How Thyroid Hormone Affects Heart: शरीर को स्वस्थ रखने और ठीक ढंग से काम करने में हॉर्मोन की बड़ी भूमिका होती है। शरीर में कई तरह के हॉर्मोन होते हैं और सबका अपना-अपना काम होता है। किसी भी हॉर्मोन के स्तर में असंतुलन होने पर शरीर से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। थायराइड हार्मोन भी शरीर में कई महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करने का काम करता है। इस हॉर्मोन की सहायता से शरीर का चयापचय और जनन जैसी महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाओं को कंट्रोल किया जाता है। शरीर में इस हॉर्मोन का असंतुलन होने पर हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। इसकी वजह से आपको हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं शरीर में थायराइड हॉर्मोन बढ़ने या घटने से हार्ट की बीमारियों का खतरा कैसे बढ़ जाता है।
थायराइड हॉर्मोन हार्ट को कैसे प्रभावित करता है?- How Thyroid Hormone Affects Heart in Hindi
थायराइड हॉर्मोन बढ़ने या घटने से हार्ट से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। इसकी वजह से हार्ट की धमनियों को नुकसान पहुंचता है और इसकी वजह से ब्लड फ्लो प्रभावित होता है। शरीर में ब्लड फ्लो प्रभावित होने के कारण हाई बीपी समेत कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। थायराइड बढ़ने से हार्ट की धमनियां संकरी होने लगती हैं, इससे ब्लड का सर्कुलेशन ठीक ढंग से नहीं हो पाता है। लंबे समय तक यह स्थिति बने रहने पर हार्ट अटैक आने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। लखनऊ के मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. के के कपूर कहते हैं कि शरीर में मेटाबॉलिज्म कंट्रोल करने के लिए थायराइड ग्लैंड से फ्री थायरोक्सिन (एफटी4) का रिसाव होता है। शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने पर हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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आमतौर पर लोगों को हाइपोथायरॉइड की समस्या होती है। इस समस्या में सही समय पर इलाज मिलने से मरीज ठीक हो जाता है। लेकिन अगर समय रहते इस बीमारी का पता नहीं चलता है, तो मरीज के शरीर में कई अन्य परेशानियां विकसित होने लगती हैं। बच्चों में यह बीमारी बहुत खतरनाक मानी जाती है।
थायराइड हार्मोन के असंतुलन के लक्षण- Thyroid Imbalance Symptoms in Hindi
शरीर में थायराइड हॉर्मोन असंतुलित होने पर ये लक्षण प्रमुखता से दिखाई देते हैं-
- डिप्रेशन का शिकार होना
- वजन बढ़ना
- अत्यधिक पसीना आना
- बाल कमजोर होना
- मांसपेशी में कमजोरी आ जाना
- थकान
- ठंड के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि
- कब्ज
- शुष्क त्वचा
- चेहरा सूजना
- स्वर बैठना
शरीर में थायराइड हॉर्मोन के असंतुलन के दो प्रमुख कारण होते हैं पहला आनुवंशिक और दूसरा खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ा कारण। मोटापा और वायरल डिजीज भी थायराइड डिसऑर्डर के कुछ बड़े कारणों में से एक हैं। पर कुछ सुपरफूड्स हैं, जो कि आपके थायराइड फंक्शन को हेल्दी रखने में मदद कर सकते हैं। शरीर में थायराइड असंतुलन को दूर करने के लिए आपको शराब के सेवन और स्मोकिंग से बचना चाहिए। समय-समय पर शरीर की जांच कराने और डॉक्टर की सलाह लेने से इस बीमारी का खतरा कम होता है।
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