हार्ट फेल्योर से बचाव के लिए जरूरी है नियमित दिनचर्या

आप भी अपनी जीवनशैली में बदलाव कर और संतुलित आहार का सेवन कर हार्ट फेल्‍योर होने की आशंका को कम कर सकते हैं। इस लेख को पढ़ें और जानें दिल के लिए कुछ अहम सुझावों के बारे में।
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हार्ट फेल्योर से बचाव के लिए जरूरी है नियमित दिनचर्या


आधुनिक जीवनशैली में हार्ट फेल्‍योर एक गंभीर समस्‍या है। दुनियाभर में सबसे अधिक मौतें हार्ट अटैक के कारण हो रही हैं। चिकित्‍सीय भाषा में दिल की बीमारियों को कार्डिवस्‍कुलर डिजीज कहते हैं, इसी से जुड़ा है हार्ट फेल्‍योर।

avoid heart failure
भारत में बड़ी संख्‍या में दिल के रोगियों की हार्ट फेल होने के कारण असमय मौत हो जाती है। अनियमित दिनचर्या और भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच दिल से जुड़े रोगों के शिकार होने की आशंका तेजी से बढ़ रही है। शारीरिक श्रम की कमी और संतुलित आहार का सेवन न करने से दिल के रोगियों की संख्‍या बढ़ रही है।

आप भी अपनी जीवनशैली में बदलाव कर और संतुलित आहार का सेवन कर हार्ट फेल्‍योर होने की आशंका को काफी कम कर सकते हैं। इस लेख के जरिए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे उपाय, जिनको ध्‍यान में रखकर आप हार्ट फेल होने के खतरे से बच सकते हैं।

हार्ट फेल्‍योर के कारण

  • खून का थक्‍का जमना
  • दिल की बहुत तेज धड़कन
  • मिटरल वॉल्‍व का बढ़ना
  • हाई ब्‍लड प्रेशर का होना
  • धमनियों में ऐंठन होना


कोलेस्‍ट्रॉल को रखें नियंत्रित

हार्ट फेल होने के अहम कारणों में से होता है बढ़ा हुआ ब्‍लड प्रेशर और कोलेस्‍ट्रॉल। इस कारण ही व्‍यक्ति को कई प्रकार के दिल के रोग हो जाते हैं। ब्‍लड प्रेशर और कोलेस्‍ट्रॉल को नियंत्रण में रख आप हार्ट फेल्‍योर की आशंका को कम कर सकते हैं। इन दोनों को कंट्रोल करने के लिए आपको दिनचर्या में बदलाव के साथ ही नियमित रूप से व्‍यायाम करना चाहिए। साथ ही बीच-बीच में कोलेस्‍ट्रॉल की जांच भी कराते रहें। कोलेस्‍ट्रॉल के ज्‍यादा होने पर चिकित्‍सक से परामर्श जरूरी है।

शारीरिक व्‍यायाम

बढ़ती व्‍यस्‍तता और मशीनों पर निर्भरता से शारीरिक श्रम में कमी आई है। पहले लोग शारीरिक मेहनत करते थे, जो सेहत के लिए फायदेमंद रहती थी। शारीरिक रूप से सक्रिय रहकर आप दिल के रोगों के साथ ही अन्‍य बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकते हैं। शारीरिक श्रम करने से वजन नियंत्रित रहता है, डायबिटीज की शिकायत नहीं होती और आपका शरीर फिट रहता है। साथ ही आपका कोलेस्‍ट्रॉल और ब्‍लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है। इसलिए जरूरी है कि आप शारीरिक व्‍यायाम करें और हार्ट फेल्‍योर के खतरे से दूर रहें।

संतुलित आहार

आपकी सेहत का सीधा संबंध आहार से होता है। स्‍वस्‍थ बने रहने के लिए संतुलित आहार का सेवन जरूरी है। दिल को दुरुस्‍त रखने के लिए आपको भोजन में फल, हरी पत्तेदार सब्जियों और साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए। वसायुक्‍त भोजन के सेवन से परहेज करें। स्‍वस्‍थ आहार के सेवन से आप दिल संबंधी रोग और हार्ट फेले होने के खतरे से बचे रहेंगे।

तनाव से रहें दूर

तनाव दिल और दिमाग की बीमारियों का एक बड़ा है। खुद को कम से कम तनाव में रखने के साथ ही स्‍वस्‍थ जीवन की शुरुआत करें। तनाव के स्‍तर को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन और कसरत का सहारा भी लिया जा सकता है। तनाव को कम करने के लिए आप अपनी समस्‍या को किसी नजदीकी परिजन और दोस्‍त से भी शेयर कर सकते हैं। तनाव में राहत न मिलने पर विशेषज्ञ परामर्श करना चाहिए।

धूम्रपान से बचें

धूम्रपान कई प्रकार के रोगों का कारण होता है। सिगरेट पीने वालों के पास खड़ा होना, सिगरेट पीने से ज्‍यादा खतरनाक है। तम्‍बाकू में मौजूद निकोटिन रक्‍त वाहिनियों को संकरा कर देता है, जिससे दिल को रक्‍त संचार करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में हार्ट फेल होने की आशंका बढ़ जाती है। धूम्रपान से दूर रहकर आप हार्ट फेल होने के खतरे को कम कर सकते हैं।

नुकसानदेह है एल्‍कोहल का सेवन

एल्‍कोहल के सेवन से रक्‍तचाप बढ़ता है। लंबे समय तक बढ़ा हुआ रक्‍तचाप दिल की बीमारी का कारण हो सकता है। हालांकि नियत मात्रा में रेड वाइन का सेवन दिल के लिए फायदेमंद होता है। कई शोधों से यह भी साफ हो चुका है कि जो लोग शराब का ज्‍यादा सेवन करते हैं, उनका शराब न पीने वालों के मुकाबले दिल की बीमारियों से ग्रस्‍त होने की आशंका ज्‍यादा होती है। जरूरी है कि आप एल्‍कोहल से दूर रहें, इससे हार्ट फेल्‍योर की आशंका कम रहेगी।

दिनचर्या में बदलाव और संतुलित भोजन का सेवन करने के साथ ही नियमित जांच कराकर आप दिल के रोगों की आशंका को कम कर सकते हैं। यदि आपको कोई परेशानी है, तो उसका समय से निदान किया जा सकेगा।

 

 

 

 

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