समय के साथ बच्चों की परवरिश में कई तरह के बदलाव देखने को मिले हैं। आज के समय में अभिभावक बच्चे के प्रश्नों से बचने के लिए कई बार उनको मोबाइल दे देते हैं। सोशल मीडिया, वीडियो गेम्स और अनियमित दिनचर्या की वजह से बच्चा जहां एक ओर तेजी से नई चीजों को सीखता है, वहीं दूसरी ओर उसे किसी चीज के मिस होने का डर भी सताने (FOMO) लगता है। कई मामलों में यह डर काफी बढ़ जाता है, इसके बढ़ने पर बच्चा चीजों को लेकर जिद्द करने लगता है या बेवजह रोने लगता है। ऐसे में बच्चे को बैचेनी, चिड़चिड़ापन और नींद की कमी, और घबराहट महसूस हो सकती है। साथ ही, यह परेशानियां अभिभावकों के लिए चिंता का विषय हो सकती है। कई बार अभिभावकों को यह मालूम ही नहीं होता है कि वह बच्चे के FOMO की समस्या को कैसे हैंडल करें। इस लेख में डॉ. आस्तिक जोशी, बाल, किशोर एवं फोरेंसिक मनोचिकित्सक, वेदा क्लीनिक, नई दिल्ली (Dr. Astik Joshi - Child & Adolescent Developmental-Behavioral Clinic, Veda Clinic) से जानते हैं कि बच्चे के FOMO को कैसे दूर करें?
FOMO क्या है?
FOMO का मतलब है "Fear of Missing Out" यानी कुछ खास या मजेदार चीज को मिस करने का डर होना। बच्चे जब यह महसूस करते हैं कि उनके आस-पास कुछ हो रहा है जिससे वे वंचित रह रहे हैं, तो वे परेशान हो सकते हैं। इस स्थिति में कई बार बच्चे चिड़चिड़े, जिद्द करना और उनको नींद से जुड़ी समस्या हो सकती है।
बच्चों में FOMO के लक्षण - Symptoms Of FOMO In Children In Hindi
- जब बच्चा कुछ मिस होने से डरता है तो कई बार वह सोने से मना करने लगता है।
- जब माता-पिता बात कर रहे हों या किसी और काम में व्यस्त हों, तो बच्चा जबरदस्ती ध्यान खींचता है।
- बच्चा हर छोटी चीज पर प्रतिक्रिया देने लगता है और रोने लगता है।
- बच्चा हमेशा कुछ नया करना चाहता है और शांत नहीं बैठता।
- सोशल मीडिया, यूट्यूब या वीडियो गेम के जरिए बच्चे को FOMO का अनुभव हो सकता है।
बच्चों में FOMO क्यों होता है? - Causes Of FOMO in Babies In Hindi
- आज के समय में टीवी, मोबाइल, खिलौने और आज पास की तेज गतिविधियों से बच्चे के दिमाग में उत्तेजना अधिक होने लगती है।
- सही समय पर सोने खाने और खेलने की आदत न होने के कारण बच्चा हर समय अपनी पंसद की चीज करना चाहता है।
- आज माता-पिता बच्चे के साथ समय बिताने से ज्यादा मोबाइल या ऑफिस के काम में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में बच्चा उपेक्षित महसूस करता है। इस स्थिति में वह पसंदीदा चीज को मिस करने लगता है।
- कई बार बच्चा हमेशा दूसरे बच्चों को साथ खेलना चाहता है। ऐसे में भी उसको FOMO होने की संभावना बढ़ जाती है।
बच्चे को FOMO से कैसे बचाएं? - How To Prevent Child FOMO In Hindi
बच्चे का डेली रूटीन सेट करें
बच्चे के डेली रूटीन को सेट करना थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। लेकिन, सोने, खेलने और खाने का निश्चित समय तय होने से बच्चे को मानसिक शांति मिल सकती है।
बच्चे का स्क्रीन टाइम कम करें
जब बच्चा मोबाइल, टीवी और टैबलेट लगातार देखते हैं, तो इससे बच्चे में अन्य बच्चों के साथ तुलना करने की प्रवृत्ति बढ़ती है। ऐसे में बच्चे का स्क्रिन टाइम कम करने से फोमो की समस्या में आराम मिलता है।
बच्चे को समय देना आवश्यक
माता-पिता जब बच्चे को समय नहीं देते हैं तो ऐसे में वह अन्य चीजों के बारे में सोचना शुरु कर देते हैं। ऐसे में आप बच्चे के साथ हो तो उनको पूरा अटेंशन दें। इससे बच्चा माता-पिता के साथ खेलता है और दूसरी चीजों पर ध्यान नहीं लगाता है।
बच्चे को समझने का प्रयास करें
जब बच्चे को लगता है कि वह किसी पसंदीदा चीज को मिस कर रहा है तो ऐसे में आप उसके साथ किसी तरह का गेम या अन्य इंटरेक्टिव चीजों को कर सकते हैं। इससे वह धीरे-धीरे खुद के इमोशन्स को कंट्रोल करना सीख जाते हैं।
अभिभावकों को खुद की आदत बदलनी चाहिए
बच्चा ज्यादातर चीजें अपने दोस्तों और खासकर अपने अभिभावकों से सीखता है। यदि आप घर में बच्चे के सामने किसी चीज को मिस करने पर बात करते हैं तो वह भी इस तरह की आदत को अपनाने लगता है। ऐसे में अभिभावकों को बच्चे के सामने खुद की आदतों पर भी ध्यान देना बेहद आवश्यक है।
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FOMO केवल एक शब्द नहीं, बल्कि बच्चों के मानसिक विकास से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय है। यदि समय रहते माता-पिता इस पर ध्यान दें, तो बच्चा आत्मविश्वासी, संतुलित और अधिक समझदार बन सकता है। इस समस्या में बच्चे को किताब पढ़ने के प्रेरित करें, उन्हें कहानियां सुनाएं। इसके साथ ही, थोड़ा-थोड़ा समय बच्चा अकेले खेले या खुद में व्यस्त रहे, यह उसे मानसिक संतुलन सिखाता है। इस दौरान बच्चे को डांटने की बजाय धैर्य, प्यार और समझदारी से उसका मार्गदर्शन करें।
FAQ
एक बालक में रोने का मुख्य कारण क्या है?
ज्यादातर मामलों में बच्चा भूख, असुविधा (जैसे गीला डायपर होना), डर या माता-पिता से अलग होने की प्रतिक्रिया के चलते रोना शुरु कर देता है।बच्चों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए क्या खिलाना चाहिए?
बच्चे की ग्रोथ में सुधार करने के लिए आप उनको अंडा, दूध, पनीर, दही, पालक, ड्राई फ्रूट्स, हरी सब्जियां, साबुत आनाज, दाल, सोया और प्यूरी दे सकते हैं।बचपन में हाइट कैसे बढ़ाएं?
बच्चों की हाइट को बाढ़ाने के लिए आप उनको पौष्टिक आहार दें। साथ ही, पर्याप्त नींद और एक्सरसाइज से बच्चे की हाइट तेजी से बढ़ सकती है।