
किसी करीबी रिश्ते का अचानक टूट जाना या कोई बड़ा सदमा लगना इंसान को अंदर से तोड़कर रख सकता है। इसके कारण व्यक्ति का खुद की भावनाओं पर कंट्रोल नहीं रहता, जो उसे धीरे-धीरे मानसिक रूप से कमजोर बना देता है। इसे इमोशनली हर्ट की स्थिति कहा जा सकता है। इसमें व्यक्ति खुद पर अपना कंट्रोल खोने लगता है। ऐसे में वह हमेशा उदास और परेशान रहता है, साथ ही दूसरों से दूर रहने की कोशिश करने लगता है। अगर समय पर इस स्थिति को नियंत्रित न किया जाए, तो यह डिप्रेशन और एंग्जाइटी की समस्या का कारण भी बन सकता है। इस स्थिति पर कंट्रोल पाने के तरीके जानने के लिए हमने बात की सर गंगा राम अस्पताल (ओल्ड राजेन्द्र नगर) की एसोसिएट कंसल्टेंट रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट नीलम मिश्रा से, जिन्होनें इस विषय पर खास जानकारी हमसे साझा की।
जानिए क्या है इमोशनली हर्ट होने की स्थिति
इमोशनली हर्ट होने पर व्यक्ति भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति हमेशा चिड़चिड़ा रहता है, उसे बेवजह गुस्सा आने लगता है। इसके साथ ही, उसमें शर्म, अफसोस, तनाव और चिंता की भावना भी बढ़ने लगती है। इस स्थिति में व्यक्ति का खुद पर नियंत्रण नहीं होता और उसके लिए अपने इमोशन्स कंट्रोल करना मुश्किल होने लगता है।
अपनी भावनाओं पर कैसे कंट्रोल रखा जाए (How To Control Your Emotions In Hindi)
1. अपने बारे में ज्यादा बातें शेयर न करें
कई बार अपनी भावनाएं खुलकर व्यक्त करना भी आपको मुश्किल में डाल सकता है। जरूरी नहीं कि आपके आसपास रहने वाला हर व्यक्ति आपके भरोसे के लायक हो। इसलिए अपनी भावनाएं केवल उन लोगों के सामने रखें जिन पर आप सच में भरोसा करते हैं। जब हम भावनात्मक रूप से परेशान होते हैं, तो कई बार हम दूसरों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा कर लेते हैं। ऐसे में हम अपने राज और कमजोरी भी सामने वाले से शेयर कर बैठते हैं, जो बाद में हमें किसी बड़ी परेशानी में डाल सकता है।
2. डायरी लिखना शुरू करें
लिखकर अपनी भावनाएं व्यक्त करना आपको काफी राहत दे सकता है। अगर आप किसी करीबी से अपनी भावनाएं बांटने को तैयार नहीं है, तो आप डायरी में लिखकर अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते है। अपनी परेशानी के बारे में लिखने से उसका समाधान निकालना आपके लिए और भी आसान हो सकता है।
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3. समस्या का कारण समझें
अपनी भावनाओं पर कंट्रोल पाने के साथ आपके लिए परेशानी का हल करना भी जरूरी है। अपनी बिजी लाइफ से खुद के लिए समय निकालें और किसी शांत जगह बैठकर परेशानी को समझने की कोशिश करें। आपको स्थिति को समझकर उसका समाधान करने की कोशिश करनी होगी, जिससे भविष्य में ऐसी कोई भी परेशानी आपको फिर से परेशान न कर पाए।
4. अपनी भावनाओं पर कंट्रोल करे
जब व्यक्ति इमोशनली हर्ट होता है, तो वह अंदर से बेहद कमजोर हो जाता है। ऐसे में वह छोटी-छोटी बात पर रोना, हमेशा गुस्से या तनाव में रहना जैसी गतिविधियां करने लगता है। इसलिए जो व्यक्ति इस स्थिति से गुजर रहा होता है, उसके लिए अपनी भावनाओं पर कंट्रोल करना सीखना बेहद जरूरी हो जाता है। इसके लिए अपनों के साथ वक्त बिताना और मेडिटेशन करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
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5. एक्सपर्ट से बात करें
अगर अपनी भावनाओं पर कंट्रोल करना आपके लिए बेहद मुश्किल हो गया है, तो आपको बिना देरी किये किसी एक्सपर्ट से सलाह लेने की कोशिश करनी चाहिए। किसी एक्सपर्ट से मदद लेना आपको इस समस्या से जल्द बाहर आने में मदद कर सकता है।
एक्सपर्ट के बताए ये खास टिप्स अपनी भावनाओं पर कंट्रोल पाने में आपकी मदद कर सकते हैं।