Health Benefits of Shatapushpa for women : शतपुष्पा, जिसे अंग्रेजी में डिल (Dill) के नाम से जाना जाता है, एक आयुर्वेदिक औषधि है। यह औषधि हर उम्र के लोगों को लिए बहुत फायदेमंद होती है। हालांकि पुरुषों के मुकाबले शतपुष्पा महिलाओं के लिए ज्यादा उपयोगी और स्वास्थ्यवर्धक होती है। शतपुष्पा के बीज, पत्ते और तेल महिलाओं की कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। आज इस लेख में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. वैशाली शुक्ला से जानेंगे महिलाओं के लिए शतपुष्पा के फायदे और इसके इस्तेमाल के तरीकों के बारे में।
1. पीरियड्स को करता है रेगुलर- Shatapushpa makes periods regular
डॉ. वैशाली शुक्ला का कहना है कि शतपुष्पा में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और हार्मोन बैलेंस करने वाले गुण पाए जाते हैं। जिन लड़कियों और महिलाओं को पीरियड्स में अनियमितता रहती है, यह उनके लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व पीरियड्स को नियमित करते हैं। शतपुष्पा का सेवन करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने और हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
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2. मेनोपॉज में सहायक- Shatapushpa helpful in menopause
35 की उम्र के बाद महिलाओं को मेनोपॉज शुरू होता है, तब उन्हें हॉट फ्लैश, तनाव और नींद की समस्या का सामना करना पड़ता है। शतपुष्पा में प्राकृतिक एस्ट्रोजन गुण होते हैं, जो मेनोपॉज से जुड़े लक्षणों को कम करते हैं। साथ ही, इस औषधि के पोषक तत्व मूड स्विंग्स जैसी समस्याओं को भी कंट्रोल में करने में मदद करते हैं।
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3. पीसीओएस में मिलती है राहत- Shatapushpa provides relief in PCOS
पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण महिलाओं में होने वाले पीसीओएस की समस्या से राहत दिलाने में भी शतपुष्पा काफी फायदेमंद होता है। इसके पोषक तत्व पीसीओएस के कारण अंडाशय में बनने वाली गांठों को बढ़ने से रोकती है।
4. स्तनपान के दौरान फायदेमंद- Shatapushpa beneficial during breastfeeding
शतपुष्पा के पोषक तत्व ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें मौजूद यौगिक प्रोलैक्टिन हार्मोन को बढ़ावा देते हैं, जो स्तन दूध के उत्पादन में सहायक होता है। शतपुष्पा में मौजूद विटामिन और मिनरल्स स्तनपान करने वाले शिशु की शारीरिक क्षमता को भी बढ़ाने में मदद करते हैं।
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5. पाचन संबंधी परेशानियों से दिलाता है राहत- Shatapushpa provides relief from digestive problems
पीरियड्स और हार्मोनल बदलावों के कारण महिलाओं में पाचन संबंधी समस्याएं भी बहुत ज्यादा देखी जाती हैं। इन समस्याओं से राहत दिलाने में भी शतपुष्पा काफी फायदेमंद होता है। शतपुष्पा में मौजूद फाइबर पाचन संबंधी समस्याएं जैसे गैस, अपच, और एसिडिटी से राहत दिलाते हैं। शतपुष्पा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की सूजन को कम करते हैं।
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शतपुष्पा का इस्तेमाल कैसे करें?- How to use Shatapushpa?
-चाय: शतपुष्पा के बीजों को पानी में उबालकर चाय बनाएं। इस चाय का स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें थोड़ी सी काली मिर्च और शहद भी मिला सकते हैं।
-खाना: शतपुष्पा के पत्तों को सब्जी, सलाद या दाल में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
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निष्कर्ष
शतपुष्पा एक प्राकृतिक औषधि है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाती है। हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को शतपुष्पा का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।