हममें से ज्यादातर लोग जब घरों पर होते हैं, तो अधिकांश समय बिस्तर पर ही गुजारते हैं। लेटना हो, बैठना हो, आराम करना हो या सोना हो, बिस्तर हमारी डेली लाइफ का बड़ा महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही बिस्तर छोटी-छोटी गलतियों के कारण बीमारियों की वजह भी बन सकती है? जी हां, सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने के कारण अगर आप बिस्तर की ठीक तरह से सफाई नहीं करते हैं, तो आपका बिस्तर बहुत सारे जर्म्स, बैक्टीरिया और वायरस का घर बन सकता है।
कई बार अंजाने में की गई गलतियां जैसे- बिस्तर पर खाना, पेट्स को सुलाना, गंदे पांव चढ़ जाना, पसीना भरा शरीर लेकर लेट जाना और बच्चों के खेलने आदि से बिस्तर पर तरह-तरह के जर्म्स और बैक्टीरिया पाए जा सकते हैं। इसलिए बिस्तर की सफाई जरूरी है, ये बात आप भी जानते हैं। लेकिन इसे कितने दिन में साफ करना चाहिए और कैसे साफ करना चाहिए, ताकि जर्म्स और बैक्टीरिया आपको नुकसान न पहुंचा सकें, इसकी जानकारी शायद आपको नहीं होगी। तो इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं बातों की जानकारी दे रहे हैं।
बेड शीट से होने वाली बीमारियां
एक अमेरिकी सर्वे के मुताबिक ज्यादातर लोग औसतन 25-30 दिन में एक बार अपनी बेडशीट को बदलते या धोते हैं। हो सकता है आप इससे कम दिनों में ही बेडशीट को धो देते हों। लेकिन आप इस बात से इंकार नहीं कर सकते हैं कि बेडशीट को लंबे समय तक न धोने से इसमें कितने तरह की गंदगियां जमा होती रहती हैं। आमतौर पर सभी घरों की बेडशीट में धूल, मिट्टी, गंदगी, डैंड्रफ, खाने-पीने की चीजों के दाग, पालतू जानवरों के बाल आदि रेगुलर जमा होते रहते हैं। ऐसे में अगर आप इसे सही समय से नहीं धोते हैं, तो आपको इन बीमारियों (Health Diseases You Can Get From Dirty Bed Sheet ) का खतरा रहता है-
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डेड स्किन सेल्स से त्वचा रोग
क्या आप जानते हैं कि हमारे शरीर की ऊपरी सतह पर जो त्वचा है, उसकी 500 मिलियन कोशिकाएं रोजाना मृत होती हैं और नई बनती हैं? जी हां, इन्हीं मृत कोशिकाओं को अंग्रेजी में डेड स्किन सेल्स कहा जाता है। जब आप बिस्तर पर होते हैं, तब भी ये डेड स्किन सेल्स आपके बिस्तर पर गिरते हैं। अब सोचिए एक दिन में 500 मिलियन तो 20 दिन में कितनी स्किन सेल्स गिर जाती होंगी? ये स्किन सेल्स कुछ समय बाद बैक्टीरिया पैदा कर लेती हैं और स्किन एलर्जी का कारण बनती हैं, जैसे- बैक्टीरियल स्किन इंफेक्शन या सेबोरोइक एक्जीमा आदि।
जानवरों के बालों से फंगल इंफेक्शन
अगर आपके घर में कोई पालतू जानवर है, जिसे आप अपने बिस्तर पर खिलाते, बिठाने, लिटाते, सुलाते या प्यार करते हैं, तो ये अच्छी बात है। लेकिन आपको प्यार करने वाला ये नन्हा सा जीव अंजाने में आपको या घर के बच्चों को बीमार बना सकता है। दरअसल जानवरों के बाल (फर) बिस्तर पर झड़ जाते हैं। आप पालतू जानवर को कितना भी साफ-सफाई से रखें लेकिन इंसानों की अपेक्षा इनमें बग्स, माइट्स आदि कहीं न कहीं से आ कर चिपक ही जाते हैं। ऐसे में बालों और रोएं के साथ ये बग्स आपके बिस्तर तक पहुंचते हैं और फिर लेटने वाले के शरीर तक। इस तरह से ये फंगल इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।
धूल-मिट्टी बनती है कील-मुंहासों का कारण
बिस्तर पर मौजूद धूल-मिट्टी और दूसरे प्रदूषण कण लेटने पर आपकी त्वचा के रोमछिद्रों में जाकर जमा हो जाते हैं। फिर पसीना आने या पानी पड़ने पर रोमछिद्रों में ही इनमें बैक्टीरिया पनप जाते हैं, जो कि आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। इन बैक्टीरिया के कारण आपको कील-मुंहासों, खुजली और कई तरह के चर्म रोगों की समस्या हो सकती है।
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कैसे और कितने दिनों में धोएं बेड शीट?
आपको अपनी बेड शीट कम से कम सप्ताह में 1 बार जरूर बदलनी चाहिए और धोते रहना चाहिए। अगर घर में छोटा बच्चा है, तो आपको इसे और जल्दी-जल्दी धोने की आदत बनानी चाहिए। आइए बताते हैं बेडशीट को धोने का सही तरीका।
- सबसे पहले बेड शीट को निकालकर इसे अच्छी तरह झाडें, ताकि बाल और धूल मिट्टी जमीन पर गिर जाए।
- इसके बाद बेड शीट को कम से कम 30 मिनट गर्म पानी और वाशिंग पाउडर में भिगोकर रखें।
- इसके बाद आप जैसे धोना चाहें, (हाथ से या वॉशिंग मशीन से) इसे धो सकते हैं।
- धोने के बाद बेड शीट को हमेशा धूप में सुखाएं, न कि छांव में। ताकि धूप से इसके अतिरिक्त बैक्टीरिया निकल जाएं।
- बेड शीट की ही तरह आपको अपने तकिया के कवर, सोफा कवर और पर्दों को भी 1-2 सप्ताह में जरूर साफ करते रहना चाहिए।
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