
जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बहुत तेज दर्द होता है उन्हें दर्द से राहत पाने के लिए इन घरेलू उपायों और आयुर्वेदिक नुस्खों को अपनाना चाहिए।
क्या आप भी कभी कभार अपने पीरियड्स के समय पहले से कुछ बदलाव महसूस करती हैं? क्या इस बार आपको पहले से ज्यादा जंक फूड खाने की क्रेविंग हो रही है? या फिर इस बार आपको पहले की अपेक्षा ज्यादा दर्द हो रहा है? अगर ऐसा है तो कहीं इन सब का कारण आपके द्वारा लिया जाने वाला स्ट्रेस तो नहीं? पीरियड्स के दौरान लिए गए तनाव का दर्द पर असर पड़ता है। (stress affects your period)। जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है तब से लोगों में स्ट्रेस व डिप्रेशन का लेवल कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। इनके पीछे बीमार होने की चिंता, अपने सगे सम्बन्धी से न मिल पाना व उनके स्वास्थ्य की चिंता और अपना रोजगार खो देने व व्यवसाय में होने वाले घाटे की चिंता भी शामिल है। इन सभी कारणों से महिलाओं और पुरुषों दोनों का स्वास्थ्य प्रभावित हुआ है। लेकिन महिलाओं में इसका असर उनके पीरियड्स, प्रेगनेंसी आदि पर भी देखा गया है। कुछ रिपोर्ट की मानें तो जो महिलाएं तनाव में होती हैं वह अपने पीरियड्स के दौरान उन महिलाओं के मुकाबले ज्यादा दर्द महसूस (menstrual cramping) करती हैं जो चिंता मुक्त होती है। अगर आप भी पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द महसूस कर रही हैं, तो हम आपको बता रहे हैं कुछ जरूरी बातें, टिप्स और घरेलू उपाय, जिनसे आपको जल्द राहत पाने में मदद मिलेगी।
पीरियड्स के दौरान असामान्य स्थिति के संकेत (Symptoms of Menstrual Cramping)
- कमर व जांघों में दर्द
- पेट के निचले हिस्से (पेड़ू) में दर्द
- जी घबराना व उल्टियां होना
- पसीना आना
- चक्कर आना
- दस्त होना
- कब्ज होना
- पेट फूलना
- सिर दर्द होना

आपको कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए (When to See a Doctor)
जब ऊपर लिखित लक्षण ठीक होने की बजाय और अधिक बढ़ते जाएं, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से मिलकर कारण का पता लगाना बहुत जरूरी है। इसके अलावा पीरियड्स की समय सीमा खत्म हो जाने के बाद भी अगर दर्द जारी रहे या ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हों, तो भी डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
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कैसे करें उपचार How to Treat (Menstrual Cramping)
- अगर दर्द बहुत तेज है तो आप डॉक्टर की सलाह लेकर इबुप्रोफेन जैसी कुछ पेन रिलीवर ले सकती हैं। इनसे आपको अवश्य ही आराम मिलेगा। कुछ ऐसे उत्पाद भी उपलब्ध हैं जिनके प्रयोग से आपको पेट दर्द से भी राहत मिलेगी, आपका फ्लो भी कम होगा और आपको होने वाली बेचैनी से भी राहत मिलेगी।
- कुछ केसेस में डॉक्टर हार्मोनल बर्थ कंट्रोल पिल्स लेना भी सुझाते हैं, ताकि प्रेग्नेंसी को भी रोका जा सके और इसे लेने से आपको मेंस्ट्रुअल क्रैंप्स (menstrual cramping) से भी कुछ हद तक राहत मिल सके।
- यदि आप आइ यू डी (IUD) का प्रयोग करती हैं तो भी आपको इस दर्द से कुछ मुक्ति मिल सकती है।
- यदि यह दर्द आपको किसी मेडिकल स्थिति के कारण होता तो, आप डॉक्टर से मदद ले कर उस टिश्यू को सर्जरी के माध्यम से हटवा सकती हैं, जिसकी वजह से आपको यह सब झेलना पड़ रहा है।
दर्द को रोकने का प्राकृतिक तरीका
यदि आप अपने पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करना चाहती हैं तो आप अपनी लाइफस्टाइल में भी कुछ बदलाव कर सकती है जैसे
- रोजाना एक्सरसाइज करना शुरू कर दें।
- योग या मेडिटेशन के द्वारा स्ट्रेस कम करें।
- शराब पीना व धूम्रपान करना कम कर दें।
- योग व एक्यूपंक्चर भी ट्राई कर सकती हैं।
पीरियड्स का दर्द कम करने के कुछ घरेलू इलाज
- जहां से आपका पेट दुखता है वहां हीट पैड से सिकाई करें।
- मस्तिष्क को रिलैक्स करने वाली प्रैक्टिस करें।
- ज्यादा से ज्यादा शारीरिक गतिविधियों में स्वयं को शामिल करें।
- मसाज ले सकती है।
- गर्म पानी से नहाएं।

पीरियडस् का दर्द दूर करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपचार
कैमोमाइल चाय (Chamomile tea)
कैमोमाइल चाय में एंटीस्पास्मोडिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) व एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जो ऐंठन और प्रीमेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) के इलाज में आराम पहुंचाने में सहायक हैं।
अदरक (Ginger)
अदरक भी आपके दर्द को कम करने में लाभदायक है। असल में अदरक एक एंटीहिस्टामाइन, एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) व एनल्जेसिक (analgesic) गुणों से भरपूर होता हैं।
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सौंफ (Fennel)
सौंफ या उसके पानी का सेवन मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। यही नहीं यह मासिक के फ्लो (blood flow) को भी कम करता है।
अरोमा थेरेपी (Aromatherapy)
थेरेपी में प्रयोग किए जाने वाला लैवेंडर का तेल या कोई अन्य आवश्यक तेल दर्द निवारक का काम करता है और इसकी वजह से पीरियड्स पेन में कमी आती है (Reduces Period Pain)।
पीरियड्स क्रैंप्स एक ऐसी कंडीशन है जो हर महिला को हर महीने सहन करनी होती है। लेकिन इस दौरान कोशिश करें कि कम से कम तनाव हो साथ ही आप इन सभी उपचारों के माध्यम से अपने दर्द को थोड़ा बहुत कम कर सकती है।
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