जिनसेंग जड़ी-बूटी चीन से आती है। हालांकि भारतीय जिनसेंग अश्वगंधा को कहा जाता है। यह जड़ी-बूटी मस्तिष्क के कार्य के साथ ऊर्जा उत्पादन के लिए भी जानी जाती है। इस हर्ब का प्रयोग कैंसर और डायबिटीज के अलावा मोटापा कम करने के लिए भी किया जाता है। ये शरीर की चर्बी को घटाने में मदद करता है। इसके बारे में अधिक जानते हैं इस लेख में।
कैसे कम करता है वजन
जिनसेंग यानि अश्वगंधा एक ऐसा हर्ब है जो वज़न को धीरे-धीरे घटाता है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म की गति को बढ़ाकर वज़न को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह हर्ब रेचक का काम करने के साथ-साथ पाचन क्रिया का काम भी अच्छी तरह से करता है,साथ ही एनर्जी लेवल को बढ़ाता है। अश्वगंधा के एक पत्ते को हाथ से मसलकर गोली बनाकर प्रतिदिन सुबह,दोपहर,शाम को भोजन से एक घंटा पहले या खाली पेट जल के साथ निगल लें। एक सप्ताह के नियमित सेवन के साथ फल,सब्जियों,दूध,छाछ और जूस पर रहते हुए कई किलो वजन कम किया जा सकता है। अश्वगंधा के पत्ते हजम शक्ति को बढ़ाने में यह सबसे अच्छा काम करते हैं, ये वज़न घटाने में मदद करते हैं।
अश्वगंधा के अन्य फायदे
अश्वगंधा, मुलहठी और आंवला तीनों को समान मात्रा लेकर चूर्ण बनाकर एक चम्मच नियमित रूप से सेवन किया जाये तो आंखों की रोशनी बढ़ती है।अश्वगंधा स्वाभाविक नींद लाने के लिए एक अच्छी दवा है, जिन्हें गहरी नींद नहीं आती या फिर जो नींद नहीं आने के रोग से परेशान हैं उन्हें इसका खीर पाक बनाकर सेवन करना चाहिए।यदि किसी को चर्म रोग है तो उसके लिए भी अश्वगंधा जड़ीबूटी बहुत लाभकरी है। इसका चूर्ण बनाकर तेल से साथ लगाने से चर्म रोग से निजात पाई जा सकती है।अश्वगंधा के सेवन से न केवल मनुष्य लंबी उम्र तक जवान रह सकता है बल्कि इसको शरीर की त्वचा पर लगाने से त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियों से भी बचा जा सकता है।
भी भी जिनसेंग अत्यधिक मात्रा में लेने की गलती न करें, क्योंकि इससे साइड-इफेक्ट होने का खतरा हो सकता है। इस हर्ब का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर ले लें।