नन्हा दिल, लेकिन कितना पेचीदा। इसकी धड़कनों को सही ताल में रखने के लिए आपको इसका खयाल कितना रखना पड़ता है। सही खानपान, व्यायाम और नींद, इसके अलावा और भी जाने क्या-क्या। लेकिन, इन सबके बीच हम एक जरूरी चीज भूल जाते हैं- सामाजिक व्यवहार यानी सोशल नेटवर्क। हालांकि, आजकल सोशल नेटवर्क का अर्थ इंटरनेट, फेसबुक, व्हाट्स-अप तक ही सीमित कर दिया गया है। लेकिन, यह इसका दायरा सीमित करने जैसा है। सामाजिक व्यवहार परिवार से शुरू होकर दोस्तों और इससे भी आगे जाता है। और यही सामाजिक व्यवहार आपके दिल को भी सेहतमंद रख सकता है।
फेसबुक बना नया साथी
अब दोस्त चौपालों, नुक्कड़ या बाजार में नहीं मिलते। फेसबुक ने वैश्विक मित्रता का नया मंच तैयार किया है। यहां आप अपने पसंद के लोगों से बात करते हैं, विचार साझा करते हैं और क्या आप जानते हैं कि इस मंच का इस्तेमाल आप अपने दिल को स्वस्थ रखने में भी कर सकते हैं। यहां आप दिल को स्वस्थ रखने के टिप्स, और जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
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फिटनेस पसंद दोस्त तलाशें
ऐसे किसी दोस्त की खोज करें जो रोज वॉक पर जाता हो। ऐसा दोस्त जो नियमित रूप से जिम जाता हो। कैंसस स्टेट युनिवर्सिटी के शोध के मुताबिक महिलायें ऐसे साथियों के साथ अच्छा और बेहतर व्यायाम करती हैं, जो अकेले व्यायाम पर जाती हों। वे अपनी उस साथी को खुद के लिए प्रेरणास्रोत समझती हैं तथा बेहतर कसरत करती हैं। आपको अपने आसपास रहने वाला ऐसा दोस्त सोशल नेटवर्किंग साइट पर मिल सकते हैं।
खुशियों का तोहफा
आज के दौर में सामाजिक सरोकार काफी बदल गये हैं। आज किसी से मिलने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं। कंप्यूटर के एक क्लिक ने हजारों मीलों की दूरी को एक क्लिक की दूरी तक समेट कर रख दिया है। इससे हमें खुशी मिलती है, और खुशी हमारे दिल को स्वस्थ रखती है।
मिट रही हैं दीवारें
आज हम घर बैठकर ही अपने दोस्तों और परिजनों से जुड़े रह सकते हैं। और यह बात तो आप जानते हैं कि अपनों का साथ आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। आपको कैसा लगता है जब आप किसी सोशलनेटवर्किंग साइट पर परिवार के किसी छोटे बच्चे की तस्वीर देखते हैं। बेशक, आपके चेहरे और दिल में खुशी का अहसास होता है। खुशी जो आपके दिल को स्वस्थ रखती है। तो पूरे दिन की नकारात्मकता के बाद सोशल नेटवर्क साइट आपको खुशी देती है।
फैमिली डिनर
एक अनुमान के अनुसार अमेरिका के केवल 48 फीसदी परिवार ही शाम का खाना एकसाथ खाते हैं। हॉवर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में यह बात सामने आयी है। लेकिन, शोधकर्ताओं का मानना है कि पूरे परिवार के साथ खाने से स्वस्थ और कम कैलोरी युक्त खाने की संभावना बढ़ जाती है। तो, वक्त निकालिये और परिवार के साथ खाना खाइये। इससे आप स्वस्थ भी रहेंगे और पारिवारिक संबंधों में भी मजबूती आएगी। और इस मामले में भी सोशल नेटवर्किंग साइट आपकी मदद कर सकती है। अगर आप अपने परिवार के साथ वक्त बिताने की तस्वीर डालकर आप इस याद को हमेशा के लिए कैद कर सकते हैं।
दोस्तों का साथ रखे सेहत का खयाल
अकेलापन आपके दिल के लिए अच्छा नहीं, लेकिन आपको लोगों से ज्यादा घुलना-मिलना पसंद नहीं। शोधकर्ता भी मानते हैं कि बहुत ज्यादा दोस्त बनाने से अच्छा है कि आप कुछ अच्छे दोस्त बनायें। ऐसे दोस्त जिनसे आपका रिश्ता दिल से जुड़ा हो। हफ्ते में एक-दो बार अपने नजदीकी दोस्तों से जरूर मिलें या कम से कम उन्हें फोन जरूर करें। आप ऐसे दोस्तों का फेसबुक पर एक ग्रुप भी बना सकते हैं। इस ग्रुप में दोस्तों में जुड़ाव का अहसास होगा। और जुड़ाव आपके दिल की सेहत को भी दुरुस्त रखता है।
तो, फिर अकेले क्यों हैं, क्यों हैं तन्हा। याद रखिये, सिर्फ आहार ही नहीं सामाजिक व्यवहार भी आपके दिल को सेहतमंद बनाये रखने में मदद करता है। और याद रखिये मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है।
Image Courtesy : Getty Images
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