Doctor Verified

निमोनिया से बचने के लिए खुद को ऐसे करें तैयार, बच्चों से लेकर बड़े तक रहेंगे सुरक्षित

Pneumonia prevention : बच्चों और वयस्कों को निमोनिया से बचने के लिए कुछ खास टिप्स को फॉलो करना चाहिए। जानें इनके बारे में-
  • SHARE
  • FOLLOW
निमोनिया से बचने के लिए खुद को ऐसे करें तैयार, बच्चों से लेकर बड़े तक रहेंगे सुरक्षित

निमोनिया फेफड़ों का एक संक्रमण है, जो आमतौर पर संक्रामक नहीं होता है। लेकिन नाक और गले में ऊपरी श्वसन पथ का संक्रमण संक्रामक हो सकता है। निमोनिया किसी भी उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है। 2 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के वयस्कों में निमोनिया का जोखिम अधिक होता है। वैसे तो निमोनिया का टीका लगवाने से इससे संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है, लेकिन टलता नहीं है। इसलिए टीके के साथ ही आपको निमोनिया से बचने के लिए कुछ खास चीजों का भी ध्यान रखना चाहिए। बच्चों और अधिक उम्र के बुजुर्गों को निमोनिया से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जानें डॉक्टर सोनम सोलंकी  से-

peumonia

निमोनिया क्या है? (what is Pneumonia)

जब किसी भी संक्रमण के कारण फेफड़ों में सूजन आती है, तो इसे निमोनिया कहा जाता है। ज्यादातर निमोनिया बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से होता है। निमोनिया के साथ ही इंफ्लूएंजा और कोरोना वायरस (influenza and corona virus) भी फेफड़ों को प्रभावित करते हैं। निमोनिया के वायरस से बचाव करना बहुत जरूरी है। 

मासीना अस्पताल, मुंबई के सलाहकार पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर सोनम सोलंकी   (Dr Sonam Solanki, Consultant Pulmonologist, Masina Hospital, Mumbai) बताते हैं कि निमोनिया से बचाव के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल (healthy lifestyle) को फॉलो करना बहुत जरूरी होता है। हेल्दी डाइट, व्यायाम का अभ्यास करें, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली  (Immunity) को मजबूत रखने में मदद करते हैं। निमोनिया के जोखिम को कम करने के लिए अच्छी स्वच्छता को अपनाना भी बहुत जरूरी है।

इसे भी पढ़ें - Pneumonia Ayurvedic Treatment: निमोनिया से राहत दिला सकती हैं ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, जानें प्रयोग

निमोनिया से बचाव के टिप्स (Pneumonia prevention tips)

  • निमोनिया से बचाव के लिए आपको अच्छी स्वच्छता और शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही इन बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है।
  • धूम्रपान से बचें। धूम्रपान फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • खाना खाने से पहले, खाना खाने के बाद, शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद गर्म पानी और साबुन से हाथ जरूर धोएं।
  • अगर आपके पास हाथ धोने के लिए पानी और साबुन नहीं है, तो एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर (alcohol based hand sanitizer) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • जितना संभव हो बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें।
  • भरपूर नींद और पर्याप्त आराम करें।
  • हेल्दी डाइट या स्वस्थ आहार लें। डाइट में फलों, सब्जियों को शामिल करें। 
  • निमोनिया से बचाव के लिए फाइबर (fiber rich foods) और लीन प्रोटीन (lean protein foods) का सेवन करना जरूरी होता है।
  • दूसरों के साथ शेयर की गई वस्तुओं को छूने से बचें।
  • हाथों को धोएं या साफ किए बिना अपने नाक और मुंह को न छूने से बचें।
  • नियमित रूप से व्यायाम या एक्सरसाइज और योग करें।
  • ये स्वस्थ आदतें आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने में बहुत मदद करती हैं। जिससे संक्रमित होने का खतरा काफी कम हो जाता है।
how to prevent kids from pneumonia
 
(image : piousayurveda.com)

बच्चों को निमोनिया से कैसे बचाएं (how to prevent kids from Pneumonia)

  • बच्चों को निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाने के लिए आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।
  • बच्चों और शिशुओं को सर्दी या फ्लू वाले लोगों से दूर रखें। इससे उनके संक्रमित होने के जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी।
  • बच्चे की नाक को हमेशा साफ और सूखा रखें।
  • बच्चों के समय-समय पर हाथ धुलाएं। खाना खाने से पहले हाथ धोने की आदत जरूर डालें।
  • हाथ की बजाय कोहनी में छींकना या खांसना सिखाएं। इससे दूसरे लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सकता है।
बच्चों में भी निमोनिया होता है। लेकिन अगर इन बचाव टिप्स को फॉलो किया जाए, तो काफी हद तक इससे बचा जा सकता है।

निमोनिया से बचाव के लिए प्रदूषण से भी बचें

प्रदूषित वातावरण निमोनिया की समस्या को बढ़ा सकता है। इसलिए आपको इससे अपना और बच्चों का बचाव जरूर करना चाहिए। इन दिनों पर्यावरण काफी प्रदूषित हो रखा है। ऐसे में फेफड़ों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए जरूरी है कि इससे अपना बचाव किया जा सके। दिल्ली जैसे शहर में इन दिनों हवा काफी प्रदूषित हो रखी है। इसलिए आपको घर से बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। प्रदूषित हवा से बचने के लिए घर पर भी मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा निमोनिया से बचने के लिए इन दिनों जरूरी काम हो, तभी घर से बाहर निकलें। अगर मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं, तो कुछ दिनों के लिए इस टाल दें। साथ ही इससे अपना बचाव करने के लिए हेल्दी डाइट लें, अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएं।

निमोनिया से बचने के लिए श्वसन तंत्र को बनाएं मजबूत

निमोनिया फेफड़ों का एक रोग है। इसलिए इससे बचने के लिए श्वसन तंत्र को मजबूत बनाना बहुत जरूरी होता है। श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने से फेफड़ों में विषाक्त पदार्थों के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है। श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए धूल, धूम्रपान और पर्यावरण प्रदूषकों से खुद को बचाकर रखें। अपने श्वसन तंत्र और फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए डीप ब्रीदिंग, योग आदि का सहारा लें। इसके अलावा खुद को हाइड्रेट रखें, खुश रहें और हंसते रहें। तंबाकू और धूम्रपान के सेवन से बचें। अच्छी डाइट लें और शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।

इसे भी पढ़ें - वायु प्रदूषण बढ़ा सकता है निमोनिया का खतरा, एक्सपर्ट से जानें फेफड़ों को प्रदूषण से बचाने के उपाय

वैक्सीन भी है कारगर

बच्चों और वयस्कों में निमोनिया के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए स्वस्थ जीवनशैली के साथ ही टीकाकरण लेना भी सबसे अच्छे तरीकों में से एक है, जो निमोनिया को रोकने में मदद करता है। न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन एक न्यूमोकोकल और संयुग्म वैक्सीन है, जिसका उपयोग शिशुओं, छोटे बच्चों और वयस्कों को जीवाणु से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है। न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन को पीसीवी13 (PCV13) भी कहा जाता है। यह 13 प्रकार के न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से बचाव करता है। पीसीवी13 आमतौर पर 2, 4, 6 साल और 12-15 महीने की उम्र के बच्चों को दिया जाता है।

 

pneumonia symptoms

(image : mfine.co)

निमोनिया के लक्षण (symptoms of Pneumonia)

निमोनिया के शुरू होने पर व्यक्ति में कुछ लक्षण नजर आते हैं। अगर समय रहते इन पर ध्यान दिया जाए, तो इससे बचा जा सकता है। अन्यथा जोखिम का स्तर बढ़ जाता है। जानें निमोनिया के लक्षण-

  • ठंड लगना
  • तेज बुखार आना
  • खांसी होना
  • पीला थूक निकलना
  • सांस फूलना
  • सीने में दर्द
  • खून की खांसी
  • भूख न लगना

ये सभी निमोनिया के लक्षण होते हैं, अगर आपमें इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ऊपर बताए गए तरीकों से आप खुद को और बच्चों को निमोनिया से बचा सकते हैं। निमोनिया के किसी भी लक्षण को सामान्य समझकर नजरअंदाज करने की भूल न करें। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है।

(main image : mydr.com.au)

Read Next

क्‍या कमरे में वाईफाई होने से ब‍िगड़ सकती है सेहत? जानें सेहत पर कैसे असर डालता है वाईफाई राउटर

Disclaimer