
प्रेगनेंसी में अक्सर महिलाओं को उन चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिनके अंदर भरपूर पोषक तत्व मौजूद हों। हालांकि महिलाएं ऐसे समय में अपने डायटिशियन की मदद से डाइट को तैयार करती हैं और उसका पालन करती हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं की डाइट में फलों को जरूर जोड़ा जाता है। हम बात कर रहे हैं कुछ ऐसे फलों की, जिनके सेवन से गर्भवती महिलाओं और उनके भ्रूण को फायदा हो सकता है। साथ ही महिलाओं को उन फलों के बारे में भी पता होना चाहिए, जिनके सेवन से उन्हें नुकसानों का सामना उठाना पड़ सकता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कौन से फल अपनी डाइट में जोड़ने चाहिए और किन फलों को अपनी डाइट से निकालना चाहिए। साथ ही ये भी जानेंगे कि महिलाओं को एक दिन में कितने फलों का सामना करना चाहिए। इसके लिए हमने न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ( Nutritionist and wellness expert varun katyal) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...
प्रेगनेंसी में किन फलों का करें सेवन?
गर्भावस्था के दौरान महिलाएं कुछ ऐसे फलों को अपनी डाइट में जोड़ सकती हैं, जिनके अंदर भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद हों। यह फल निम्न प्रकार हैं-
1 - चेरी का सेवन
बता दें कि चेरी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके अंदर भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। इससे अलग चेरी के अंदर कई विटामिंस और मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। ऐसे में इसके सेवन से महिलाओं को काफी फायदा हो सकता है। चेरी के सेवन से ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रह सकता है।
2 - अमरूद का सेवन
काले नमक के साथ अमरूद का सेवन स्वाद में बढ़िया लगता है। वहीं आपको बता दें कि अमरूद के अंदर आयरन भी मौजूद होता है जो एनीमिया के जोखिम को कम कर सकता है। शरीर में एनीमिया की समस्या आयरन की कमी के कारण हो सकती है। इसके अलावा अमरूद के अंदर विटामिन सी भी पाया जाता है जो इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए अमरूद बेहद उपयोगी है।
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3 - चीकू का सेवन
चीकू का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को बता दें कि वे भी अपनी डाइट में चीकू को शामिल कर सकती हैं। चीकू के अंदर कार्बोहाइड्रेट और एसेंशियल न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जो महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद हैं। इससे अलग यदि महिलाएं गर्भावस्था के दौरान कमजोरी उल्टी या मतली की समस्या से परेशान रहती हैं तो चीकू के सेवन से इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
4 - तरबूज का सेवन
तरबूज जितना स्वाद में स्वादिष्ट है उतना ही सेहत के लिए उपयोगी भी है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं भी अपनी डाइट में तरबूज को जोड़ सकती हैं। तरबूज के अंदर जरूरी पोषक तत्व जैसे आयरन, जिंक, कैल्शियम, विटामिन सी आदि मौजूद होते हैं जो महिलाओं के साथ-साथ भ्रूण के विकास में भी उपयोगी हैं। गर्भावस्था के दौरान यदि बच्चे के वजन पर प्रभाव पड़े तो ऐसे में तरबूज के सेवन से वजन न बढ़ पाने के जोखिम को कम किया जा सकता है।
5 - केले का सेवन
गर्भवती महिलाएं अपनी डाइट में केले को जोड़ सकती हैं। केले के अंदर जरूरी पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, सेलेनियम, पोटेशियम, फइबर और फोलेट मौजूद होते हैं जो मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए उपयोगी हैं। बता दें कि केले के सेवन से मॉर्निंग सिकनेस के शिकायत भी दूर हो सकती है।
6 - अनार का सेवन
गर्भवती महिलाएं अनार का सेवन कर सकती हैं। इसके अंदर कई एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो भ्रूण को पोषण देने में उपयोगी हैं। वहीं अनार के अंदर फोलेट भी पाया जाता है जो भ्रूण को सुरक्षित रखने में मददगार है। इसके सेवन से इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है।
7 - नाशपाती का सेवन
गर्भवती महिलाएं अपनी डाइट में नाशपाती को जोड़ सकती हैं। बता दें कि डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक आहार से जुड़ी गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें नाशपाती का नाम भी मौजूद था। नाशपाती के अंदर विटामिन, मिनरल्स, फोलेट आदि मौजूद होते हैं जो न केवल एनीमिया की समस्या से राहत दिला सकते हैं बल्कि नाशपाती के अंदर मौजूद विटामिन सी बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है।
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प्रेगनेंसी के दौरान किन फलों को अपनी डाइट से बाहर निकालें?
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में सोच समझकर ही बदलाव करना चाहिए। ऐसे में नीचे बताए गए फलों को महिलाएं अपनी डाइट में बिना डॉक्टर की सलाह के ना जोड़ें। यह निम्न प्रकार हैं-
1 - अनानास : बता दें कि गर्भवती महिलाओं को अनानास अपनी डाइट में डॉक्टर की सलाह पर ही जोड़ना चाहिए। वहीं इससे जुड़ा एक शोध भी सामने आया है, जिससे यह पता चलता है कि यदि महिला अनानास का सेवन करती हैं तो प्रीमेच्योर डिलीवरी या कमर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे संबंधित रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
2 - अंगूर : अंगूर के सेवन से भी महिलाओं को दिक्कत महसूस हो सकती है। ऐसे में महिलाएं अपनी डाइट में अंगूर जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। बता दें कि अंगूर के अंदर रेसवेरेट्रॉल योगिक (Resveratrol) मौजूद होता है जो भ्रूण में होने वाले खून के प्रभाव में रुकावट बन सकता है।
3 - कच्चा पपीता : हम बचपन से सुनते आए हैं कि गर्भवती महिलाओं को कच्चे पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। बता दें कि कच्चे पपीते के सेवन से गर्भपात का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि महिलाएं डॉक्टर की सलाह पर कच्चे पपीते पर अपनी राय बनाएं।
गर्भवती महिलाओं को कितने फलों का सेवन करना चाहिए?
गर्भवती महिलाएं नियमित रूप से दनभर में अपनी डाइट में तीन से चार बार फलों का सेवन कर सकते हैं। इससे रिसर्च भी सामने आई है, जिससे यह सिद्ध होता है कि महिलाएं दिन में तीन बार फलों का सेवन कर सकते हैं। रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
कुछ सावधानियां
1 - गर्भवती महिलाओं को फलों का सेवन धोकर करना चाहिए।
2 - गर्भवती महिलाओं को फल काटकर सेवन करना चाहिए।
3 - प्रेगनेंसी के दौरान पके हुए फलों का सेवन ही करें।
4 - गर्भावस्था के दौरान अधपके फलों से बचें।
5 - पहले से कटे फलों का सेवन ना करें।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि प्रेगनेंसी के दौरान कुछ फलों को अपनी डाइट में जोड़ने से मां और भ्रूण दोनों की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि कुछ ऐसी फल भी हैं जो दोनों की सेहत के लिए नकारात्मक साबित हो सकते हैं। ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट में बदलाव करने से पहले या कुछ जोड़ने घटाने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह लेनी जरूरी है।