
Pcos Me Kya Nhi Khana Chahiye: पीसीओएस यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक तरह की हार्मोनल कंडीश्न है। पीसीओएस होने पर ओवरी में कई सिस्ट हो जाते हैं। किसी भी महिला के लिए यह खतनाक कंडीशन हो सकती है, क्योंकि अगर यह समस्या गंभीर रूप ले ले, तो महिला के लिए पीरियड्स बाधित होने लगते हैं। पीरियड्स अनियमित होने के कारण महिलाएं प्रेग्नेंसी कंसीव नहीं कर पाती हैं। यह उनकी फर्टिलिटी और रिप्रोडक्टिव ऑर्गन पर भी नेगेटिव असर डालता है। बहरहाल, कई बार पीसीओएस के कारण महिलाओं का वजन भी बढ़ने लगती है। यही कारण है कि एक्सपर्ट हमेशा पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं को अपने वजन को संतुलित रखने की सलाह देते हैं। यहां तक कि वेट लॉस के लिए कुछ खास किस्म की चीजों का सेवन करने के लिए मना करते हैं। आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि पीसीओएस होने पर वेट लॉस के लिए क्या नहीं खाना चाहिए। इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।
पीसीओएस में बढ़ते वजन को कम करने के लिए क्या न खाएं- Foods To Avoid To Lose Weight With PCOS In Hindi
फ्राइड चीजों से रहें दूर
फ्राइड चीजें, जैसे फ्रेंच फ्राइज, पोटेटो चिप्स, फ्राइड चिकन आदि चीजों से पूरी तरह दूरी बना लें। पीसीओएस में ये चीजें नहीं खानी चाहिए। इनका सेवन करने से वजन बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है। वैसे भी तली-भुनी चीजें या फ्राइड चीजें हमारे स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होती हैं और ये वेट गेन में अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए, अगर किसी को पीसीओएस है, तो उन्हें फ्राइड चीजों से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
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सैच्युरेटेड फूड से बनाएं दूरी
पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के लिए सैच्युरेटेड फैट भी सही नहीं होता है। सैच्योरेटेड फैट को बैड फैट के नाम से जाना जाता है। बैड फैट में ट्रांस फैट भी आता है। यह हमारी हेल्थ के लिए बिल्कुल सही नहीं होता है। इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जिसका बुरा असर हमारे हार्ट पर पड़ता है। पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं को सैच्युरेटेड फैट जैसे बटर आदि से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
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शुगरी ड्रिंक न लें
शुगर भी वेट गेन के लिए जाना जाता है। आमतौर पर शुगर बेस्ड ड्रिंक उन लोगों को नहीं लेना चाहिए, जिन्हें डायबिटीज है या अक्सर ब्लड शुगर की समस्या बनी रहती है। शुगरी ड्रिंग में काफी ज्यादा मिठास होती है। इसमें आर्टिफिशियल शुगर का भी यूज किया जाता है। इस तरह के सभी तत्व फैट को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसमें सोडा, स्पोर्ट्स ड्रिंक आदि शामिल हैं। इनका सेवन करने से बचें।
प्रोसेस्ड स्नैक्स न खाएं
पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को अपना वजन कंट्रोल करने के लिए न सिर्फ फ्राइड चीजों से दूरी बनाए रखनी चाहिए, बल्कि उन्हें प्रोसेस्ड स्नैक्स का सेवन भी नहीं करना चाहिए। प्रोसेस्ड स्नैक्स या फूड, इस तरह के फूड आइटम्स होते हैं, जिन्हें नेचुरल फॉर्म में यूज नहीं किया जाता है। इस प्रक्रिया में कई चरण शामिल हो सकते हैं, जैसे काटना, धोना, गर्म करना, पास्चराइज करना, फ्रोजन करना या ड्राई करना। इस तरह की प्रक्रिया की वजह से कोई भी फूड आइटम अपने नेचुरल फॉर्म नहीं रह जाती है। ऐसी चीजें स्वास्थ्य के लिए लाभकादायक नहीं होती हैं। इसके बजाय, यह वेट गेन में अहम भूमिका निभा सकती है। यह पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के लिए सही नहीं है।
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