दुनियाभर में महिलाएं जन्म नियंत्रण या यूं कहें कि बर्थ कंट्रोल के लिए इंट्रायूट्राइन डिवाइस (intrauterine device (IUD) का उपयोग करती हैं। ये डिवाइस गर्भावस्था को रोकने में बहुत प्रभावी है। आईयूडी का प्रयोग करने वाली प्रत्येक 100 महिलाओं में से केवल एक ही महिला इसका प्रयोग करते हुए गर्भवती हो पाती है। आईयूडी भी बहुत सुरक्षित हैं। कुछ महिलाओं में इसके साइड इफेक्ट भी दिखाई देते हैं लेकिन आमतौर पर ये काफी हल्के होते हैं। इस उपकरण का प्रयोग करते हुए गंभीर समस्याएं बेहद दुर्लभ हैं।
इस उपकरण से होने वाले साइड इफेक्ट हर किसी महिला पर अलग-अलग हो सकते हैं। ये इस बात पर निर्भर करते हैं कि आपके पास किस प्रकार का आईयूडी है और आपका किस प्रकार का मेडिकल इतिहास रहा है। इसके अलावा यह अनुमान लगाने का भी कोई तरीका नहीं है कि ये आपका शरीर आईयूडी के प्रति कैसे प्रतिक्रिया देगा। यदि आपको कोई समस्या है, तो अपने डॉक्टर को इस बारे में बताना जरूरी हो जाता है। हालांकि आईयूडी लगाने से महिलाओं को निम्न प्रकार की समस्याओं को सामना करना पड़ सकता है।
आईयूडी से महिलाओं को होने वाली परेशानी
ऐंठन
डॉक्टर द्वारा आईयूडी लगाने के बाद पहले कुछ दिनों तक आपको पीरियड जैसी ऐंठन हो सकती है। हल्की ऐंठन होना सामान्य है। अगर दर्द तेज हो जाता है, तो अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं।
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बेहोशी
कुछ महिलाओं को डॉक्टर द्वारा आईयूडी लगाने के ठीक बाद चक्कर आने जैसा महसूस होने लगता है। कुछ महिलाएं बेहोश हो भी हो जाती हैं। ऐसा न हो इसके लिए जब तक आप बेहतर महसूस न करें, तब तक लेटी रहें और फिर बहुत धीरे-धीरे उठें।
अनियमित या भारी पीरियड्स
ये डिवाइस लगते ही आपके पीरियड्स बदल जाएंगे। हार्मोनल आईयूडी अक्सर पीरियड को हल्का और कम कर देते हैं। कभी-कभी वे मासिक धर्म को पूरी तरह से रोक भी देते हैं। कॉपर IUD पहले कुछ महीनों के लिए आपके मासिक चक्र को भारी बना सकता है। कुछ महिलाओं को पीरियड्स के बीच में स्पॉटिंग या ब्लीडिंग होती है। आईयूडी लगने के 6 महीने के भीतर आपका चक्र सामान्य हो सकता है।
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ओवेरियन सिस्ट्स
करीब 10 में से 1 महिला को आईयूडी लगने के बाद पहले साल में अपने अंडाशय में ये तरल पदार्थ से भरी थैली जैसा महसूस होगा। सिस्ट्स आमतौर पर 3 महीने के भीतर अपने आप चले जाते हैं। अधिकांश ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian Cysts) हानिरहित होते हैं और कोई भी लक्षण पैदा नहीं करते हैं। लेकिन कुछ स्थितियों में पेट के निचले हिस्से में सूजन, दर्द और पेट फूल जाता है। अगर अचानक पेट में दर्द हो जाता है तो ये गंभीर समस्या का कारण हो सकता है। यदि आप इन लक्षणों को नोटिस करते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
गर्भावस्था
आईयूडी का प्रयोग करने पर गर्भवती होने की आपकी संभावना बहुत कम हो जाती है, लगभग 1 फीसदी ही ऐसा होता है। लेकिन अगर ऐसा होता है, तो यह खतरनाक हो सकता है। यह इन जोखिम को बढ़ा सकता हैः
- गर्भपात
- संक्रमण
- जल्दी प्रसव
अगर आप गर्भावस्था को बनाए रखना चाहती हैं, तो आपको आईयूडी को हटा देना होगा। गर्भवती होने पर आईयूडी को बाहर निकालने के जोखिम भी हैं। अपने डॉक्टर से अपने विकल्पों के बारे में पूछें
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संक्रमण
आईयूडी आपके गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब, या अंडाशय में संक्रमण के खतरे को थोड़ा बढ़ा देता है, जिसे पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी) कहा जाता है। जब महिलाओं के शरीर में आईयूडी डाला जाता हैं तो पीआईडी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। आईयूडी लगने के बाद आपको पहले 20 दिनों में संक्रमण होने की संभावना होती है। एक से अधिक सेक्स पार्टनर होने से इसके दुष्प्रभाव की संभावना बढ़ जाती है। गंभीर समस्याओं से बचने के लिए पीआईडी का इलाज जल्दी करना महत्वपूर्ण है। अपने डॉक्टर को बताएं यदि आपके पास लक्षण हैं जैसे:
- पेट दर्द
- यौन संबंध बनाने पर दर्द
- आपकी योनि से बदबूदार स्त्राव
- ठंड लगना
- बुखार
- भारी रक्तस्राव
आपका डॉक्टर पीआईडी के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह देगा।
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