बच्चों अक्सर बाहर धूल मिट्टी में खेलते हैं। ऐसे में उन्हें रोज नहाने की आदत डालें। नहाते समय बच्चे के बाल हर बार धोने की जरूरत नहीं होती है। इससे उसके बालो में रुखापन हो सकता है। बच्चों के बाल बार-बार धोने से उनके बाल की जड़े कमजोर हो जाती है। जिससे उनके बाल टूटने व झड़ने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा सिर की स्कैल्प में भी इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ सकती है। ऐसे में हेयर केयर एक्सपर्ट रिया वशिष्ट से जानते हैं कि बच्चों के बाल कितनी बार धोने चाहिए।
बच्चे के बाल कितनी बार धोने चाहिए - How Often Do Children Need To Wash Their Hair In Hindi
बच्चों की उम्र के आधार पर उनके बाल धोने के दिन को सुनिश्चित किया जा सकता है। शिशुओं और बच्चों की स्कैल्प बेहद ही नाजुक होती है, ऐसे में उनके बालों को हर रोज धोने की आवश्यकता नहीं होती है। नवजात शिशुओं के बालों को आप सप्ताह में एक बार या दो बार धो सकते हैं। जबकि, 8 से 12 साल तक के बच्चों के बार सप्ताह में तीन बार तक शैंपू से साफ किये जा सकते हैं। लेकिन, उनके बाल धोने के बाद बालों पर तेल लगाना भी आवश्यक हो जाता है। इससे बच्चों के बालों को पर्याप्त पोषण मिलता है। जबकि, 12 साल से अधिक आयु के बच्चे के बालों की स्थिति के आधार पर आप उनके धोने के दिन तय कर सकते हैं।
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बच्चों के बाल धोने से पहले जरूर जानें यह जरूरी बातें?
बालों का प्रकार और बनावट के आधार को समझें
बच्चे के बाल सप्ताह में कितनी बार धोने चाहिए, यह बात उसके बालों के प्रकार के आधार पर तय की जा सकती है। ऑयली स्कैल्प वाले बच्चों को अपने बालों को साफ रखने और गंदगी को रोकने के लिए अधिक बार धोने की आवश्यकता हो सकती है। इसके विपरीत, सूखे या घुंघराले बालों वाले बच्चों को नेचुरल ऑयल को बनाए रखने और नमी संतुलन बनाए रखने के लिए कम बार-बार धोने की जरूरत होती है।
मौसम को समझना जरूरी
आप जिस मौसम में रहते हैं, उसके अनुसार बच्चे के बाल धोने की आदत को तय कर सकते हैं। यदि आप अधिक गर्मी वाली जगह पर रहते हैं, तो ऐसे में बच्चे के बालों को रोज धोने की जरूरत पड़ सकती है। जबकि, ठंड वाले मौसम में बच्चों के बाल बार-बार धोने से उनकी तबीयत खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।
बच्चों की स्केल्प का संवेदनशील होना
बच्चों के बाल बार-बार धोने से पहले आपको उसके स्कैल्प पर ध्यान देना चाहिए। जिन बच्चों की स्कैल्प संवेदनशील होती है, उनको सिर में इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे बच्चों के बाल बार-बार नहीं धोने चाहिए।
बच्चों के लिए माइल्ड शैंपू का उपयोग करें
बच्चों के बाल धोते समय माइल्ड शैंपू का इस्तेमाल करें। इस तरह के शैंपू में केमिकल्स कम होते हैं, जिससे बच्चे के बालों रूखे नहीं होते है। इसके अलावा, बालों को धोने के लिए आप हर बार शैंपू का ही उपयोग न करें। सप्ताह में एक बार शैंपू करने से ही बाल साफ हो जाते हैं।
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बच्चों के बालों को बार-बार धोना सही नहीं होता है। अगर, बच्चे के बाल ज्यादा गंदे या खराब लग रहे हैं तो आप उसे पानी से साफ कर सकते हैं। बच्चे के बाल धोने के लिए हल्के गुनगुने पानी का ही उपयोग करें।