नून चाय या शीर चाय कश्मीर की पारंपरिक चाय है। यह हरी पत्तियों, दूध, नमक और बेकिंग सोडा के साथ बनाई जाती है। भारत में नून मतलब नमक समझा जाता है। नून चाय में बेकिंग सोडा डाला जाता है जिसकी वजह से इसका रंग गुलाबी होता है। यह गुलाबी चाय सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। नून चाय एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। साथ ही इसमें डाले जाने वाले बेकिंग सोडा की वजह से पेट फूलने जैसी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं।
नमामी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट शैली तोमर का कहना है कि यह नून चाय कश्मीरियों के ब्रेकफास्ट का प्रमुख हिस्सा है। साथ ही इसे कटे हुए नट्स जैसे बादाम, पिस्ता आदि के साथ सर्व किया जाता है। यह विशेष प्रकार के मेटल में पकाई जाती है और कोयले की आंच पर इसे पकाया जाता है। जब बेकिंग सोडा ग्रीन टी के साथ पकता है तो उसका रंग गुलाबी हो जाता है। इस चाय में इलायची और शुगर भी डाली जाती है। इस चाय का सेवन शरीर को गर्म रखने के लिए किया जाता है।
नून चाय पीने के फायदे
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
शैली तोमर का कहना है कि नून चाय एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। ग्रीन टी में ब्लैक टी के मुकाबले ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसमें पाया जाने वाला पोलीफेनॉल्स इम्युनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी से कई बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए एंटीऑक्सीडेंट्स की पूर्ति यह चाय कर देती है।
दिल की बीमारियों का खतरा करे कम
नून टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स की वजह से हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है। इसलिए दिन में 1 बार इसका सेवन आपको कई लाभ दे सकता है। नून टी पीने से केवल हृदय ही नहीं बल्कि तनाव को भी कम करती है। नून टी में थियानिन पाया जाता है स्ट्रेस बस्टर की तरह काम करता है।
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वजन नियंत्रण
जिन लोगों को अपना वजन नियंत्रण में करना है उन्हें इस चाय का सेवन जरूर करना चाहिए। न्यूट्रीशनिस्ट शैली तोमर का कहना है कि नून टी में कैटेचिन्स नाम एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो हेल्दी वेट लॉस को प्रमोट करते हैं।
जलन करे दूर
नून टी पेट के लिए लाभकारी होती है। इसमें पाया जाने वाला बेकिंग सोडा पेट की जलन और एसिडिटी की समस्या को दूर करता है। पेट में जलन को भी बेकिंग सोडा कम करता है।
संक्रमण से बचाए
नून चाय का सेवन कश्मीर में अक्सर सर्दियों के मौसम में किया जाता है। सर्दियों में होने वाले संक्रमण से भी नून चाय बचाती है। नून चाय में डाला गया बेकिंग सोड़ा एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल होता है जिस वजह से शरीर इंफेक्शन से दूर रहता है।
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नून चाय में नट्स डालने के फायदे
नून चाय में सूखे मेवे जैसे पिस्ता, बादाम आदि डाला जाता है, इन नट्स को चाय के साथ खाने से बहुत फायदे मिलते हैं। ये नट्स हार्ट हेल्थ, ब्रेन आदि के लिए लाभदायक होते हैं। नट्स एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। साथ ही इनमें कई न्यूट्रीएंट्स जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, जिंक, मैंगनेशियम, फोसफोरस, सेलेनियम, विाटमिन ई, कॉपर और मैंग्नीज पाई जाते हैं। ये सभी गुण आपके शरीर को गर्म रखते हैं और शरीर को बीमारियों से दूर रखते हैं।
नुकसान
नून चाय में नमक होता है, जो सोडियम से रिच होता है और सोडा में भी सोडियम होता है, ज्यादा मात्रा में सोडियम का सेवन हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की बीमारी आदि परेशानियां दे सकता है। ज्यादा बेकिंग सोडा का सेवन डायरिया और उल्टी की परेशानी को भी जन्म देता है। अगर आप कश्मीरी हैं तो आप इसका सेवन क्लाइमेट के अनुसार कर सकते हैं। पर ध्यान रहे कि संतुलित मात्रा में इस चाय का सेवन किया जाए।
नून चाय पारंपरिक रूप से कश्मीर का पेय पदार्थ है। वहां मौसम ठंडा होता है, इसलिए लोग इसे पीते हैं। नून चाय पीने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं।
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