ग्लूटेन फ्री स्नैक्स से मतलब है कि वे आहार जिनमें ग्लूटेन नहीं होता। ग्लूटन एक प्रोटीन है जो गेहूं, राई और जौं में पाया जाता है। नमामी लाइफ में न्युट्रीशनिस्ट शैली तोमर का कहना है कि बच्चों में ग्लूटेन से संबंधित डिसऑर्डर दिखना बहुत आम है। करीब 4-5 फीसद एलर्जी बच्चों में गेहूं के ग्लूटन से हो जाती है। आपके बच्चे को ग्लूटेन से कोई एलर्जी न हो, किसी तरह का डिसऑर्डर न हो उसके लिए यहां हम आपको बता रहे हैं कि ग्लूटन फ्री स्नैक बच्चों को देने से उनकी सेहत को क्या लाभ मिलते हैं।
बच्चों को ग्लूटेन फ्री स्नैक देने के स्वास्थ्य लाभ
न्यूट्रीशनिस्ट शैली तोमर ने ग्लूटन फ्री स्नैक खाने के निम्न फायदे बताए हैं-
कोई फूड एलर्जी नहीं
न्यूट्रीशनिस्ट शैली तोमर का कहना है कि ग्लूटेन संबंधि डिसऑर्डर बच्चों में बहुत आम हैं। सीलिएक डिजीज, गेहूं से एलर्जी और ग्लूटेन सेंसटिविटी नामक तीन तरह के ग्लूटन संबंधी बीमारियां होती हैं। ग्लूटन से होने वाली एलर्जी से डायरिया, थकान, उल्टी, पेट में मरोड़ और त्वचा पर रैशिज की परेशानी हो सकती है। गेहूं में पाया जाने वाला यह ग्लूटेन आटे में लचीलापन लाता है। बच्चों को ग्लूटन फ्री स्नैक खाने से किसी तरह की कोई एलर्जी नहीं होती है।
सूजन में कमी
अगर बच्चे को ग्लूटन से एलर्जी है तो उसे सूजन हो सकती है। यह सूजन पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है। इससे मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, नींद की कमी, बच्चों की लंबाई में बाधा, एनिमिया की समस्या और वजन कम होने की परेशानी हो सकती है। जब आप इस तरह की परेशानियों से पीड़ित बच्चों को ग्लूटन फ्री स्नैक्स देते हैं तो उससे सूजन नहीं होती है। किसी तरह का कोई साइड इफैक्ट नहीं होती है।
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स्वस्थ वजन
ग्लूटेन से होने वाली एलर्जी से बच्चों का वजन कम होने लगता है क्योंकि ग्लूटेन एलर्जी से डायरिया और अपच की परेशानी होती है। ऐसी परिस्थिति में बच्चों का खाना पचता नहीं है। जब खाना पचेगा नहीं तो बच्चे को कमजोरी हो जाएगी। लेकिन जब आपका बच्चा ग्लूटेन फ्री स्नैक जैसे ओट्स, कॉर्न, बाजरा, ज्वार, सफेद चावल, ब्राउन राइस, बेसन, चौलाई, साबुदाना आदि बच्चों में हेल्दी वजन को प्रमोट करते हैं।
पोषक तत्त्वों की वैरायटी
ग्लूटेन फ्री स्नैक्स में पोषक तत्त्वों की अधिकता होती है। रागी जैसे ग्लूटन फ्री अनाज में कैल्शियम, आयरन, ओट्स में फाइबर, किनुआ में प्रोटीन, ज्वार में आयरन, ब्राउन राइस में मैंग्नेशियम आदि होता है। तो इसलिए जब आप ग्लूटन फ्री स्नैक की तरफ जाते हैं तो उससे बच्चों को न्यूट्रीएंट्स की वैरायटी मिलती है। इस तरह का आहार बच्चों की इम्युनिटी भी बूस्ट करता है। साथ ही दिमागी विकास भी करता है। ग्लूटन फ्री स्नैक खाने से बच्चों को सभी तरह के न्यूट्रीएंट्स मिलते हैं जिस वजह से उनके शरीर में पोषक तत्त्वों की कमी पूरी होती है। ऐसे में उनका शारीरिक विकास ठीक से होता है।
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सावधानी
न्यूट्रीशनिस्ट शैली तोमर का कहना है कि अगर आपके बच्चों को ग्लूटन से एलर्जी नहीं है तो आपको कोई जरूरत नहीं है कि आप ग्लूटन फ्री स्नैक्स की तरफ आएं। आप अपने बच्चे को गेहूं से बने स्नैक भी दे सकती हैं। अगर आपका ग्लूटन से एलर्जिक है तो बेहतर है कि आप ग्लूटन फ्री डाइट की तरफ जाएं।
ग्लूटेन फ्री स्नैक्स कौन से हैं?
- बेसन ढोकला (बिना सूजी के
- रागी चीला
- साबुदाना टिक्की
- ज्वार ब्रेड
- मक्के का कटलेट
- ओट्स का उपमा
- किनूआ सलाद आदि
जिन बच्चों को ग्लूटन आहार से एलर्जी है, उन बच्चों को ग्लूटन फ्री स्नैक्स दिए जा सकते हैं। इन आहार को खाने से बच्चा सिलिएक डिजीज से बच जाता है। साथ ही उसे पेट संबंधी परेशानियां भी नहीं होती हैं।
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