
आंखों में रौशनी से दर्द या तेज सिर दर्द फोटोफोबिया या माइग्रेन के लक्षण हो सकते हैं। बचने के लिये जानें कुछ आसान उपाय।
क्या आप जानते हैं फोटोफोबिया क्या है? क्या इससे माइग्रेन का खतरा भी रहता है? दरअसल फोटोफोबिया आंखो में होने वाली एक बीमारी है। इसमें आंखें ज्यादा रौशनी बर्दाश नहीं कर पातीं। फोटोफोबिया को माइग्रेन का एक कॉमन लक्षण भी माना जाता है। जिन लोगों को फोटोफोबिया है उनमें माइग्रेन होने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिये आंखों की इस बीमारी के लक्षण और इलाज पर ध्यान देने की जरूरत है।
फोटोफोबिया से बचकर ही आप माइग्रेन से निजात पा सकते हैं। माइग्रेन में सिर के हिस्से में तेज दर्द उठता है जो कि खाने, स्ट्रेस, हॉर्मोन चेंज की वजह से हो सकता है। दूसरे लक्षणों में उल्टी या सिर घुमने की दिक्कत हो सकती है। आंखों के व्यायाम और सही खानपान के जरिए आप आंख और उससे जुड़ी अन्य बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा आप आर्टिफिशियल लाइट के माध्यम जैसे मोबाइल, कम्प्यूटर से जितना दूर रहेंगे उतना बेहतर है। इसे बेहतर तरीके से समझने के लिये हमने बात की लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से और समझा की फोटोफोबिया के लक्षण और इलाज में किन बातों पर गौर करना चाहिये।
आंखों में रौशनी पड़ने पर दर्द तो नहीं (Light can cause pain in eyes)
अगर आपको फोटोफोबिया है तो आपकी आंखों में रौशनी पड़ने से आपको दर्द होगा जबकि सामान्य स्थिति में रौशनी पड़ने पर हमारी आंखों में दर्द नहीं होता है। अगर आपको फोटोफोबिया है तो कम रौशनी में भी आपको दर्द हो सकता है। जिसे ये बीमारी होती है वो आंखों में पड़ने वाली किसी तरह की रौशनी को बर्दाश नहीं कर पाता। इससे होने वाली परेशानी के चलते इसे फोबिया का नाम दिया गया है। ऐसा नहीं है कि इसमें रोगी को रौशनी से डर लगेगा पर वो उससे बचने की कोशिश करेगा। सूरज की रौशनी के साथ-साथ फोटोफोबिया में चमकीली या फ्लोरोसेंट लाइट में भी परेशानी हो सकती है। दर्द के साथ-साथ आंखों में सूजन आ सकती है। सूजन और दर्द के चलते आंखों में पानी भी आ सकता है। इसके पीछे नर्वस सिस्टम की कोई बीमारी भी हो सकती है। कुछ लोग इससे बचने के लिये धूप का चश्मा पहनते हैं जिससे रौशनी उनकी आंखों में न जाये। अगर ये परेशानी घर के अंदर या कम लाइट में भी आपको हो रही है तो आपको नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिये। डॉक्टर आपकी आंखों की जांच बायोमाइक्रोस्कोपी से करते हैं जिससे लेंस, कॉर्निया, आईरिस और पलकों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मिलती है।
क्यों होता है आंखों में दर्द? (Why my eyes are paining)
शरीर में पोषक तत्वों की कमी से कई बार आंखें कमजोर होने लगती हैं या आंखों में बीमारी हो जाती है। आंखों में मोतियाबिंद, रेटिना या ऑप्टिक नर्व की दिक्कत, कॉर्निया में किसी तरह की खरोंच, ब्रेन सर्जरी, माइग्रेन, कॉन्टेक्ट लेंस का ज्यादा इस्तेमाल आदि आंखों में दर्द का कारण बन सकते हैं।
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कैसे मिलता है दर्द से आराम? (How to cure eye pain)
फोटोफोबिया में धूप के चश्मे के अलावा डॉक्टर गंभीर केसों में प्रोस्थेटिक कॉन्टेक्ट लेंस लगाने की सलाह देते हैं। सामान्य केस में सनग्लास पहनने, कुछ देर आंखे बंद करने या अंधेरे कमरे में कुछ देर बैठने की सलाह दी जाती है। अगर आपको तेज दर्द होता होता है तो इलाज खुद से न करें तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपको तकलीफ का सही कारण पता चल जाये तो बीमारी को गंभीर होने से पहले ही ठीक किया जा सकता है।
फोटोफोबिया है माइग्रेन का लक्षण (Photophobia is a symptom of migraine)
फोटोफोबिया के चलते आपको माइग्रेन भी हो सकता है। फोटोफोबिया को माइग्रेन का एक मुख्य लक्षण माना जाता है। माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को सिर के हिस्से में अचानक से असहनीय दर्द होने लगता है। माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है पर इसका संबंध आंखों से भी है। आंखों पर पड़ने वाली तेज रौशनी, स्ट्रेस, हाई ब्लड प्रेशर, सिर पर चोट लगना या नींद न पूरी होना माइग्रेन के मुख्य कारण माने जाते हैं। मरीज को सिर दर्द के अलावा जी मिचलाना और उल्टी जैसी समस्या भी होती है।
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माइग्रेन को कैसे ठीक करें? (Treatment of migraine at home)
- अंगूर के रस में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जिससे माइग्रेन ठीक होता है। गर्मियों के दिनों में आप ताजे अंगूर का रस पी सकते हैं।
- दालचीनी से भी माइग्रेन का दर्द ठीक हो जाता है। दालचीनी को पानी में मिलाकर पेस्ट बनायें और इसे माथे पर लगायें। काफी आराम मिलेगा।
- धूप में निकलने से पहले हमेशा सनग्लासेस या छाते का इस्तेमाल करें। या कैप पहनकर भी बाहर जा सकते हैं इससे सीधे रौशनी आपकी आंखों को परेशान नहीं करेगी।
- पानी की पर्याप्त मात्रा लें। शरीर में जब पानी का लेवल कम होता है तो भी सिर में तेज दर्द उठ सकता है।
- अदरक की चाय पीने से या अदरक का टुकड़ा मुंह में रखने से भी माइग्रेन का दर्द ठीक होता है।
- जब आपके सिर में तेज दर्द हो तो आप तेल को गरम करके हल्के हाथों से सिर में मसाज करें इससे आपको जल्द आराम मिलेगा। मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और सिरदर्द में आराम मिलता है।
आंखों की बीमारी से बचाये घरेलू नुस्खे (Home remedies for eye disease)
- आपको आंखों में रौशनी चुभती है तो फोटोक्रोमैटिक लेंस बनवायें। ये आपकी आंखों में सीधे पड़ने वाली रौशनी से बचायेगा और आंखों को यूवी रेज़ से सुरक्षा देगा।
- आंखों के लिये विटामिन बी 2 बहुत अच्छा माना जाता है। आप चाहें तो डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट खा सकते हैं।
- आपकी आंखों को बीमारियों को दूर रखने के लिये विटामिन ए जरूरी है। विटामिन ए और बीट कैरोटीन गाजर में पाया जाता है। आप सर्दियों में गाजर का जूस पीयें। आंखों के लिये फायदेमंद होगा।
- आंखों को बार-बार हाथ लगाने की आदत छोड़ दें। इससे कई तरह के इंफेक्शन हो सकते हैं।
- आंखों में मेकअप करने से भी आंखें संवेदनशील हो सकती हैं इसलिये आंखों के अंदर या आसपास मेकअप करने से बचें। उसमें मौजूद कैमिकल्स आपकी आंखों के अंदर मौजूद टिशूज़ को डैमेज कर सकते हैं।
- आंखों के लिये एंटीऑक्सीडेंट फायदेमंद होते हैं। सब्जियों में इसकी अच्छी मात्रा पाई जाती है। आप हेल्दी आंखों के लिये पत्तेदार सब्जी खायें। पत्तागोभी, फूलगोभी, पालक, ब्रौकली अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
- आंखों की सेहत के लिये विटामिन सी को अपनी डाइट में शामिल करें। सिट्रस फ्रूट जैसे कीवी, संतरा, नींबू, स्ट्राबेरी आदि खा सकते हैं। इनका जूस पीना भी आपके लिये अच्छा रहेगा।
- फल या सब्जियों के अलावा बीज भी आपकी आंखों के लिये लाभकारी माने जाते हैं। सूरजमुखी के बीज को अपनी डाइट में शामिल करें। ये आंखों में होने वाली बीमारी से आपको बचा सकते हैं।
- नट्स जैसे कि बादाम या मूंगफली भी हेल्दी आंखों का आहार माने जाते हैं। मूंगफली के अलावा आप पीनट बटर भी नाश्ते में खा सकते हैं।
- शकरकंद में विटामिन ए और ई दोनों की अच्छी मात्रा होती है। शकरकंद को सलाद या जूस के फॉर्म में लेना सेहतमंद होगा।
इन सभी उपायों से आप फोटोफोबिया या माइग्रेन से छुटकारा पा सकते हैं पर ये केवल अस्थाई उपाय है अगर आपको दर्द या तकलीफ बढ़ती दिखे तो आप डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें। आंखें हमारे शरीर का बेहद संवेदनशील हिस्सा होता है इसलिये उसके मामले में लापरवाही न बरतें।
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