
स्मरण शक्ति का क्षीण होना एक बहुत बड़ी समस्या है, खासकर उनके लिए जो पढ़ाई कर रहे है। वैसे अच्छी स्मरण शक्ति का होना सबके लिए जरुरी है, फिर चाहे वो पढ़ाई करने वाला विद्यार्थी हो या काम पर जाने वाला व्यक्ति या घर मं रहने वाली गृहिणी। जिस व्यक्ति की स्मरण शक्ति कमजोर होती है उसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बहुत हीं नुकसान उठाना पड़ता है। जिस व्यक्ति की स्मरण शक्ति कमजोर होती है उसपर लोग किसी काम के लिए भरोसा करने से डरते हैं। स्मरण शक्ति कमजोर होने के कारण पढ़ाई में रिजल्ट ख़राब आता है, व्यापार में घाटा होता है एवं समाज में तथा अपने लोगों से रिश्ता ख़राब होता है।
स्मरण शक्ति ख़राब होने के कारण
यूँ तो स्मरण शक्ति ख़राब होने के कई कारण होते हैं जैसे ब्रेन ट्यूमर, एपिलेप्सी, फिट्स का आना, किसी तरह के दौरे पड़ना, सिर में चोट, तनाव, अपर्याप्त नींद, इत्यादि। लेकिन स्मरण शक्ति कमजोर होने का एक बहुत बड़ा कारण है गलत खाद्य पदार्थ का सेवन करना। जी हाँ! कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जिन्हें खाने से आपकी याददाश्त यानि स्मरण शक्ति कमजोर होती है। ऐसे हीं कुछ खाद्य पदार्थ का जिक्र यहाँ किया जा रहा है।
कोलेस्ट्रोल और संतृप्त चर्बी वाले पदार्थ
बैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया है कि जिन खाद्य पदार्थों में कोलेस्ट्रोल और संतृप्त चर्बी की मात्रा अधिक होती है वे आपके मष्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालते हैं तथा आपकी तंत्रिकाओं एवं कोशिकाओं में सूजन पैदा करते है जिनके परिणामस्वरूप आपकी स्मरण शक्ति कमजोर होती है। पशुओं के मांस में कोलेस्ट्रोल काफी मात्रा में पाए जाते हैं जो आपकी स्मरण शक्ति को कमजोर करते हैं। ये दिल की बीमारियाँ भी पैदा करते हैं। अतः इनके सेवन से बचें या इनका सेवन कम से कम करें। अगर आप मांसाहारी हैं और मांस खाए बिना रह नहीं सकते तो जानवरों के मांस की बजाये मछली खाया करें जो ब्रेन टोनिक के रूप में जाना जाता है एवं जो आपके ह्रदय के लिए भी अच्छा होता है। अगर आप मुर्गा खाने के शौक़ीन हैं तो उसकी त्वचा निकालकर खाएं क्योंकि उसकी त्वचा में चर्बी एवं कोलेस्ट्रोल बहुत हीं ज्यादा मात्रा में होता है जो आपके वजन को बढ़ता है, दिल की बीमारियाँ लाता है तथा स्मरण शक्ति क्षीण करता है।
घी, पनीर त्यागें
वह जमाना गया जब घी खाना बहुत अच्छा माना जाता था एवं यह आपकी वैभवता को दर्शाता था। आज के ज़माने में घी खाना आपकी बेवकूफी एवं नादानी को दर्शाता है। पनीर, छेना, घी, दही में वसा एवं कोलेस्ट्रोल काफी मात्रा में पाए जाते हैं जो आपके स्वास्थ्य एवं दिमाग के लिए ठीक नहीं होते। अगर आप कभी कभार इन चीजों का सेवन कर लेते हों तो ये अलग बात है लेकिन इनका नियमित सेवन न करें अन्यथा आपकी स्मरण शक्ति कमजोर पड़ने लगेगी। दही यूँ तो बहुत हीं फायदेमंद होता है लेकिन उसमें मौजूद वसा उतना हीं नुकसानदेह। इसलिए दही का मट्ठा यानि छांछ बना कर उसका सेवन करें। मट्ठा यानि छांछ आपको हर तरह से लाभ पहुंचाएगा।
शराब
शराब न सिर्फ लीवर को नुकसान पहुंचता है बल्कि यह आपके मष्तिष्क को भी कमजोर करता है और स्मरण शक्ति कमजोर करने के साथ साथ आपके सोचने समझने की शक्ति को भी घटाता है। इसलिए इसका सेवन या तो एकदम न करें या कम से कम करें।
सोया
यूँ तो सोया में प्रोटीन प्रचूर मात्रा में होता है जो आपके शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक होता है लेकिन अत्यधिक मात्रा में सोया के सेवन से भी आपको मष्तिष्क सम्बन्धी विकार घेर सकते हैं, मसलन जड़बुद्धिता, मनोभ्रंश, भूलने की बीमारी इत्यादि। अतः सोया का सेवन सीमित मात्रा में हीं करें।
मीठे पदार्थ
चीनी (शक्कर) या चीनी से बने पदार्थ भी स्मरण शक्ति का ह्रास करते हैं।
हम जो कुछ भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे दिमाग पर पड़ता है इसलिए सोच समझकर हीं खाना चाहिए और उन पदार्थों का पूरी तरह से त्याग कर देना चाहिए या उनका सेवन कम से कम करना चाहिए जिनके सेवन से हमारी स्मरण शक्ति कमजोर होती है।
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