न्यूयार्क, प्रेट्र : गोलमटोल छोटे बच्चे किसे अच्छे नहीं लगते। पर अब इस तरह बच्चे होने के कई फायदे और भी हैं। जो बच्चे पैदा होते समय गोलमोल होते हैं उनके भविष्य में खुश रहने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। ऐसे बच्चे जिनका पैदा होते समय वजन कम होता है, उनके बाद में अवसाद और चिंताग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है।
अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं की टीम ने जन्म के समय बच्चे के वजन और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में किए गए अपने अध्ययन में ऐसा पाया है। साइंस डेली में छपे इस अध्ययन में यह भी कहा गया गया है कि बच्चे को गर्भ में मिलने वाली परिस्थितियां उसके आने वाले जीवन में प्रभाव डालती हैं। यदि बचपन में बच्चे का वजन धीरे-धीरे कम होता जाता है तो उसे बाद में दिमागी असंतुलन का सामना तक करना पड़ सकता है।
ये अध्ययन कनाडा के अल्बर्टा विश्वविद्यालय के इयान कोलमैन ने लंदन और कैंब्रिज विश्वविद्यालय के अपने सहायकों के साथ मिलकर किया। टीम ने अपने इस अध्ययन में 1946 में जन्मे 4 हजार छह सौ लोगों पर अवसाद के लक्षणों की जांच की। मुख्य अनुसंधानकर्ता इयान कोलमैन ने बताया कि हमने पाया कि जिन लोगों के जीवन में हल्के या सामान्य अवसाद या चिंता के लक्षण दिखते हैं वे वास्तव में जन्म के वक्त दूसरे नवजात बच्चों से छोटे थे।
कोलमैन बताते हैं कि बचपन में विकास के लक्षण जैसे पहली बार खड़े होना और चलना भी भविष्य में मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं। ऐसा भी नहीं है कि कम वजन वाले हर बच्चे का मानसिक स्वास्थ्य खराब ही रहता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि गर्भ में रहने के दौरान उसे सही पोषण आदि मिलता था कि नहीं। उस दौरान मां का तनाव में रहना भी भविष्य में बच्चे की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।