
उम्र बढ़ने के साथ-साथ शारीरिक परिवर्तन आपके पॉश्चर को खराब कर सकता है। ऐसे में अपने सही पॉश्चर की जांच करें और ये आसान टिप्स अपनाएं।
महिलाओं का शरीर उम्र बढ़ने के साथ लगातार बदलता चला जाता है। शरीर पर खास ध्यान न दिया जाए, तो ब्रेस्ट, कमर और थाइस की साइज बढ़ने से महिलाओं की फिगर पूरी तरह से खराब होने लगती है। वहीं प्रेग्नेंसी के बाद शरीर में एक अलग ही तरह का बदलाव आ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि 30 की उम्र के बाद महिलाएं अपनी फीगर का खास ध्यान रखें। इसके लिए महिलाओं को अपने खान-पान के साथ बढ़ते वजन का भी ध्यान रखना चाहिए। वहीं अपने पॉश्चर को सही रखने के लिए महिलाओं को इसे चेक करते रहना चाहिए। ताकि जहां महसूस हो कि पॉश्चर ठीक नहीं है, वहां इसे इन टिप्स की मदद से ठीक किया जा सके।
30 की उम्र के आर पास महिलाओं की मांसपेशियां ढीली हो सकती हैं। वहीं शरीर में लचकता की कमी आ सकती है। वहीं हड्डियों की कमजोरी इसके बनावट को भी कमजोर कर देती है। इसके लिए आपको पहले अपना पॉश्चर चेक करना चाहिए।
पॉश्चर की जांच कैसे करें?
दीवार के विपरीत अपने सिर को लगाते हुए खड़े हो जाएं और। आपके कंधे बिलकुल स्ट्रेट और बट दीवार को छूते हुए होना चाहिए। अब अपनी गर्दन और दीवार के बीच की जगह और अपनी पीठ और दीवार के बीच की जगह को मापें। दोनों स्थानों के बीच की जगह 2 इंच से कम होना चाहिए। इसे नापने के लिए आप किसी और की मदद भी ले सकते हैं। अगर ये गैप 2 इंच से ज्यादा है, तो आपका पॉश्चर सही नहीं है।
इसे भी पढ़ें : Running And Breast Health:जानें आपकी ब्रेस्ट हेल्थ को कैसे प्रभावित करती है रनिंग
पॉश्चर सही करने के रोज करें ये 2 योगासन
1. बालमुद्रासन करें
चाइल्ड पोज योगा को हर दिन 5 मिनट सुबह और रात को करें। चाइल्ड पोज़ रीढ़ को लंबा और हड्डियों को स्ट्रेट रखने में मदद करता है। इस आसान को लोग अक्सर अपना पॉश्चर सही करने के लिए ही करते हैं। इसे करने के
- -अपने हाथों और घुटनों पर शुरू करें।
- -अपने हाथों पर आगे क्रॉल करें और अपनी बाहों को सीधे सामने की ओर मैट के सामने की ओर बढ़ाएं। आप अपने शरीर के साथ फर्श पर अपनी बाहों को भी लपेट सकते हैं।
- -धीरे-धीरे अपने कूल्हों को अपनी एड़ी पर आराम करने के लिए छोड़ दें।
- -अपने माथे को फर्श पर टिकाएं।
- -5-10 गहरी सांस लें।

इसे भी पढ़ें : महिलाएं मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए करें ये 4 'स्ट्रेंथ ट्रेनिंग', एक्सट्रा फैट से मिलेगा छुटकारा
2. स्टैंडिंग फॉरवर्ड फोल्ड
चाइल्ड पोज़ के 2 मिनट के साथ शुरू करें और फिर 4 मिनट के लिए स्टैंडिंग फॉरवर्ड फोल्ड के 30-सेकंड के अंतराल का अभ्यास करें। यह मुद्रा कूल्हों को खोलती है और गर्दन और कंधों में किसी भी तनाव को छोड़ने में मदद कर सकती है। इसे करने के लिए
- -अपने पैरों को कूल्हों-दूरी के साथ शुरू करें और अपने शरीर का समर्थन करने के लिए घुटनों पर झुकें।
- -सांस छोड़ते हुए कूल्हों पर आगे की ओर झुक जाएं।
- -अपनी कोहनी मोड़ें और प्रत्येक कोहनी को उल्टे हाथ से पकड़ें।
- -अपने सिर को नीचे लटका दें। अपनी एड़ी को ऊपर की ओर उठाते हुए अपनी एड़ी को फर्श पर दबाएं।
- -अब अपने पैरों को लंबा करें ताकि मांसपेशियों में खिंचाव महसूस न हो।
- -प्रत्येक सांस छोड़ना के साथ अपनी मुद्रा को वैसे ही छोड़ दें।
पॉश्चर खराब करने में एक बड़ा हाथ गलत तरीके से उठने और बैठने का भी होता है। वहीं हमेशा हाई हील्स पहनना भी महिलाओं के पॉश्चर को खराब करता है। ऐसे में किसी भी महिला को अपने खड़े होने और बैठने के तरीके पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही हाई हील्स ज्यादा न पहनें और वजन को संतुलित रखने की कोशिश करें।
Read more articles on Women's Health in Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।