थायरॉइड एक ग्रंथि है तो गर्दन में मौजूद होती है और थायरॉइड हार्मोन रिलीज करती है। अगर ये हार्मोन असंतुलित हो जाएं तो शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं। ये समस्याएं पुरुष और महिलाएं दोनों में समान रूप से हो सकती हैं। थायरॉइड असंतुलित होने के कारण अवसाद, चिंता, अनिद्रा जैसी समस्याएं जन्म लेने लगती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो थायरॉइड रोगियों को अपनी जीवनशैली पर ध्यान देना चाहिए, अगर वो अपनी शारीरिक सेहत पर ध्यान देंगे तो मानसिक सेहत भी साथ ही बेहतर होगी। इस लेख में हम थायरॉइड के दौरान होने वाली मानसिक समस्याओं के टाइप, कारण और बचने के उपायों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
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थायरॉइड में क्यों होती है मानसिक समस्याएं? (Causes of mental problems in thyroid)
अगर आपको थायरॉइड है और वो असंतुलित है तो आपको कई मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शारीरिक समस्याएं जैसे वजन बढ़ना, चेहरे पर ज्यादा बाल आना, ये समस्याएं व्यक्ति की शारीरिक छवि को नुकसान पहुंचाती हैं जिसका असर उसके मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है और व्यक्ति चिड़चिड़े स्वभाव का हो जाता है, उसे ज्यादा गुस्सा आता है या वो ज्यादातर तनाव महसूस करता है व बाहरी दुनिया से कट जाता है। वहीं जिन लोगों को हाइपोथायरॉइडिज्म होता है उनमें उच्च रक्तचाप व दिल की धड़कन बढ़ने जैसे शारीरिक लक्षणों के अलावा उदास रहना, थकान, तनाव आदि लक्षण भी साफ नजर आते हैं।
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थायरॉइड में होने वाली मानसिक समस्याएं (Thyroid affecting mental health)
मानसिक समस्याएं हर सामान्य व्यक्ति में होती हैं पर जिसे किसी बीमारी के चलते मानसिक समस्याएं होती हैं उसकी अवधि सामान्य से लंबी हो सकती है, अगर तनाव या डिप्रेशन के लक्षण आपको एक हफ्ते से ज्यादा समय के लिए नजर आएं तो आपको चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ेगी। थायरॉइड के दौरान भी कुछ खास लक्षण आपको 5 से 6 दिनों से ज्यादा समय के लिए नजर आएं तो उन पर ध्यान दें। अगर आपको थायरॉइड है और ये लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं-
- हर समय जरूरत से ज्यादा चिंता करना।
- स्वभाव से व्यक्ति का चिड़चिड़ा बनना।
- गुस्सा ज्यादा आना या लड़ाई करना।
- किसी काम में ध्यान लगाने में परेशानी होना।
- हर समय उदास और दुखी रहना।
- लोगों से बात न करना या मिलना अवॉइड करना।
- सामान्य गतिविधियों में कम रूचि लेना।
- आलस्य या लो एनर्जी महसूस करना।
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थायरॉइड में मानसिक समस्याओं से बचने के लिए क्या करें? (How to prevent mental problems in thyroid)
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- थायरॉइड में मानसिक समस्याओं से बचने के लिए मेडिटेशन करें, आपको हर दिन कम से कम आधा घंटा मेडिटेशन करना चाहिए।
- थायरॉइड या डायबिटीज रोगी हैं तो आप हर दिन डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज के लाभ उठाने से न चूकें, इससे आपको तनाव कम होता महसूस होगा।
- खाने में हरी सब्जियां और ताजे फल की मात्रा बढ़ाएं, इनमें फाइबर की मात्रा होती है जिससे डिप्रेशन, अनिद्रा, तनाव जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- हर दिन शारीरिक व्यायाम करें ताकि आपका शरीर हेल्दी रहे, हेल्दी माइंड के लिए हेल्दी बॉडी एक जरूरी तत्व है, एक्सपर्ट्स के मुताबिक जो लोग हेल्दी नहीं होते उन्हें डिप्रेशन जल्दी होता है।
- लोगों से मिलें, दोस्तों के साथ समय बिताएं क्योंकि इलाज और दवाओं के बीच आपके मन की शांति जरूरी है इसलिए ऐसी चीजों को समय दें जिसमें आपका मन व्यस्त रहे।
- आप अपने परिवार के लोगों से अपनी समस्या के बारे में बात करें, उन्हें अपनी परेशानी बताएं ताकि वो आपके बदलते स्वभाव का कारण जान सकें और समस्या से निकलने में आपकी मदद करें।
अगर आपको लग रहा है कि इन सभी उपायों के बावजूद आपका मानसिक तनाव बढ़ रहा है या आप असहज महसूस कर रहे हैं तो मनोरोग विशेषज्ञ से मिलें और उन्हें अपनी दवा के डोज़ के अलावा शारीरिक और मानसिक समस्याओं के बारे में पूरी जानकारी दें ताकि आपको सही इलाज मिल सके।
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