अनहेल्दी लाइफस्टाइल, तनाव, खराब खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण आजकल इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या कई लोगों को प्रभावित कर रही है। यह स्थिति तब होती है जब शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन हार्मोन के प्रति कम संवेदनशील हो जाती हैं, जिससे ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है। इंसुलिन, जो कि अग्न्याशय द्वारा निर्मित एक जरूरी हार्मोन है, शरीर में ग्लूकोज के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। जब कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया नहीं देतीं, तो यह स्थिति धीरे-धीरे टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। डाइटिशियन मनप्रीत कालरा के अनुसार, इंसुलिन रेसिस्टेंस को कंट्रोल करने के लिए एक साधारण लेकिन प्रभावी उपाय है, एक तरह की खास चाय। यह चाय न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो इस समस्या में लाभकारी होते हैं।
इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या के लिए चाय
सामग्री
धनिया के बीज - 1 चम्मच
सौंफ के बीज - 1 चम्मच
मेथी के बीज - 1/4 चम्मच
हल्दी - एक चुटकी
काली मिर्च - एक चुटकी
काला नमक - एक चुटकी
अदरक - 1/2 इंच
नींबू - आधा
बनाने की विधि
- एक बर्तन में नींबू के अलावा बाकी सभी सामग्री डालें।
- इसे उबालें जब तक यह आधी मात्रा में न रह जाए।
- इसे छानकर ठंडा होने दें।
- ठंडा होने पर नींबू का रस डालें और सुबह के समय इसका आनंद लें।
चाय के फायदे
1. इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाना
यह चाय शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाने में मदद करती है, जिससे ग्लूकोज का अवशोषण बेहतर होता है।
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2. वजन कम करने में सहायक
इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण शरीर में फैट का जमाव होता है। इस चाय का नियमित सेवन वजन कम करने में मदद कर सकता है।
3. पाचन में सुधार
धनिया, सौंफ और मेथी जैसे तत्व पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। ये तंत्र को सुचारू रूप से काम करने में मदद करते हैं।
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4. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है।
5. मजबूत इम्यूनिटी
इंसुलिन रेजिस्टेंस चाय में इस्तेमाल होने वाले सामग्री, जैसे अदरक और नींबू, इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं।
सावधानियां
हालांकि यह चाय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसका सेवन करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
- यदि आपको किसी खास सामग्री से किसी प्रकार की एलर्जी है तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- अधिक मात्रा में सेवन से बचें। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह आपके पाचन को प्रभावित कर सकता है। दिन में 1 कप चाय से ज्यादा न पिएं।
- नियमित चेकअप कराना न भूलें, खासकर अगर आप डायबिटीज या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हैं।
निष्कर्ष
इंसुलिन रेजिस्टेंस को कंट्रोल करने के लिए चाय एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय है। इसे अपनी सुबह की दिनचर्या में शामिल करके आप अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को कंट्रोल कर सकते हैं।
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