आप चाहें पूरे घर को रोज़ ही क्यों न साफ करते हों पर अगर टॉयलेट साफ नहीं है तो बीमारियां अंदर आने का रास्ता खोज ही लेंगी। लोग अक्सर सफाई में टॉयलेट को मिस कर देते हैं। जबकि हमारी हाइजीन के लिये टॉयलेट या बॉथरूम का साफ होना बहुत जरूरी है। ऐसा न करने से कई तरह के संक्रमण और बीमारी हमारे शरीर में जन्म ले सकती है। टॉयलेट साफ रखने के लिये सही तरीका जानने की जरूरत है वरना गंदगी तो साफ होगी पर बैक्टेरिया नहीं हटेंगे। बीमारी से बचने के लिये टॉयलेट की सफाई का सही तरीका जानने के लिये हमने बात की लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से और समझा कि टॉयलेट हाइजीन का ख्याल कैसे रखें और ऐसा न करने के क्या नतीजे हमारी सेहत पर पड़ सकते हैं।
गंदे टॉयलेट के इस्तेमाल से कौनसी बीमारियां होती हैं? (Diseases caused by unclean toilet)
बीमारियों से बचने के लिये आपको ये ध्यान रखने की जरूरत है कि हमेशा साफ टॉयलेट का ही इस्तेमाल करें। अगर आपके शरीर पर कोई घाव है तो गंदी टॉयलेट सीट पर बैठने से घाव बढ़ सकता है। टॉयलेट के इस्तेमाल या सफाई के बाद हाथ जरूर धो लें। इससे आपको एसटीडी रोग होने की आशंका कम होगी। गंदे शौचालय में ई-कोलाई नामक बैक्टेरिया पाया जाता है। इससे उल्टी, दस्त,स्किन एलर्जी जैसी समस्या हो सकती है इसलिये टॉयलेट की सफाई जरूरी है। टॉयलेट सीट के साथ, टॉयलेट के दरवाजे का हैंडल भी साफ करें। इससे संक्रमण नहीं फैलेगा। गंदा टॉयलेट यूज करने से आपको बुखार,सर्दी जैसी समस्या भी हो सकती है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं और लड़कियों को टॉयलेट हाइलीन पर खास ख्याल रखने की जरूरत है। पीरियड्स के दौरान आपकी त्वचा नाजुक हो जाती है और इंफेक्शन जल्दी कैच करती है इसलिये साफ टॉयलेट में जायें। इंफेक्शन बढ़ने पर आपको यूटीआई की समस्या भी हो सकती है। बाहर जाना हो तो टॉयलेट सेनेटाइजर को बैग में कैरी करें।
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कब साफ करें टॉयलेट? (When to clean toilet)
जितने ज्यादा लोग टॉयलेट का इस्तेमाल करेंगे उसे उतनी जल्दी सफाई की जरूरत होगी। वैसे तो हर इस्तेमाल के बाद आपको पेपर टिशू से टॉयलेट की सीट साफ करनी चाहिये पर ऐसा पूरी सफाई के लिये हफ्ते में 2 दिन जरूर निकालें। बदबू और इंफेक्शन से बचने के लिये आपको नियमित तौर पर सफाई की जरूरत है।
कमोड को कैसे साफ करें? (How to clean western toilet)
- कमोड के आसपास सामान रखने से बचें। अगर आपका टॉयलेट और बॉथरूम एक है तो भी कमोड के पास कुछ भी रखने से बचें।
- सफाई के लिये क्लीनर लगा दें। रिम के पास और अंदर से पूरी गोलाई में क्लीनर डालकर छोड़ दें।
- अगर कोई धब्बे हैं तो उसे ब्रश की मदद से हटा दें।
- 10 से 15 मिनट के बाद पानी से धो दें। सफाई के बाद सूखे कपड़े से पोंछ दें।
- दिन में कई बार हम टॉयलेट जाते हैं इससे वहां बदबू भर जाती है। इससे बचने के लिये एयर फ्रेशनर का छिड़काव करें।
- हालांकि एयर फ्रेशनर केवल कुछ समय के लिये बदबू को मिटाता है। पूरी तरह से बदबू को भगाने के लिये पौधे रख सकते हैं।
- टॉयलेट टैंक के किनारों को ब्रश से साफ करना न भूलें और उसमें थोड़ा विनेगर डाल दें। इससे टॉयलेट साफ हो जायेगा और बदबू खत्म हो जायेगी।
- बदबू मिटाने के लिये आप कॉटन बॉल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। कॉटन बॉल्स में एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें डालें और छोटे बाउल में रखकर टॉयलेट या बॉथरूम में रख दें।
- इस्तेमाल के बाद फ्लश न करने से बदबू होती है इसलिये ध्यान दें कि इस्तेमाल करने के बाद फ्लश चलायें और उसके बाद कमोड का ढक्कन बंद कर दें।
सार्वजनिक शौचालय के इस्तेमाल से पहले जान लें सही तरीका (How to use public toilet)
ऑफिस या फील्ड जॉब करने वालों को दिन भर में कई सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करना पड़ता है इसलिये उन्हें संक्रमण का खतरा भी ज्यादा रहता है। इस परेशानी से बचने के लिये आप टॉयलेट की सीट पर बैठने से पहले उसे टिशू पेपर से पोंछ लें। ये आपकी हाइजीन के लिये जरूरी है। इससे न सिर्फ संक्रमण की आशंका कम होगी बल्कि पब्लिक टॉयलेट भी साफ रहेंगे। इस्तेमाल के बाद साबुन से हाथ धोना न भूलें। गीले शौचालय में जाने से बचें इससे आपको बीमारी हो सकती है। अगर आपको रोज़ पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करना पड़ता है तो अपने पास ग्लब्स, टॉयलेट व हैंड सेनेटाइजर जरूर रखें। सीट की सतह को छूने की गलती बिल्कुल भी न करें।
बच्चों को सिखाएं टॉयलेट हाइजीन (Toilet hygiene for kids)
अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो आपको उन्हें टॉयलेट हाइजीन जरूर सीखाना चाहिये। बच्चे की उम्र 5 साल न होने तक उसे अकेले शौचाालय में न भेजें। उसके बाद धीरे-धीरे हाइजीन के गुर सीखाएं। सबसे जरूरी बात है टॉयलेट के इस्तेमाल के बाद हाथ धुलना। इसलिये बच्चों को हाथ धोने का सही तरीका समझायें। उन्हें फ्लश करने की आदत डलवायें। इन आदतों को बचपन से सीखने से उन्हें कभी टॉयलेट का इस्तेमाल करने से इंफेक्शन या बीमारी नहीं होगी।
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टॉयलेट की सफाई से पहले जान लें ये टिप्स (Tips before you clean toilet)
- टॉयलेट ब्रश को हर 4 महीनों में बदल लें।
- बदबू दूर करनी हो तो हाइड्रोजन पराक्साइड से छिड़काव करें और पोंछ लें।
- ज्यादा गंदगी हो तो ब्लीचिंग पाउडर छिड़क सकते हैं, ब्रश से घिसकर धो लें।
- गंदे पानी से आपको इंफेक्शन न हो इसके लिये आप ग्लब्स का इस्तेमाल करें।
- स्पंज की जगह आप पेपर टॉवल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सफाई होते ही उसे फेंक दें।
- टॉयलेट ब्लॉक या अंदर से गंदा हो तो प्रेशर से पानी डालें। पाइप न हो बाल्टी का इस्तेमाल करें।
- अगर आप सफाई के बाद फ्लश करना चाहते हैं तो कमोड का ढक्कन बंद करके फ्लश करें। इससे पानी बाहर नहीं जायेगा।
- लोग अक्सर बॉथरूम या टॉयलेट की दीवारें साफ नहीं करते। आप ऐसी गलती न करें। 3 दिन में एक बार दीवारें साफ कर लें।
- हाथ साफ या नहाने वाले साबुन को भीगा हुआ न छोड़े। इससे इंफेक्शन हो सकता है। इस्तेमाल के बाद साबुन को सूखी जगह पर रखें।
- टॉयलेट को साफ करने के लिये कुछ लोग स्पंज का इस्तेमाल करते हैं पर इससे बैक्टेरिया पनपते हैं इसलिये टॉयलेट की सफाई में स्पंज यूज न करें।
- टॉयलेट में डस्टबिन जरूर रखें। टॉयलेट में टिशू या सेनेटरी पैड बिल्कुल भी न डालें। उसे डस्टबिन में फेकें। टॉयलेट में डालने से आपकी नाली जाम हो सकती है।
- हफ्ते में एक बार टॉयलेट के अंदर और बाहर बेकिंग सोडा जरूर छिड़कें। इससे सफाई भी अच्छी होती है और बदबू भी दूर भागती है। इसमें आप सिरका भी डाल सकते हैं।
- टॉयलेट या बॉथरूम में हफ्ते में कम से कम 2 बार अगरबत्ती का धुआं करें। ऐसा करने से मच्छर या कीट खत्म हो जायेंगे। अगरबत्ती जलाकर 2 घंटे के लिये दरवाजा बंद कर दें।
बीमारियों को दूर भगाने के लिये नियमित तौर पर अपना टॉयलेट साफ करते रहें। इससे आप और आपका परिवार संक्रमण से सुरक्षित रहेगा।
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