बच्चों को पालना एक बड़ी जिम्मेदारी है, बच्चे जो देखते हैं वही सीखते भी हैं। ऐसे में अगर आपका बच्चा चिड़चिड़ा और जिद्दी है तो पहले इस बात के बारे में जानने की कोशिश करें कि आखिर वो ऐसा क्यों है। कई बार घरों में पेरेंट्स के बीच लड़ाई-झगड़ों को देखकर भी बच्चे जिद्दी और चिड़चिड़े हो जाते हैं तो वहीं बच्चों के जिद्दी होने के पीछे मोबाइल भी एक बड़ी वजह है। बचपन से ही माता-पिता बच्चे के हाथ में मोबाइल थमा देते हैं, ऐसे में अगर आप उससे मोबाइल दूर करेंगे तो वह जिद्दी हो जाएगा। कई बार जिद्दी बच्चे अपनी बातों को मनवाने के लिए कहीं भी रोना शुरू कर देते हैं, ऐसे में पेरेंट्स को उन्हें चुप कराना मुश्किल हो जाता है। इस लेख में हम एक्सपर्ट से जानेंगे जिद्दी बच्चे को शांत करने और उन्हें संभालने के तरीके।
जिद्दी बच्चे को कैसे शांत करें- How To Calm Fussy Stubborn Child In Hindi
- रोते हुए जिद्दी बच्चे को शांत करवाने के लिए आप उसकी डिमांड पूरी करने के बजाए, उससे बात करें। बच्चा उस वक्त आपकी हर एक बात सुनेगा क्योंकि उसे अपने पसंद की चीज चाहिए है। ऐसे में आप बच्चे को समय दें न कि उस पर गुस्सा करें।
- जब बच्चा रोए तो उससे बात करें और प्यार से पूछें कि आखिर वो क्यों डिमांड कर रहा है। बच्चे की बात पूरी सुनें और फिर उसे अपनी बात समझाएं। जब आप बच्चे को सुनेंगे तो बच्चा अपनी बात बोलते हुए खुद ही रोना बंद कर देगा।
- जिद्दी बच्चे को संभालने के लिए पता करें के उसके चिड़चिड़ेपन का कारण क्या है। अगर आपका बच्चा मोबाइल पर ज्यादा समय बिताता है तो उसकी एक लिमिट सेट करें।
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- कई बार बच्चे मोबाइल में यूट्यूब पर कुछ ऐसे वीडियोज देख लेते हैं, जिनमें बच्चे जिद्दी होते हैं और अपनी बातें मनवा लेते हैं। ऐसे में बच्चे को लगने लगता है कि ऐसा करने से उसके पेरेंट्स भी सब बातें मान लेंगे।
- दूसरों के सामने कभी भी अपने बच्चे पर न चिल्लाएं। बच्चे से जब भी बात करें तो ध्यान रखें कि आपकी आवाज तेज न हो। अगर आप उससे तेज आवाज में बात करेंगे तो बच्चे के मन में डर बैठ सकता है।
- बच्चे को अनुशासित रखने के लिए नियम बनाएं। बच्चे को अपने साथ पार्क में ले जाएं और उसके साथ खेलें। जब बच्चा हर वक्त मोबाइल में बिजी रहेगा तो वह बाहरी दुनिया से दूर होने लगता है, जिससे चिड़चिड़ापन आता है।
- कई बार बच्चे अपने मन की बात माता-पिता से कह नहीं पाते हैं, ऐसे में आप उनसे बातें करें और समय-समय पर उनके साथ बाहर घूमने भी जाएं। ऐसा करने से आपका बच्चे के साथ बॉन्ड बेहतर होगा।