेख में हमने जाना कि पीसीओएस में रागी खाना किस तरह फायदेमंद है। साथ ही, इसके सेवन के साथ मात्रा का ध्यान रखना क्यों जरूरी है। अगर आपको पीसीओएस के साथ कोई और हेल्थ इशु है, तो किसी न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह पर ही इसे डाइट में शामिल करें।