सर्दी का सीजन शुरू होते ही कई लोग डेंगू के चपेट में आ जाते हैं। लेकिन इस बार एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बीते शनिवार को डेंगू से ठीक होने के करीब 15 दिनों के अंदर एक मरीज को म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) की शिकायत देखने को मिली है। फिलहाल मरीज को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब सवाल यह है कि डेंगू के मरीजों को ब्लैक फंगस क्यों प्रभावित कर रहा है। इसकी क्या कोई अलग वजह है। इस बारे में हम नोएडा स्थित हीलिंग केयर ईएनटी क्लीनिक के ईएनटी स्पेशलिस्ट (एमबीबीएस एमएस) डॉ अंकुर गुप्ता से जानेंगे। आइए पहले जानते हैं क्या है मामला?
क्या है मामला?
बीते शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि ग्रेटर नोएडा के तालिब मोहम्मद पिछले कुछ दिनों पहले डेंगू से प्रभावित हुए थे। डेंगू से ठीक होने के करीब 15 दिनों के अंदर मोहम्मद म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) जैसे दुर्लभ मामले से प्रभावित हो गए। जिसके बाद उन्हें इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि ब्लैक फंगस (म्यूकोर्मिकोसिस) का यह दुर्लभ मामला तब सामने आया जब तालिब मोहम्मद को डेंगू बुखार के बाद एक आंख की दृष्टि में अचानक हानि होने लगी थी। फिलहाल मोहम्मद का इलाज नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार ईएनटी के डॉ सुरेश सिंह नरुका के नेतृत्व में चल रहा है।
ब्लैक फंगस क्या है? (Black fungus or mucormycosis)
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, म्यूकोरमाइकोसिस एक तरह का फंगस इंफेक्शन है। यह ऐसे लोगों को अधिक प्रभावित करता है, जो पहले से किसी गंभीर समस्या की दवा ले रहे हैं। इस तरह के मरीजों की इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होती है, जो बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। इस तरह के रोगी जब हवा के माध्यम से फंगल को अंदर लेते हैं, तो यह फंगल उनके साइनसिस और फेफड़ों को प्रभावित करने लग जाते हैं। म्यूकोरमाइकोसिस एक ऐसा फंगल है, जिसकी वजह से मरीजों के आंखों के आसपास दर्द और लालिमा होने नजर आने लगती है। इस तरह के मरीजों में की आंखों को भी हानि पहुंचने लगती है। साथ ही म्यूकोरमाइकोसिस से प्रभावित मरीजों को सिर दर्द, सांस लेने में परेशानी, खांसी, खून की उल्टियां और मानसिक स्थिति खराब होना जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
डेंगू के मरीजों को क्यों प्रभावित कर रहा ब्लैक फंगस?
इस बारे में डॉक्टर अंकुर गुप्ता बताते हैं कि डेंगू और ब्लैक फंगस के बीच में किसी तरह का संबंध नहीं है। इसलिए सटीक रूप से यह कहना मुश्किल होगा कि डेंगू के मरीज को ब्लैक फंगस की शिकायत क्यों हुई। हालांकि, डेंगू होने पर इम्यूनिट कमजोर हो जाती है, तो इस स्थिति में हो सकता है कि मरीज पर ब्लैक फंगस ने अटैक किया हो। लेकिन इसे पूरी तरह से सच नहीं माना जा सकता है। वहीं, कुछ अन्य परिस्थितियां भी हो सकती हैं, जिसकी वजह से डेंगू से प्रभावित मरीज में ब्लैक फंगस की शिकायत देखी गई है। जैसे-
- पहले से डायबिटीज की शिकायत होना।
- ब्लैक फंगस की शिकायत पहले होना, बाद में डेंगू होना।
- पहले ही इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज होना।
- प्री मेडिकेशन की वजह (डॉक्टर के सलाह के बिना मेडिकल शॉप से दवा ले लेना, जिसमें स्टेयरॉयड हाई हो।)
डॉक्टर का कहना है कि इन वजहों से हो सकता है कि मरीज को ब्लैक फंगस ने अटैक किया हो। डेंगू , ब्लैक फंगस की कोई विशेष वजह नहीं हो सकती है। इसलिए इस केस से ज्यादा घबराएं नहीं।
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किन वजहों से हो सकता है ब्लैक फंगस? (Black fungus or mucormycosis Causes)
पिछले कुछ समय से ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। शुरुआत में कोविड से पीड़ित कई मरीजों में ब्लैक फंगस की शिकायत देखी गई थी। इस दौरान डॉक्टर्स का कहना था कि स्टेयरॉयड के हाई डोज की वजह से मरीजों में ब्लड शुगर का लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके कारण उनकी इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। यानि ब्लड शुगर से पीड़ित मरीजों और स्टेयरॉयड के हाई डोज लेने वाले मरीजों को ब्लैक फंगस की शिकायत हो सकती है। इन दिनों कई तरह की शारीरिक समस्याएं और इम्यूनिटी घटने की वजह से ब्लैक फंगस की शिकायतें काफी ज्यादा बढ़ रही हैं। इसके अलावा कुछ अन्य वजहों से भी मरीजों में ब्लैक फंगस की शिकायत देखी जा सकती है। जैसे-
- डायबिटीज कंट्रोल में न रहना।
- लंबे समय से इलाज चलना
- वेरिकोनोजोल थेरेपी लेने वाले मरीजों को
- दवाईयों का हाई डोज लेना।
- लंबे समय आईसीयू में रहना
- शरीर में आयरन की अत्यधिक मात्रा होना।
ब्लैक फंगस के लक्षण (Black fungus or mucormycosis Symptoms)
- आधे सिर में दर्द होना।
- चेहरे के एक ओर सुन्नपन होना।
- आंख बाहर की ओर आना
- आंखों के नीचे सूजन
- दोहरा दिखने
- मानसिक समस्याएं बढ़ना
- आंखों का लाल होना।
- स्किन ब्लैक होना।
- दांतों का ढीला होना
- छाती में दर्द
डेंगू के मरीज ब्लैक फंगस से कैसे बचें? (How to Prevent Black Fungus)
- डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयों का सेवन न करें।
- डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
- खुद से अपना इलाज करने से बचें।
- डायबिटीज में अपना ब्लड शुगर कंट्रोल रखने की कोशिश करें। साथ ही समय-समय पर अपना ब्लड शुगर जांचें।
- खानपान पर ध्यान दें।
- इम्यूनिटी बूस्ट करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करेँ।
- धूम्रपान से बचें, इससे इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है।
- शराब का सेवन न करें।
ब्लैक फंगस की शिकायत इन दिनों कई तरह के मरीजों में देखी जा रही है। इसलिए अगर आपको ब्लैक फंगस से जुड़े कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। किसी भी तरह की समस्या महसूस होने पर खुद से दवाई न लें। डेंगू हो या फिर कोई अन्य बीमारी, अपने शरीर के प्रति लापरवाही न बरतें। इससे आपको अन्य तरह की समस्याएं घेर सकती हैँ। डॉक्टर से सभी दिशा-निर्देशों को अच्छे से फॉलो करेँ। ताकि ब्लैक फंगस से बच सकें। साथ ही डेंगू से भी बचने की कोशिश करेँ। अपने आसपास पानी न जमने दें। साफ-सफाई का ध्यान रखें। अगर डेंगू के लक्षण दिख रहे हैं, तो अपना ब्लड टेस्ट तुरंत कराएं। ताकि गंभीर परिस्थितियों से बचा जा सके।