
जीवन अकसर हमारे सामने चुनौतियां पेश करता रहता है। और कई बार हमें लगता है कि हम इन चुनौतियों का सामना नहीं कर पाएंगे। हम टूटने लगते हैं। ऐसे में हमें किसी सच्चे मार्गदर्शक की जरूरत होती है। एक ऐसा व्यक्ति जो हमारे जीवन को सही दिशा देने में मदद कर सके। जो हमारी समस्याओं को सुनें, समझे और सही सलाह देकर हमारी दुविधाओं और परेशानियों को हल कर सके। 
हालांकि, हम अकसर इन परिस्थितियों में भी विशेषज्ञ सहायता लेने से बचते हैं। हमें लगता है कि यह बेकार की बात है। कई लोग कहते हैं कि कोई और मुझे कैसे बता सकता है कि जिंदगी में मुझे क्या करना चाहिये। हो सकता है कि आपको यह बात थोड़ी अजीब लगे, लोग अब लाइफ कोच की सहायता लेने लगे हैं। पश्चिमी समाज में तो इस प्रकार के लोगों की सहायता व्यापक स्तर पर ली जा रही है। हॉवर्ड बिजनेस रिव्यू का कहना है कि कोचिंग उद्योग सालाना एक बिलियन डॉलर यानी करीब 60 हजार करोड़ रुपये का हो चुका है।

हालांकि मूल प्रश्न अब भी वहीं खड़ा है कि आखिर आपको लाइफ कोच की जरूरत क्यों होती है। क्या आप जीवन की नकारात्मकता को दूर करने के लिए उसकी मदद लेना चाहते हैं या फिर करियर को लेकर चल रही उहापोह के जवाब आप उस लाइफ कोच से चाहते हैं। क्या एक लाइफ कोच आपको बता सकता है कि आखिर कैसे आप अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं। या फिर आत्मविश्वास में इजाफे के लिए आपको लाइफ कोच की जरूरत होती है। 
अब अगर इन सवालों के जवाब तलाशे जायें तो यही कहा जाएगा कि ऊपर दिये गए सभी कारणों से आपको लाइफ कोच की जरूरत होती है। अपने लक्ष्यों से भटकने का एक बड़ा कारण प्रेरणा का अभाव भी होता है। लाइफ कोच मार्ग में खड़ी दुविधाओं को दूर करता है और आपको प्रेरणा देता है। वह मन में उत्पन्न बाधाओं को हटाने का काम करता है। यही बाधायें कहीं न कहीं आपको कामयाब होने से रोकती हैं। सही लाइफ कोच उन स्व-निर्मित बाधाओं को हटाने और क्षमताओं के भरपूर प्रयोग करने का प्रशिक्षण देता है। वह आपकी कार्य-निष्पादन और उत्पादकता को बढ़ाता है। 
लाइफ कोच की सहायता से जीवन के नये सोपान
प्राथमिकतायें तय करने में सहायक
किस काम की कितनी महत्ता है यह जानना बहुत जरूरी है। यह कामयाबी के मूल नियमों में शामिल है। लेकिन, अकसर हम यह नहीं समझ पाते कि कौन सा काम कितना जरूरी है। और किस काम को पहले किया जाना चाहिये। एक सही लाइफ कोच हमारे भीतर यह गुण विकसित करता है। वह हमें समझाता है कि काम की प्राथमिकताओं का निर्धारण कैसे किये जाए। किस काम को पहले करें और किसे बाद में। इतना ही नहीं वह इसके पीछे के कारण को भी समझाता है। लाइफ कोच आपको कार्य योजना बनाने में मदद करता है।
सबसे जरूरी चुनना 
जीवन में कई चीजें हमारी प्राथमिकता परेशानियां हो सकती हैं और इन सबका प्रभाव हमारे निजी और व्यावसायिक जीवन पर पड़ता है। अतीत से जुड़ी यादें, बुरी आदतें और नकारात्मक भावनायें आदि कई ऐसी चीजें होती हैं जो हमें जीवन में आगे बढ़ने से रोकती रहती हैं। और हमें समझ नहीं आता कि आखिर इनमें से किसे पहले सुलझाया जाए। यह भी संभव है कि आपके जीवन में कई जरूरी काम हों, जिन्हे आप करना चाहते हैं, लेकिन न जाने किस कारण से आप चाहकर भी उस दिशा में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। एक लाइफ कोच के पास कई जांचे-परखे तरीके होते हैं जिसके माध्यम से वह आपके मार्ग की बाधाओं को दूर कर सकता है।

साझेदारी और सहायता 
सचिन तेंदुलकर का नाम रमाकांत अचरेकर के बिना अधूरा है। सचिन की कामयाबी में अचरेकर का नाम बड़ी इज्जत से लिया जाता है। अचरेकर सचिन के कोच रहे और जब भी सचिन को किसी तरह भी कोई परेशानी हुई उन्होंने अचरेकर सर का रुख किया। लाइफ कोच के साथ भी हमारा संबंध कुछ इसी तरह का होता है। यह भी बात भी सच है कि हमें जीवन में बड़े फैसले लेने के लिए किसी न किसी की सहायता की जरूरत होती है। लाइफ कोच का साथ हमारी सहज प्रवृत्ति को बनाये रखने में मदद करता है, जिससे हम मुश्किलों का सामना बेहतर तरीके से कर पाते हैं। 
अगर आप एक लाइफ कोच चुनने की सोच रहे हैं, तो किसी समान सोच वाले व्यक्ति को चुनें। कोच को यह मालूम होता है कि आखिर आप कैसे अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं। फिर चाहे आपका लक्ष्य पैसा कमाना हो या फिर दुरुस्त फैसले करना।
Image Courtesy- Getty Images
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