
'मार्टीनी' शब्द से तुरंत दिमाग में डबल एजेंट जेम्स बॉण्ड की प्रसिद्ध और ज्यादा प्रचारित पंक्तियां दिमाग में आती हैं - "शेकन, नॉट स्टिर"। हालांकि, अनोखी मार्टीनी, जिनके बारे में आप जानने वाले हैं, उसमें गार्निश के रूप में ऑलीव(जैतून) अनिवार्य नहीं हैं।
- कॉकटेल और अन्य मिश्रित पेय बनाने के वास्तव में सैकड़ों तरीके हैं। उनमें से कुछ चुनें हुऐ सार्वव्यापी हैं और दुनिया भर में पिऐ जाते हैं हालाकिं विभिन्न अनुपात में संयोजन किया जाता हैं। यह क्लासिक पेय हर जगह बार और लाउंज में परोसे जाते हैं। लेकिन क्लब और बार वाली जिवनशैली में वृद्धी, खासकर उच्च गतिशील, दुनिया भर में घूमने वाले आज के युवाओं के कारण, अधिक, और कुछ बहुत आश्चर्यकारक तत्वों ने कॉकटेल के बनाने के तरीकों में प्रवेश किया है।
- उदाहरण के लिए, किसने सोचा था कि आम और दगद फूल के संयोजन से एक प्रेरणादायक पेय बनाया जा सकता है? सफेद रम और क्रैनबेरी रस के संयोजन से बना अनोखा पेय आप को किसी अन्य दुनिया ले जाने की गारंटी देता है। कम से कम बोनोबो रेस्टो- लाउंज, भारत का पहला इंटरैक्टिव बार के रचनाकार ऐसा दावां करते हैं।
- असल में कॉकटेल के इतने विभिन्न प्रकार हैं कि एक आम आदमी को वह थोड़ा भ्रमित कर सकता हैं। कॉकटेल में टॉल ड्रिंक्स, ऑन द रॉक, ट्रॉपिकल ड्रिंक्स, हॉट कॉकटेल्स, शुटरर्स और निस्सन्देह मार्टीनी इत्यादी शामिल हैं। एक क्लासिक मार्टिनी में ड्राय वरमाउथ और जिन होता है, जो बर्फ के साथ मिलाया जाता हैं और एक जैतून के साथ सजाया जाता हैं।
- इन पारंपरिक घटकों के साथ एक क्लासिक मार्टिनी के सभी विभिन्न प्रकार लेकिन थोडेसे बदलाव के साथ मार्टिनी ही कहलाऐंगे। कभी कभी एक अनोखा बदल। जैसे, ललित इंटरकांटिनेंटल, मुंबई में दिया जाने वाला इमली-टिनी, जिसमें इमली का रस और चीनी के सिरप को वोदका के साथ मिलाकर प्रस्तूत किया जाता हैं।
- दरअसल, अगर आप इसके बारे में सोचेंगे तो, एक कॉकटेल का निर्माण एक बेहद रचनात्मक प्रक्रिया है, एक नये पकवान की रचना जैसा है, और आपकी सामग्री के चयन के लिए एक विस्तृत क्षेत्र आपके पास उपलब्ध हैं। फलों के साथ मार्टीनी बहुत लोकप्रिय हैं, ब्लूबेरी, मुख्य नींबू, सेब, रास्पबेरी, तरबूज, अमरूद, अनार आदि के रस या मगज को वोदका या वरमाउथ, या जिन के साथ मिलाकर बनाया जाता हैं।
- केवल फल ही क्यों, एक अभिनव मार्टिनी कोई भी चिज मिलाकर एक बर्फ़ीली चाय, आधा और आधा, चॉकलेट, से लेकर कद्दू (कद्दू स्वाद मदिरा के साथ बनायी मार्टिनी) या कोको सिरप तक के साथ बना सकते हैं। आप में से किसी ने 'चाय मार्टीनी, जिसमें वोदका और ठंडी चाय ( भारतीय तरीके से बनी चाय) को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाते है के बारे में भी सुना होगा!
- यह कहने की कोई जरूरत नही है कि एक मार्टिनी का निर्माता उसको नाम देने अधिकार सुरक्षित रखता हैं। तो आपके पास रेड अँप्पल मार्टिनी, कॉन्कोरर्ड कॉस्मोपोलिटन मार्टिनी, वॉटरमेलन –टिनी, ट्रिम रास्पबेरी मार्टिनी, बिकिनी मार्टिनी और पायनॅप्पल अपसाईड-डाऊन केक मार्टिनी और आगे इतनी ही कही प्रकार की मार्टिनी उपलब्ध हैं।
- हालांकि, एक कहावत के अनुसार, हलवे के स्वाद का सबूत खाने में हैं, या इस मामले में पीने में हैं। तो इसलिए एक मार्टिनी किसी के द्वारा कुटरचना की जा सकती है और किसी को भी पेश की जा सकती है, इसमे बुनियादी तौर पर वोदका या वरमाउथ या जिन होता है, लेकिन कॉकटेल बनाने के लिए किसी भी चिज का प्रयोग हो, वहाँ संतुलन होना चाहिए, और एक का स्वाद दुसरे से अलग होना चाहिए। दूसरे शब्दों में, यह विचित्र, अनोखी हो सकती है, लेकिन यह स्वादिष्ट भी होनी चाहिए।
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