
बढ़ती उम्र के कारण हमारे फेस पर रिंकल्स या झुर्रिया पड़ने लगती हैं, जिसे छिपाने के लिए महिलाएं कई तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने लगती हैं। दुकान पर जाकर महंगे उत्पाद खरीद लेती हैं, जिन्हें घर पर आकर अपने फेस पर अपलाई करती हैं। क्या आप जानती हैं कि ऐसा करना आपकी स्किन के लिए कितना हानिकारक हो सकता है।
इस पेज पर:-
हां, अगर आप सच में अपनी स्किन या त्वचा की देखभाल देसी उपचार करके करना चाहती हैं, तो आप ऐसा कर सकती हैं। लेकिन हर स्किन टाइप अलग होता है। ऐसे में ग्रीन जूस एक ऐसा उपचार है, जो चेहरे पर चमक लाता है और स्किन को जवां लुक देता है। फिर भी यंग दिखने के लिए केवल यह एक उपचार ही काफी नहीं है। कई और तरीके ऐसा हैं, जिन्हें इस्तेमाल करके आप अपनी स्किन को मुलायम बना सकते हैं और झुर्रियों से छुटकारा पा सकते हैं।

ओरिफ्लेम इंडिया की सौंदर्य एवं मेकअप विशेषज्ञ आकृति कोचर ने बढ़ती उम्र को रोकने यानी एंटी-एजिंग से जुड़े मिथकों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।
एंटी एजिंग से जुड़े मिथ
एंटी-एजिंग से जुड़ा एक मिथ यह है कि रोजाना ग्रीन जूस के सेवन से खून साफ होता है और चेहरे पर चमक आती है। यह बात सच है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि सिर्फ एक उपाय से आपके चेहरे पर चमक आ जाए और आप जवां दिखने लगे। इसलिए अपनी दिनचर्या में क्लीजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग को जरूर शामिल करें। बाहर जाने पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। व्यायाम और संतुलित आहार का सेवन करें। बढ़ती उम्र के असर को रोकने के लिए आपको अपनी जीवनशैली से जुड़े हर पहलू पर ध्यान देना होगा।
खूब पानी पीएं
जवां दिखना चाहते हैं, तो खूब पानी पीएं। इससे त्वचा में नमी बरकरार रहती है और शरीर में से हानिकारक टॉक्सिन भी निकलते हैं। लेकिन सिर्फ इतना करना ही काफी नहीं है। आपको जवां दिखने के लिए अपनी दिनचर्या और स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा।
झुर्रियां दूर करने के तरीके
यह मिथ खूब प्रचलित है कि मॉइश्चराइजर के इस्तेमाल से सारी झुर्रियां दूर हो जाती हैं। यह आपकी त्वचा को नमी प्रदान करता है और पोषित त्वचा लंबे अर्से तक जवां नजर आती है। लेकिन झुर्रियां दूर करने के लिए सही डे और नाइट क्रीम, सीरम व तेल का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली को भी आप अपना सकते हैं।
सही एंटी-अजिंग क्रीम
युवावस्था में ही एंटी-एजिंग क्रीम का इस्तेमाल करने की सलाह भी दी जाती है। लेकिन यह भी महज एक मिथ है। त्वचा का रंग काला पड़ जाना और रूखापन आदि झुर्रियां पड़ने का पहला संकेत होता है। वैसे, 30 की उम्र के बाद ही झुर्रिया पड़ती हैं। लेकिन सही देखभाल और सही जीवनशैली का अभाव और तनावपूर्ण जीवन से यह कम उम्र में नजर आ सकती हैं, इसलिए स्वास्थ्य पर खास ध्यान दें।
यह जरूरी नहीं कि महंगे उत्पाद के इस्तेमाल से आपको जवां लुक मिल जाएं इसलिए, सोच-समझकर ही किसी भी सौंदर्य उत्पाद का प्रयोग करें। आपकी पूरी दिनचर्या, जीवनशैली का आपके शरीर और त्वचा पर काफी असर पड़ता है, इसलिए संतुलित व स्वस्थ आहार लें।
सनस्क्रीन का इस्तेमाल
सनस्क्रीन युक्त सौंदर्य उत्पाद का मेकअप में प्रयोग करना बेहतर विकल्प है। लेकिन याद रखें कि यह सनस्क्रीन लोशन के जितना प्रभावी नहीं हो सकता, इसलिए घर से बाहर निकलने से पहले कम से कम आधे घंटे पहले सनस्क्रीन लगाएं, ताकि यह त्वचा में अच्छी तरह से अवशोषित हो जाए।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version