नमक बड़ों के लिए ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी आवश्यक है लेकिन एक सीमा में ही। बच्चों का शरीर छोटा होता है और उनकी किडनी भी अधिक नमक को प्रोसेस करने में समर्थ नहीं होती। इसलिए आपको बच्चों को तो और भी कम मात्रा में नमक देना चाहिए। अगर आप उन्हें अधिक नमक से युक्त चीजें खाने देते हैं तो उन्हें समय के साथ साथ ब्लड प्रेशर अधिक रहने जैसी समस्याएं परेशान करने लगती हैं। मदरहुड हॉस्पिटल, पीडियाट्रिशियन एंड नियोनिटालॉजिस्ट, सीनियर कंसल्टेंट डॉ अमित गुप्ता के अनुसार बच्चों की डाइट में काफी ध्यान रखना चाहिए। खासकर कि जब आप उन्हें सोडियम (Sodium) युक्त डाइट दे रही हों। क्योंकि वैसे तो सोडियम बच्चों के विकास के लिए जरूरी है। लेकिन इसकी अधिकता से उन्हें बहुत सी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए आप उन्हें बिल्कुल ही न नमक देकर भी गलती कर रहे हैं। वैसे तो 6 महीने से कम उम्र के बच्चे अपनी मां के दूध से ही सारे पोषण की पूर्ति कर लेते हैं।
Inside image credit: Nutrition Care For Children
कितनी मात्रा ठीक है - Salt for babies in hindi
7 से 12 महीने के बच्चों को फॉर्मूला या ब्रेस्ट मिल्क के साथ साथ थोड़ा बहुत कम नमक की आवश्यकता होती है। इसलिए आप चाहें तो न के बराबर नमक उनकी डाइट में एड कर सकते हैं। हालांकि कभी कभार आप उन्हें हल्की सी नमकीन चीज या प्रोसेस्ड फूड भी दे सकते हैं, लेकिन रोजाना नहीं। डॉक्टर के अनुसार अगर बच्चा 6 महीने से 1 साल तक के बीच का है तो किसी भी हालत में 1 ग्राम नमक से ज्यादा नहीं दें। अगर आपका बच्चा एक से 3 साल तक का है तो एक से डेढ़ ग्राम नमक से ज्यादा न दें और अगर आपका बच्चा 3 साल से अधिक उम्र का बच्चा है तो 3 ग्राम से ज्यादा नमक देना हानिकारक हो सकता है।
बच्चे को अधिक नमक देने के नुकसान (Harmful Effects)
आजकल बहुत सारे माता पिता अपने बच्चों को जिद्द करने पर पैकेट बंद फूड जैसे चिप्स और कुरकुरे आदि दिला देते हैं। जिन्हें बच्चे बहुत खुश हो कर खाते हैं। लेकिन उनमें नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है। ऐसे में बच्चों में ज्यादा नमक खाने के नुकसान दिख सकते हैं।
1. बच्चो की आदत बन जाना
अगर आप अभी से बच्चों को जंक फूड या अधिक नमक से युक्त फूड देना शुरू कर देते हैं तो इससे समय के साथ साथ खाने से बच्चे को अधिक नमक खाने की आदत पड़ जाती है। जो उन्हें आगे जा कर बहुत अधिक बीमारियों का शिकार कर सकती है।
इसे भी पढ़ें : बच्चों में तेज बुखार के साथ दौरे पड़ने (फेब्राइल सीजर) के क्या कारण होते हैं? जानें इसके लक्षण और इलाज
2. किडनी डेमेज होने का खतरा
बच्चों की किडनी अभी भी पूरी तरह से परिपक्व नहीं होती हैं। अगर बच्चा अधिक नमक खा ले तो वह इस नमक को प्रोसेस नहीं कर पाती हैं। इसलिए बच्चों की किडनी डेमेज होने का खतरा अधिक नमक खाने में शामिल होता है। यह समस्या बच्चे को लम्बे समय तक देखने को मिल सकती है।
Inside image credit: Children's Wisconsin
3. ब्लड प्रेशर हाई होने का खतरा
अगर आप अधिक नमक से युक्त चीजें बच्चे को खिलाते हैं तो इससे उनके ब्लड प्रेशर पर भी बहुत प्रभाव पड़ता है। उनका ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है। नमक की चीजों का बड़ों से ज्यादा फर्क बच्चों पर पड़ता है। आगे जा कर वह हाइपरटेंशन के मरीज भी बन सकते हैं।
कैसे मालूम करें कि बच्चे ने अधिक नमक का सेवन किया है
जब बच्चा बहुत नमक का सेवन कर रहा होता है तो उसे तेजी से प्यास लगती है। लेकिन जब वह जरूरत से ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन कर लेता है तो बच्चे में हाइपरनेट्रिमिया विकसित होने लगता है। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत पड़ती है। हाइपरनेट्रिमिया उस अवस्था को कहते हैं जब शरीर में सोडियम की मात्रा अधिक हो जाती है। जिसकी वजह से बॉडी के सारे फंक्शन बिगड़ने लगते हैं।
इसे भी पढ़ें : बच्चों की भूख बढ़ाने और कमजोरी दूर करने के लिए पिलाएं ये 3 होममेड हेल्थ टॉनिक, जानें बनाने का तरीका
इसलिए अपने बच्चों को बचपन से ही कम नमक और अधिक हरी सब्जियां आदि खाने के शौकीन बनाएं। अपने बच्चे की डाइट में हमेशा ताजा ताजा चीजें ही एड करें और उन्हीं में हल्का सा नमक मिलाएं। उन्हें बाहर का खाना का ज्यादा आदी न बनाएं।
Main image credit:GettyImages
Read more articles on Children's Health in Hindi