हरी सब्जियां सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं, यह आपको फिट रखती हैं साथ ही बीमारियों से भी बचाती हैं। लेकिन अगर इन हरी सब्जियों को पकाने से पहले अच्छी तरह से साफ न किया जाये तो ये सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं।
हरा यानी सेहतमंद, हमेशा से यही बात कही जाती रही है। लौकी का जूस लो-कैलरी, लो-कार्बोहाइड्रेट होता है। इसमें कुछ मात्रा में पोटैशियम व फाइबर भी होता है। वजन घटाने, डायबिटीज, हार्ट संबंधी परेशानियों में यह फायदेमंद होता है। फिर क्या वजह है कि यह हरा अमृत एकाएक विष में तब्दील हो जाता है! कारण है लौकी में मौजूद एक टॉक्सिन, जिसकी अधिकता से इसमें कड़वाहट आ जाती है।
हरे का सच
पुष्पावती सिंघानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट की मुख्य न्यूट्रीशन कंसल्टेंट निलांजना सिंह कहती हैं, अब यह भ्रम दूर होना चाहिए कि हर प्राकृतिक चीज हानिरहित है। उदाहरण के लिए, यह सभी जानते हैं कि मशरूम की कोई-कोई किस्म विषैली होती है और बंद गोभी में कई बार एक सूक्ष्म कीड़ा होता है, जो मस्तिष्क में पहुंच जाए तो जान तक जा सकती है। पौधे थोडी मात्रा में विषैले पदार्थ छोडते हैं। केमिकल्स, मिट्टी, पानी, वर्षा जैसी स्थितियों के कारण इन विषैले तत्वों की मात्रा कम या अधिक हो सकती है। टॉक्सिंस के अलावा भी पौधों में अन्य केमिकल्स होते हैं, जो मानव शरीर के लिए हानिकारक होते हैं।
कई बार सिंचाई में प्रयुक्त पानी केमिकलयुक्त होता है। इसलिए फल या सब्जियों का छिलका निकालकर प्रयोग करें और उन्हें अच्छी तरह पकाएं। करेले, खीरे या मेथी आदि में कुछ कडवाहट होती ही है, जो असहनीय नहीं होती। लेकिन कोई फल या सब्जी अस्वाभाविक तौर पर कडवी लगे या उसका रंग फर्क नजर आए तो उसे न खाएं।
बरतें सावधानी
अधिक पैक की हुई या दाग वाली सब्जी-फल न खरीदें। सब्जियों-फलों को अनुकूल वातावरण में रखें। बींस, बैगन, शिमला मिर्च, टमाटर जैसी सब्जियों को कम तापमान में रखें। कड़वे फलों के जूस को अन्य फलों के जूस के साथ न मिलाएं। हरी सब्जियों को यदि पोटैशियम परमेंगनेट (लाल दवा) या क्लोरीन-युक्त पानी से धोया जाए तो इनके विषैले तत्व खत्म हो जाते हैं।
सही और गलत का मिश्रण
फल भोजन के साथ न खाएं। ये सुपाच्य नहीं रह पाते। मांसाहारी भोजन व दाल के साथ इनका सेवन करने से गैस व अपच हो सकती है। तरबूज-खरबूजा जैसे पानी वाले फलों को अन्य फलों के साथ मिलाकर न खाएं। इससे वे ठीक से नहीं पच पाते। स्टार्च-युक्त पदार्थों को अधिक प्रोटीन वाले पदार्थों के साथ मिलाकर न खाएं। जैसे आलू व मीट, चावल व चिकन को अलग-अलग खाना ही उचित है, ताकि एसिडिटी न हो।
नॉनवेज प्रोटीन को वेज प्रोटीन से मिलाकर प्रयोग न करें। फ्रूट चाट को उबले आलू के साथ मिलाकर खाने से बचें। शहद गर्म न करें, न इसे घी के साथ मिलाएं, यह विष बन सकता है। भोजन के बाद ठंडा पानी पीने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। नॉनवेज, रसीले-खट्टे फलों, दही, ब्रेड के साथ दूध का सेवन न करें। दूध, केला, किशमिश के साथ मूली न खाएं। आलू, बैगन, मिर्च, टमाटर जैसी सब्जियों को डेयरी उत्पाद व खीरे के साथ मिलाकर न खाएं। फ्रूट, चीज, केले के साथ अंडा न खाएं। कॉर्न को खजूर या किशमिश के साथ न मिलाएं।
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