Health Side Effects Of Eating Salt And Sugar For Babies Less Than One Year In Hindi: यह बात तो हम सभी जानते हैं कि छह माह के बच्चों को सिर्फ और सिर्फ मां का दूध देना चाहिए। छह महीने के बाद बच्चों को दाल का पानी और चावल का पानी जैसी लाइट चीजें खाने के लिए दी जा सकती हैं। बच्चे की डाइट में शुरुआती दिनों में लाइट चीजें शामिल करनी चाहिए, क्योंकि इस उम्र तक बच्चे की पाचन क्षमता कमजोर होती है। लेकिन, कुछ पेरेंट्स अपने एक साल से कम उम्र के बच्चों को चिप्स और चॉकलेट जैसी चीजें देने लगते हैं। जब बच्चा नई-नई चीजें खाने लगता है, तो यह सब पेरेंट्स को देखकरे बहुत अच्छा लगता है। लेकिन, आपको बता दें कि इस उम्र तक बच्चों को सॉल्ट या शुगर खाने के लिए नहीं दिया जाना चाहिए। अगर पेरेंट्स ऐसा करते हैं, तो इससे बच्चे की हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। यही नहीं, एक साल कम उम्र में ही अगर बच्चा चीनी और नमक खाने लगता है, तो भविष्य में इन्हें कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। इस संबंध में बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पवन मंडाविया ने एक इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। आप भी जानें, उन जरूरी बातों को।
किडनी फंक्शन एफेक्ट होता है- Affects Kidney Function
अगर आप बच्चे को बहुत ज्यादा नमक देते खाने को देते हैं, तो इससे बच्चे की किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है। दरअसल, ज्यादा मात्रा में नमक खाने से शरीर में सॉल्ट का लेवल बढ़ जाता है, जिसे बच्चे की किडनी रिमूव करने में सक्षम नहीं होती है। इस तरह उनकी किडनी बार दिनों दिन दबाव बनता है, जो कि एक समय बाद किडनी से जुड़ी परेशानियों की वजह बन सकता है। यहां तक कि अगर बच्चे की डाइट में नमक की मात्रा ज्यादा है, तो इससे उसकी बॉडी में सोडियम का स्तर बढ़ सकता है। इससे किडनी स्टोन जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है।
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हाईब्लड प्रेशर- High Blood Pressure
हालांकि, यह सुनने में बहुत अजीब लगता है कि अगर बच्चे को नमक ज्यादा मात्रा में दिया जाए, तो क्या वाकई उन्हें हाई बीपी की समस्या हो सकती है। लेकिन, आपको बता दें कि इस उम्र में भले उन्हें फिजिकल प्रॉब्लम न हो। मगर विशेषज्ञों की राय है कि जिन बच्चों की डाइट में इस उम्र से ही ज्यादा मात्रा में नमक हो, वे बड़े होकर बीपी जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।
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बॉडी डिहाइड्रेट हो सकती है- Dehydration
जिन बच्चों के शरीर में बहुत अधिक नमक होता है, उनकी बॉडी बहुत जल्दी डिहाइड्रेट हो जाती है। असल में, नमक का अधिक सेवन करने की वजह से बच्चे को ज्यादा पसीना और ज्यादा पेशाब आ सकता है। इस तरह, शरीर से काफी ज्यादा मात्रा में पानी निकल जाता है।
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हड्डियों पर असर- Affects Bones
अधिक नमक का सेवन शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है। इससे शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है। शरीर में कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है, जो हड्डियों को कमजोर बना सकती है।
दांतों में कैविटी होना- Tooth Decay
नमक की ही तरह, अगर बच्चा बहुत ज्यादा मात्रा में शुगर का इनटेक करता है, तो दांतों में सड़न या कैविटी की समस्या हो सकती है।
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वजन बढ़ सकता है- Obesity
अगर पेरेंट्स अपने बच्चे की डाइट में नमक के साथ-साथ चीनी की मात्रा भी बढ़ा देते हैं, तो इससे बच्चा मोटापे का शिकार हो सकता है। दरअसल, ज्यादा चीनी खाने की वजह से बॉडी में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है, जो मोटापे की वजह बनता है।
सुस्ती बढ़ जाती है- Lazziness
अगर बच्चा काफी ज्यादा मात्रा में चीनी की सेवन करता है, तो वह लेजी यानी सुस्त हो सकता है। शरीर में जब शुगर का स्तर बढ़ता है, तो इससे इंसुलिन का उत्पादन बढ़ जाता है, जो कि ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। शरीर में अधिक मात्रा में इंसुलिन होने के कारण सुस्ती बढ़ सकती है।
कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि पेरेंट्स को यह समझना चाहिए कि उन्हें इतने कम उम्र के बच्चे को मीठा या नमक नहीं देना चाहिए। इससे बच्चे की हेल्थ बिगड़ सकती है या फिर भविष्य में इसके बुरे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
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