काम में मन न लगना, हो सकता है बर्नआउट का संकेत, जानें इससे डील करने के तरीके

How To Recover From Burnout: कई बार हम पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में फंसकर बहुत ज्यादा बर्नआउट हो जाते हैं, जिसका असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगता है।   
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काम में मन न लगना, हो सकता है बर्नआउट का संकेत, जानें इससे डील करने के तरीके

आगे बढ़ने की भागदौड़ में कई बार हम इतना व्यस्त हो जाते हैं, कि इसके कारण हम खुद पर ध्यान ही नहीं दे पाते। सुबह से शाम तक की वर्कलाइफ और पर्सनल लाइफ की परेशानियां तनाव का कारण बनने लगती हैं। इसके कारण हमें ज्यादातर समय चिड़चिड़ापन महसूस होना, गुस्सा आना, बहुत ज्यादा थकावट या कमजोरी आने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। यह समस्या न सिर्फ आपके काम को प्रभावित कर सकती हैं, बल्कि आपके निजी रिश्तों में दूरियां लाने का कारण भी बन सकती है। इसलिए जरूरी है इस पर समय पर समय से कंट्रोल किया जाए। तो चलिए आज इसी विषय पर बात करते हुए जानते हैं कि बर्नआउट प्राब्लम से बाहर आने के लिए क्या किया जाए। 

BURNOUT PROBLEM

बर्नआउट होने के लक्षण (Symptoms of Burnout in Hindi)

1.फोकस करने में परेशानी 

बर्नआउट होने पर आपको किसी भी काम में ध्यान लगाने में परशानी हो सकती है। इसके कारण आपको फैसले लेने में कंफ्यूजन और काम अवॉइड करने के विचार मन में आ सकते हैं।

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2.नींद में परेशानी होना 

बर्नआउट में आपको बहुत ज्यादा थके होने पर भी सोने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में आपके मन में हमेशा विचार चलते रहेंगे और आप ज्यादातर समय बैचेनी महसूस कर सकते हैं।

3. लोगों से दूरी बनाना 

अगर आप बर्नआउट की समस्या से ग्रस्त हैं, तो इसका असर आपको अपने रिश्तों में भी देखने को मिलेगा। ज्यादातर समय आपका किसी से बात करने का मन नहीं होगा और आप लोगों से दूरी बनाने की कोशिश करेंगे। 

4. व्यहवार में बदलाव

बर्नआउट से ग्रस्त व्यक्ति के व्यहवार से बदलाव बहुत जल्दी आता है। ऐसे में ज्यादातक समय चिड़चिड़ा महसूस होना, गुस्सा आना, इरीटेट रहना किसी से बात न करना या उदास महसूस करने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। 

बर्नआउट से कैसे बाहर आएं (How to overcome from breakout)

अगर इस समस्या पर समय से कंट्रोल नहीं किया जाए, तो यह गंभीर समस्या में भी बदल सकता है। आइए जानते हैं इससे बाहर आने की कुछ असरदार टिप्स। 

1. खुद के लिए थोड़ा ब्रेक लें

अगर आपके साथ यह समस्या लंबे समय से चल रही है, तो आपको खुद के लिए समय निकालने की आवश्यकता हो सकती है। कुछ दिन के लिए अपने काम से ब्रेक लें और खुद को रिलैक्स करने की कोशिश करें। इसके लिए आप सोलो या फेमिली के साथ ट्रिप भी प्लान कर सकते हैं। इस ब्रेक के दौरान अपनी परेशानी को समझने की कोशिश करें।

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2. किसी करीबी से बात करें

किसी करीबी व्यक्ति से परेशानी शेयर करना परेशानी से बाहर आने का सबसे बेहतर तरीका है। अपनी परेशानी किसी ऐसे व्यक्ति से शेयर करें, जिस पर आप भरोसा करते हैं। इससे आपको बहुत शांति और सुकून महसूस होगा और अपनी समस्या से बाहर आना भी आपके लिए आसान होगा। 

3. अपनी सीमाएं खुद निर्धारित करें

अगर आप काम और निजी जिंदगी के बीच फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं, तो अपने लिए सीमाएं खुद निर्धारित करें। कई बार हम खुद के लिए सीमाएं निर्धारित नहीं करते और जरूरत से ज्यादा काम में व्यस्त हो जाते हैं। लेकिन अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए सीमाएं निर्धारित करना बेहद जरूरी है। इससे आप काम और निजी जीवन के बीच नहीं फसेंगे। 

4. अपने मनपसंद कार्यो में ध्यान लगाएं

बर्नआउट से बाहर आने के लिए थोड़ा समय खुद को देने की कोशिश करें। इसके लिए सभी चीजों से ब्रेक लेकर अपने मनपसंद कार्यो पर ध्यान लगाएं। इसके साथ ही उन चीजों पर ज्यादा गौर करें जिनसे आपको ज्यादा खुशी मिलती है। इससे आपको तनाव से बाहर आने में मदद मिलेगी। 

5. एक्सपर्ट से सलाह लें

अगर अपने इमोशन्स पर कंट्रोल करना आपके लिए मुश्किल हो रहा है, तो किसी एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। एक्सपर्ट से सहायता लेने से आपको अपनी समस्या का सही समाधान मिल पाएगा। 

इन तरीको से आप बर्नआउट की समस्या से बाहर आ सकते हैं। 

 

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