कान में बार-बार फुंसी होने की समस्या काफी आम है, लेकिन यह असहजता और दर्द का कारण बन सकती है। यह समस्या ज्यादातर बैक्टीरियल इंफेक्शन, पसीने, गंदगी या स्किन ऑयल के ज्यादा जमा होने के कारण होती है। कई बार यह समस्या इतनी बढ़ जाती है कि कान में खुजली, सूजन और जलन भी महसूस होने लगती है। अगर आप भी बार-बार इस परेशानी से जूझ रहे हैं, तो कुछ आसान और असरदार बचाव के उपाय अपनाकर राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं कान में फुंसी होने के मुख्य कारण, लक्षण और बचाव के उपाय। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने हमने लखनऊ के महानगर में स्थित ईएनटी क्लीनिक के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ रणवीर सिंह से बात की।
कान में फुंसी के लक्षण- Ear Pimple Symptoms
- कान के अंदर या बाहरी हिस्से में हल्के से तेज दर्द वाली गांठ महसूस होना।
- प्रभावित हिस्से में सूजन और रेडनेस होना।
- कान में खुजली और जलन होना।
- कान में दबाव या भारीपन महसूस होना।
- कभी-कभी पस या दाने का फूटना।
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कान में बार-बार फुंसी होने के कारण- Recurring Ear Pimple Causes
1. बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन
गंदे हाथों से बार-बार कान छूने या संक्रमित ईयरफोन व ईयरबड्स का इस्तेमाल करने से बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन हो सकता है।
2. ज्यादा पसीना और गंदगी जमा होना
गर्मी या उमस भरे मौसम में कान के अंदर ज्यादा पसीना और तेल जमा होने से रोमछिद्र बंद हो जाते हैं, जिससे फुंसी हो सकती है।
3. एलर्जी या स्किन प्रॉब्लम होना
कुछ लोगों को हेयर प्रोडक्ट्स, इत्र या कान में इस्तेमाल होने वाले किसी लोशन से एलर्जी हो सकती है, जिससे स्किन रिएक्शन और फुंसी हो सकती है।
4. बार-बार ईयरबड्स या हेडफोन पहनना
अगर आप ज्यादा देर तक ईयरफोन या हेडफोन पहनते हैं, तो कान की त्वचा को पर्याप्त हवा नहीं मिल पाती, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।
5. हार्मोनल बदलाव
कुछ लोगों में हार्मोनल असंतुलन (जैसे प्यूबर्टी या पीरियड्स के दौरान) के कारण भी कान में फुंसी हो सकती है।
कान में फुंसी से बचाव के उपाय- Ear Pimple Prevention Tips
- कान की साफ-सफाई का ध्यान रखें। अपने कानों को हल्के गीले कपड़े से साफ करें और ईयरबड्स का ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें।
- गंदे हाथों से कान को न छुएं। कानों को बार-बार छूने से बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए अपने हाथों को पहले धोएं, फिर ही कान को हाथ लगाएं।
- ईयरफोन और हेडफोन को नियमित साफ करें। अपने हेडफोन, ईयरफोन या ईयरबड्स को समय-समय पर सैनिटाइज़ करें, ताकि बैक्टीरियल इंफेक्शन न फैले।
- टी ट्री ऑयल या हल्दी का इस्तेमाल करें। टी ट्री ऑयल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो फुंसी को जल्दी ठीक करने में मदद कर सकते हैं। हल्दी का पेस्ट भी एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है।
- ज्यादा ऑयली या जंक फूड खाने से बचें। ज्यादा ऑयली और मसालेदार भोजन शरीर में अतिरिक्त तेल उत्पादन को बढ़ा सकता है, जिससे फुंसी होने का खतरा बढ़ जाता है।
- नारियल तेल या एलोवेरा जेल लगाएं। अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है, तो नारियल तेल या एलोवेरा जेल लगाने से त्वचा को ठंडक और राहत मिलेगी।
- भरपूर पानी पिएं और हेल्दी डाइट लें। शरीर में डिटॉक्सिफिकेशन सही तरीके से हो, इसके लिए दिनभर पर्याप्त पानी पिएं और हरी सब्जियों व फलों को अपनी डाइट में शामिल करें।
- अगर दर्द ज्यादा हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें। अगर फुंसी बार-बार हो रही है, बहुत दर्द दे रही है या पस निकल रहा है, तो तुरंत किसी ईएनटी डॉक्टर से सलाह लें।
कान में फुंसी होना एक आम समस्या है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है। अच्छी हाइजीन बनाए रखना, सही खान-पान अपनाना और घरेलू उपायों का इस्तेमाल करना इस परेशानी से राहत पाने में मदद कर सकता है।
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