अंतरराष्ट्रीय पुरूष दिवस प्रति वर्ष 19 नवंबर को मनाया जाता है। इसकी शुरूवात वर्ष 1999 में ट्रिनिडैड व टोबैगो में हुई थी। पूरे विश्व में यूरोप, अफ्रिका, एशिया, यूएसए और कैरीबियन जैसे देशों में पुरूषों के लिए यह दिन विशेष होता है और उत्स,व मनाने का होता है।
इस दिन का ध्येय है बच्चों और पुरूषों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना, पुरूषों को बराबरी का दर्जा दिलाना। वेबसाइट www.internationalmensday.com के अनुसार पुरूषों को अपने परिवार व अपनी सफलता को इस दिन मना सकते हैं।
नई दिल्ली में रहने वाले 36 वर्षीय सतीश माथुर के अनुसार पुरूषों के लिए यह दिन इसलिए विशेष है क्यों कि संपूर्ण जनसंख्या में से आधी पुरूषों की है। पुरूष समाज और परिवार में महत्वषपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यह दिवस सिर्फ समाज में पुरूषों की महत्ता की नहीं दर्शाता बल्किर यह सभी फिल्मीस सितारों को और मज़े का एक मौका देता है।
विश्वी के सभी पुरूषों के लिए यह खुशी का मौका है, तो क्यों ना इस मौके पर अपने स्वास्थ्य की भी देखरेख करने की शपथ लें। अपनी सेहत को लेकर महिलाएं जितनी लापरवाह होती हैं पुरूष भी उतने ही होते हैं, तो यह एक अच्छा मौका है आज से ही अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य के लिए जागरूक हो जायें।