
ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं (Breast Cancer in Women) में होने वाला सबसे सामान्य कैंसर है। ब्रेस्ट कैंसर अनुवांशिक (Genetic Breast Cancer) भी हो सकता है। इसके जोखिम कारकों में अनुवांशिक (Genetic) भी शामिल है। माता-पिता के जीन में भिन्नता की वजह से इसका जोखिम ज्यादा बढ़ सकता है। ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग (Breast Cancer Genetic Testing) की सलाह दी जाती है। जेनेटिक टेस्ट उन जीन (Gene) भिन्नताओं का पता लगाने में मदद कर सकता है, जो आप में स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
वॉकहार्ट अस्पताल, नागपुर के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर वैभव चौधरी (Dr. Vaibhav Chaudhary, Medical Oncologist, Wockhardt Hospital, Nagpur) बताते हैं कि 5-10 प्रतिशत ब्रेस्ट कैंसर जीन में म्यूटेशन (mutations in genes) की वजह से हो सकते हैं। ऐसे में शुरुआत में ही जेनेटिक टेस्ट कराकर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
क्या है ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग (What is Breast Cancer Genetic Testing)
डॉक्टर वैभव चौधरी कहते हैं कि जब घर के किसी सदस्य में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं या कोई समस्य ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होता है तो ऐसे में घर के अन्य सदस्यों को ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग करवाने की सलाह दी जाती है। हैब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग को BRCA टेस्टिंग कहा जाता। इसमें जीन में म्यूटेशन की जांच करने के लिए ब्लड टेस्ट करवाया जाता है। बता दें कि BRCA टेस्ट कैंसर का टेस्ट नहीं होता है, इसमें जीन में परिवर्तन हुआ है या नहीं इसका पता लगाया जा सकता है। जेनेटिक टेस्टिंग करवाने से पहले और बाद में आपको हमेशा जेनेटिक काउंसलिंग करानी चाहिए।
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कैसे की जाती है BRCA टेस्टिंग
ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग यानी BRCA के लिए मुंह के अंदर से रक्त (Blood), लार (Saliva) या कोशिकाओं (Cells) का सैंपल लिया जाता है। इसके बाद इस सैंपल को जेनेटिंग टेस्टिंग के लिए भेजा जाता है। तकरीबन एक हफ्ते बाद इसका नतीजा आता है, इसमें पता चलता है कि व्यक्ति कैंसर पॉजिटिव है या नहीं। अगर आपकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो इसका मतलब है कि आप में BRCA1 और BRCA2 जीन परिवर्तन नहीं पाए गए है। इसके विपरीत अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो आप में BRCA1 और BRCA2 जीन परिवर्तन है। जीन में परिवर्तन पाया जाए, तो दूसरे सदस्यों को भी इस करवाने की जरूरत होती है।
जिन महिलाओं में BRCA1 और BRCA2 जीन में परिवर्तन पाया जाता है, उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा 35-80 प्रतिशत तक होता है। ऐसे में अगर आपके घर में किसी सदस्य को कैंसर है, तो ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग जरूर करवाएं।
ब्रेस्ट कैंसर को बढ़ाने वाले जीन (breast Cancer Genes)
ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाने के लिए कई जीन जिम्मेदार हो सकते हैं, लेकिन इनमें BRCA1 और BRCA2 जीन सबसे ज्यादा जिम्मेदार होते हैं। BRCA1 जीन वाली लगभग 55-60 प्रतिशत महिलाओं और BRCA2 जीन वाली महिलाओं में 45-50 प्रतिशत ब्रेस्ट कैंसर विकसित हो सकता है। PALB2, CHEK2, ATM, PTEN और TP53 जीन भी ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को बढ़ा सकते हैं। इसलिए जेनेटिक टेस्टिंग करवाई जाती है, ताकि इसके खतरे को कम किया जा सके।
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कब करवाएं ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्ट (When to Get Breast Cancer Genetic Test)
अगर आपके मम्मी-पापा या घर के किसी अन्य सदस्य को ब्रेस्ट कैंसर है, तो आपको ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। लेकिन इससे पहले ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित व्यक्ति का बीआरसीए टेस्ट करना चाहिए। अगर उनमें जीन म्यूटेशन के लक्षण नजर नहीं आते हैं, तो घर के दूसरे सदस्यों को इसे करवाने की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन कुछ लोगों को BRCA1 और BRCA2 अनुवांशिक में मिलते हैं। अगर आपके माता-पिता या भाई-बहनों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो भी इस टेस्ट को करवाने की जरूरत होती है। अगर आपके पारिवारिक हिस्ट्री में किसी को ब्रेस्ट कैंसर या गर्भाशय का कैंसर नहीं हुआ है, तो आपको इसे नहीं करवाना चाहिए।
अगर आपके घर में किसी सदस्य को ब्रेस्ट कैंसर है या पहले कभी था, तो आपको एक बार ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। लेकिन इसके लिए आपको पहले डॉक्टर से काउंसलिंग लेनी चाहिए। डॉक्टर आपको बता सकते हैं कि आपको जेनेटिक टेस्टिंग की जरूरत है या नहीं। बिना डॉक्टर की सलाह के इसे न कराएं।
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