आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि अच्छी पत्रकारिता वही है, जिसका समाज में कुछ सकारात्मक असर दिखे। बिल्कुल इसी बात को चरितार्थ किया है टीम ओनलीमायहेल्थ ने। जैसा कि आप जानते हैं कि HealthCare Heroes Awards के जरिए ओनलीमायहेल्थ देश भर के ऐसे रियल हीरोज़ को सम्मानित कर रहा है, जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान मानवता के लिए और अपने समाज के लिए बेहतरीन काम किए हैं। हमने पूरे देश से 9 अलग-अलग कैटेगरीज के लिए ऐसे 36 लोगों को चुना था, जिनके काम ने सैकड़ों लोगों को प्रेरित किया और आज HealthCare Heroes Awards 2022 के जरिए लाखों अन्य लोगों को प्रेरित करने वाला है। इसी अवॉर्ड ईवेंट में हमने अवेयरनेस वॉरियर्स कैटेगरी के लिए 5 साल के एक छोटे बच्चे को नामांकित किया था, जिसका नाम अमित है। अमित का एक वीडियो पिछले साल खूब वायरल हुआ था, जिसमें उत्तराखंड के धर्मशाला में किसी जगह खड़े होकर अमित हाथ में डंडा लिए हुए आने-जाने वाले लोगों को मास्क पहनने के लिए टोकता है। ये वीडियो आपने भी जरूर देखा होगा।
आप भी देखें इस क्यूट से बच्चे का वायरल वीडियो
इस बच्चे का अपनी मासूम आवाज में ये कहना कि, "तेरा मास्क कहां है.... मास्क ठीक से पहनो" करोड़ों लोगों को इस बात का एहसास दिला गया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क कितना महत्वपूर्ण है और वाकई अमित के इस छोटे से वीडियो ने इंटरनेट पर धूम मचा दी थी। इसके बाद बहुत सारे लोग अमित को भूल गए लेकिन ओनलीमायहेल्थ को ये बच्चा याद रहा। पिछले दिनों हेल्थकेयर हीरोज़ अवॉर्ड्स में नॉमिनेशन के बाद जब ओनलीमायहेल्थ ने अमित तक पहुंचने के लिए धर्मशाला के लोकल लोगों से बात की, तो हमें कुछ ऐसा पता चला, जो हमें चौंकाने वाला था।
View this post on Instagram
अमित का परिवार है बेहद गरीब
अमित एक बेहद गरीब परिवार का बच्चा है, जिनके पास अपनी कोई छत नहीं है। अपने परिवार के साथ 5 साल का अमित फुटपाथ पर या किसी भी खुली जगह, दुकान के बाहर, चौराहों पर सोने के लिए मजबूर है। ओनलीमायहेल्थ ने जब अमित से पूछा कि वो बड़ा होकर क्या बनना चाहता है, तो उसका जवाब था, "पुलिस इंस्पेक्टर"। लोकल लोगों से बातचीत में ओनलीमायहेल्थ की टीम को पता चला कि अमित पढ़ना चाहता है लेकिन कोई भी स्कूल उसका एडमिशन नहीं कर रहा क्योंकि उसका परिवार स्कूल की पढ़ाई, ड्रेस, कॉपी-किताब आदि का खर्च नहीं उठा सकता।
अमित के परिवार के पास कोई रोजगार नहीं है। लोकल लोगों ने बताया कि उसके पिता को एल्कोहल की लत है। लेकिन अमित की समझदारी और मासूमियत ने उसे इंटरनेट सेंसेशन बना दिया था। ऐसे में कई बार कुछ लोग उसे व उसके परिवार को खाने-पीने की चीजें, कपड़े या कोई गिफ्ट आदि दे देते हैं, जिससे उसका परिवार गुजर-बसर करता है। ओनलीमायहेल्थ पर अमित की कहानी छपने के बाद हमें ढेर सारे पाठकों के मैसेज आए, जो अमित की कहानी पढ़कर द्रवित हुए और छोटी-मोटी मदद के लिए आगे आए।
अमित के बारे में और अधिक जानने के लिए ये लेख भी पढ़ें- Healthcare Heroes Awards 2022:अमित डंडा लेकर लोगों से मास्क पहनने की कर रहा था अपील, वीडियो हुआ था वायरल
2 ज्यूरी मेंबर्स ने की 12वीं तक पढ़ाई का सारा खर्च उठाने की घोषणा
HealthCare Heroes Awards के दौरान जागरण न्यू मीडिया की एसोसिएट वाइस प्रेसिंडेंट और हेल्थ एंड लाइफस्टाइल हेड मेघा ममगाईं ने ज्यूरी मेंबर्स के सामने अमित की कहानी रखी तो हमारे दो बेहद सम्मानित ज्यूरी मेंबर्स पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर पूनम मटरेजा और इंटरनैशनल योग एक्सपर्ट ग्रैंड मास्टर अक्षर ने अमित को एडमिशन दिलाने और पढ़ाने-लिखाने की पूरी जिम्मेदारी लेने की बात कही। योग गुरू ग्रैंड मास्टर अक्षर ने ईवेंट के दौरान ही उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री से बात करके इस बात की पुष्टि की कि अमित को स्कूल में एडमिशन मिले और उन्होंने इस बात की भी घोषणा की है कि अमित की 12वीं तक की पढ़ाई का खर्च उनका संस्थान उठाएगा।
हम ओनलीमायहेल्थ और जागरण न्यू मीडिया की तरफ से इन दोनों ज्यूरी मेंबर्स का धन्यवाद करते हैं और इस बात के लिए आभार व्यक्त करते हैं कि उनके इस फैसले से बहुत सारे लोगों को प्रेरणा मिलेगी।
अगर आपको ओनलीमायहेल्थ की ये पॉजिटिव स्टोरी पसंद आई है, तो आप इसे शेयर करें, ताकि दूसरे लोग भी इससे प्रेरित हो सकें।