दूषित भोजन व अधिक मात्रा में खाना खाने की वजह से कई बार लोगों को पेट दर्द या दस्त की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पेट से जुड़े कुछ संक्रमण भी आपके दस्त की एक मुख्य वजह बन सकते हैं। दस्त होने पर व्यक्ति को बार-बार टॉयलेट यानी मल त्याग के लिए जाना पड़ता है। इस समस्या के कारण कई बार कुछ लोगों को गुदा (Anus) में जलन, दर्द या खुजली हो सकती है। यह जलन इतनी अधिक होती है कि इसमें व्यक्ति को बैठने या चलने में परेशानी का अनुभव होता है। दरअसल, दस्त की वजह से कुछ लोगों के गुदा मार्ग की त्वचा छिल जाती है। ऐसे में दर्द और जलन होना एक आम बात है। लेकिन कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर आप दस्त के बाद होने वाली गुदा मार्ग की जलनन को आसानी से दूर कर सकते हैं। इस लेख में यशोदा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉ एपी सिंह से दस्त के बाद गुदा में जलन के कारण और घरेलू इलाज के बारे में जानेंगे।
गुदा में जलन के कारण क्या हैं? - Causes Of Burning Anus After Diarrhea in Hindi
- बार-बार शौच जाना – दस्त के समय 4–6 बार या उससे ज्यादा टॉयलेट जाने पर गुदा क्षेत्र की त्वचा में रगड़ और जलन होना सामान्य है।
- एसिडिक स्टूल – डायरिया में अक्सर मल पानी जैसा और अधिक अम्लीय (acidic) हो जाता है, जिससे गुदा की नाजुक त्वचा को नुकसान होता है।
- टॉयलेट पेपर का ज्यादा इस्तेमाल – टॉयलेट पेपर से रगड़ने पर त्वचा में जलन और घाव हो सकते हैं।
- डिहाइड्रेशन – शरीर में पानी की कमी से त्वचा रूखी हो जाती है, जिससे जलन और दर्द बढ़ सकते हैं।
- संक्रमण या फंगल इन्फेक्शन – लंबे समय तक दस्त रहने पर गुदा क्षेत्र में फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण भी हो सकता है।
दस्त के बाद गुदा की जलन को शांत करने वाले असरदार उपाय - How to Soothe Burning Anus After Diarrhea in Hindi
गुनगुने पानी से Sitz Bath लेना
सिट्स बाथ के लिए आप एक चौड़े टब या बाल्टी में गुनगुना पानी लें और उसमें 10–15 मिनट बैठें। इससे गुदा क्षेत्र की सफाई भी होगी और सूजन व जलन में राहत मिलेगी। दिन में दो बार यह उपाय करें।
नारियल तेल लगाएं
नारियल तेल एंटीसेप्टिक और ठंडक देने वाला होता है। मल त्याग के बाद हल्के हाथों से गुदा क्षेत्र पर नारियल तेल लगाएं। यह त्वचा को मॉइस्चराइज करता है और जलन कम करता है।
एलोवेरा जेल का प्रयोग करें
एलोवेरा जेल ठंडक देने वाला और हीलिंग एजेंट है। प्राकृतिक एलोवेरा जेल को प्रभावित हिस्से पर लगाएं। दिन में 2–3 बार लगाने से राहत मिलती है।
बर्फ से सिकाई करें
एक साफ कपड़े में कुछ बर्फ के टुकड़े लपेटें और गुदा क्षेत्र पर 5–10 मिनट रखें। इससे सूजन कम होगी और जलन शांत होगी। दिन में एक या दो बार ही करें।
कॉटन के ढीले अंडरवियर पहनें
टाइट कपड़े गुदा क्षेत्र में रगड़ बढ़ाते हैं, जिससे जलन बढ़ती है। ढीले, सूती और साफ अंडरवियर पहनें ताकि त्वचा को सांस मिले। टॉयलेट पेपर की जगह साफ पानी से धोएं और किसी साफ व नरम तौलिए से थपथपा कर सुखाएं। ज्यादा रगड़ने से त्वचा और खराब हो सकती है।
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डायरिया के बाद गुदा में जलन होना एक आम लेकिन तकलीफदेह समस्या है, जिसे अनदेखा करना सही नहीं। उचित देखभाल, सफाई और घरेलू उपायों की मदद से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। सबसे जरूरी है, दस्त का कारण जानकर उसका सही इलाज करना ताकि यह समस्या बार-बार न हो। यदि जलन ज्यादा बढ़ रही हो या कोई असामान्य लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
FAQ
दस्त लगने का मुख्य कारण क्या है?
वयस्कों में दस्त का सबसे आम कारण नोरोवायरस है जो गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बनता है। रोटावायरस बच्चों में तीव्र दस्त का सबसे आम कारण है।दस्त रोकने के लिए क्या देना चाहिए?
दस्त होने पर पानी की कमी हो सकती है, ऐसे में व्यक्ति को नींबू, चीनी और नमक का घोल बनाकर देने में आराम मिलता है। इसके साथ ही, हल्का और सुपाच्य भोजन खाने से पाचन क्रिया को आराम मिलता है और दस्त जल्दी ठीक होते हैं।बारिश में पेट में इंफेक्शन क्यों होता है?
बारिश में दूषित भोजन और दूषित पानी पीने की वजह से पेट में इंपेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है।