नोवो नॉर्डिस्क एजुकेशन फाउंडेशन के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय रक्त शर्करा के स्तर (blood sugar levels) को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं। उनके अनुसार, देश में मधुमेह के बढ़ते मामलों के पीछे रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने की आवश्यकता और तरीकों के बारे में खराब जागरूकता प्रमुख कारण हैं।
दरअसल, आपका अग्न्याशय भोजन से पहले और बाद में इंसुलिन हार्मोन को स्रावित करके आपके शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। यह हार्मोन आपके शरीर को ग्लूकोज को अवशोषित करने के संकेत देता है जब तक कि इसका स्तर रक्त में सामान्य न हो जाए। हालांकि, जब आपका अग्न्याशय इंसुलिन स्रावित करना बंद कर देता है, या इसका स्तर आवश्यकता से कम हो जाता है, तो आपकी शर्करा रक्त में नसों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। यह संभावित रूप से मधुमेह, दिल का दौरा, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप आदि का कारण बन सकता है।
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, एक सामान्य व्यक्ति का रक्त शर्करा का स्तर भोजन से पहले 100 mg/dl से कम और भोजन से 1 से 2 घंटे बाद 140 mg/dl कम होना चाहिए। लगातार बढ़े हुए ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि, प्यास लगना, थकान, बार-बार पेशाब आना, धुंधली दृष्टि आदि जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यदि आप भी इस तरह के किसी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य बनाने के तरीके जानें।
नियमित रूप से व्यायाम करें (Exercise regularly)
व्यायाम संभवतः आपके शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है और आपकी मांसपेशियों को रक्त में शर्करा को अवशोषित करने में मदद कर सकता है जिससे रक्त में इसका स्तर कम हो जाता है।
टॉप स्टोरीज़
अपने कार्बोहाइड्रेट सेवन को नियंत्रित करें (Control your carbohydrate intake)
कार्बोहाइड्रेट को शुगर में टूटने और रक्त में इसके स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इसलिए, कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों जैसे चावल, फल, दही, आलू, मिठाई आदि के अपने सेवन से बचें या सीमित करें।
अपने फाइबर का सेवन बढ़ाएं (Increase your fiber intake)
केला, सेब, ब्रेड, बीन्स, फलियां आदि खाद्य पदार्थों में मौजूद फाइबर कार्ब पाचन और चीनी अवशोषण को धीमा कर सकते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर में क्रमिक वृद्धि को बढ़ावा देते हैं।
हाइड्रेटेड रहना (Stay hydrated)
डायबिटीज केयर नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से पानी पीने से ब्लड को रिहाइड्रेट करने में मदद मिलती है और रक्त शर्करा का स्तर कम होता है, जिससे मधुमेह का खतरा कम हो सकता है।
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भोजन पर नियंत्रण (Control food portion)
अपनी डाइट पर ध्यान रखकर अधिक कैलोरी के सेवन को कम किया जा सकता है, जिससे बाद में ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिल सकती है।
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