
अभिभावकों को अपने बच्चों की हर छोटी बड़ी आदतों पर ध्यान रखना चाहिए। दरअसल, बच्चे के डेवल्पमेंट में अभिभावकों की मुख्य भूमिका होती है। अभिभावक इस जिम्मेदारी को अनदेखा नहीं कर सकते हैं। अगर, आप बच्चे पर पूरा ध्यान नहीं दे पाते हैं, तो उसकी कई आदतें आगे चलकर परेशानी का मुख्य कारण बन सकती हैं। साल भर से कम आयु के अधिकतर बच्चे बैठते समय पैरों को बाहर की ओर (डब्लू पोजीनशन) मोड़कर बैठते हैं। बच्चों की हड्डियां बेहद कोमल होती हैं और उन्हें इस पोजीशन में ही बैठने पर आराम मिलता है। लेकिन, जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, उसकी हड्डियां मजबूत होने लगती हैं। ऐसे में अगर बच्चा डब्लू पोजीशन में ही बैठे तो उसके लिए परेशानी हो सकती है। इस विषय पर बच्चों की डॉक्टर माधवी भारद्वाज ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट को शेयर कर बताया कि डब्लू पोजीशन पर बैठने से बच्चों को क्या समस्या हो सकती है और इसका बचाव कैसे करें।
बच्चे डब्लू पोजीशन में क्यों बैठते हैं? Why kids sitting in W position in Hindi
जब बच्चा घुटनों के बल आगे बढ़ता है, तो उसे इसी पोजीशन में बैठने से आराम मिलता है। इसके बाद बच्चे को यदि सही पोजीशन में बैठने के लिए प्रोत्साहित न किया जाए तो वह बड़ा होने पर भी डब्लू पोजीशन में ही बैठने की आदत बना लेता है। इस पोजीशन में बैठने से बच्चे की घुटनों की मसल्स पर दबाव पड़ता है और कई बार इस पोजीशन में बैठने के कारण बच्चे को चलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

डब्लू (W) सिटिंग पोजिशन से होने वाले नुकसान - Side Effects Of Sitting W Position in Kids In Hindi
डब्लू पोजीशन में अधिक आयु में बैठने से बच्चे को शारीरिक समस्याओं हो सकती है। डॉक्टर से जानें इस पोजीशन में बैठने से बच्चे को क्या परेशानी हो सकती है।
- इस पोजीशन में बैठने से बच्चे को चलने में परेशानी का सामना हो सकता है।
- डब्लू पोजीशन आपके बच्चे के पैरों की मांसपेशियों को कमजोर बना सकती है।
- इस पोजीशन के बच्चे की जांघों में कमजोरी हो सकती हैं।
- डब्लू पोजीशन में बैठने से बच्चों के पैरों का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। जिससे उनके शरीर के निचले हिस्से का विकास रूक सकता है।
- इस पोजीशन में लंबे समय तक बैठने से बच्चे को पीठ में दर्द और अकड़न महसूस हो सकती है।
डब्लू पोजीशन में बैठने से बच्चे को कैसे रोकें - How To Protect Child With Sitting W position In Hindi
- बच्चे को छोटी आयु से ही क्रॉस लेग पोजीशन में बैठने के लिए प्रेरित करें।
- बच्चे के साथ समय बिताएं और उसे बैठने का सही तरीका समझाएं।
- बच्चे को योगा व एक्सरसाइज कराएं।
- साल भर से कम आयु के बच्चे को टली टाइम का समय दें.
- बच्चा गलत पोजीशन में बैठ रहा है तो उसे लगातार टोकें।
- बच्चे की शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएं।
- बच्चे के पैरों की मालिश करें। इससे उसके पैरों की हड्डियां मजबूत होती हैं और वह सही पोजीशन में बैठना शुरू करता है।
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अगर बच्चा इसी पोजीशन में बैठ रहा है, और आपके द्वारा बार-बार कहने के बाद भी अपनी पोजीशन को नहीं बदल रहा है, तो यह किसी अन्य समस्या का संकेत हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए आप डॉक्टर की मदद लें।
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