शरीर को ठीक ढंग से काम करने के लिए एक निश्चित कोलेस्ट्रॉल के लेवल की जरुरत होती है। जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है तो यह आर्टरी ब्लॉकेज, स्टोक्स और अन्य हृदय की समस्याओं का कारण बनता है। कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा एक पदार्थ होता है, जो लीवर से उत्पन्न होता है। मानव शरीर को कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता मुख्यतः कोशिकाओं के निर्माण के लिए, हारमोन के निर्माण के लिए और बाइल जूस के निर्माण के लिए होती है। आप अपने शरीर में बढ़े कोलेस्ट्रॉल के लिए निम्न चार चीज़ों को दोषी ठहरा सकते हैं।
अस्वस्थ खानपान
शरीर में संतृप्त वसा का पूरा इस्तेमाल होने पर भी हाई कोलेस्ट्रॉल पैदा हो सकता है। संतृप्त वसा भोजन ऐसे भोजन में पाई जाती है जिनमें कोलेस्ट्रॉल और फैट ज्यादा होता है। जैसे लाल मांस, मक्खन, पनीर, केक, घी आदि ऐसे ही खाद्य पदार्थ हैं। इनको ज्यादा खाने से बचें और इस प्रकार के ज्यादा वसा वाले पदार्थों का सेवन कम करें।
वंशानुगत कारण
यदि आपके परिवार में किसी को हाई कोलेस्ट्रॉल रहा है तो यह आपके लिए भी चिंता का कारण है। यह आनुवंशिक हाई कोलेस्ट्रॉल भी समय पूर्व ब्लॉकेज और स्ट्रोक का कारण बनता है।
मोटापा
ओवरवेट होना भी हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण है। इसके अतिरिक्त यह आपकी सोशल लाइफ को ख़त्म करते हुए यह ट्राइग्लिसराइड्स को भी बढ़ा देता है जो की आगे जाकर ब्लॉकेज का कारण बनता है। इसलिए, हाई कोलेस्ट्रॉल के खतरे को कम करने के लिए अपने वजन को नियमित रखना जरूरी है।
आयु और लिंग
20 की उम्र के बाद कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ना शुरू हो जाता है। यह कोलेस्ट्रॉल का लेवल 60 - 65 की उम्र तक महिलाओं और पुरुषों में समान रूप से बढ़ता है। मासिक धर्म शुरू होने से पहले महिलाओं में कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम रहता है लेकिन मासिक धर्म के बाद पुरुषों के अपेक्षा महिलाओं में कोलेस्ट्रॉल का लेवल अधिक रहता है। इसलिए, आप उम्र के अनुसार आहार पर ध्यान देते हुए एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें।
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