
Flu Symptoms, Causes And Treatment During Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान बुखार होना गंभीर चिंता का विषय है। हालांकि, इसे सही डायग्नोसिस की मदद से ठीक किया जा सकता है। इसके बावजूद, अगर सही समय पर प्रेग्नेंट महिला को प्रॉपर ट्रीटमेंट नहीं मिला, तो इससे गर्भवती महिला के और उसके गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर पड़ सकता है। महिलाएं बुखार की वजह को जानकर, घर में ही अपना उपचार कर सकती है, जिससे स्थिति बिगड़ने से पहले ही कंट्रोल हो जाती है। जानिए, गर्भावस्था में बुखार होने के कारण, लक्षण और बचाव।
प्रेग्लेंसी में बुखार होने की वजह
कई बार, देखने में आता है कि गर्भवती महिलाओं को फ्लू की वजह से बुखार हो जाता है। फ्लू, आमतौर पर श्वसन संक्रमण के कारण होता है। इसका मतलब है कि मरीज को सांस लेने में समस्या होने लगती है। यह बहुत आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो सकता है। यही कारण है कि अगर घर में किसी को फ्लू हुआ है, तो गर्भवती महिला को यह समस्या आसानी से हो सकती है। असल में गर्भावस्था में महिला का इम्यून काफी कमजोर होता है, जिस वजह से संक्रामक बीमारियां, उन्हें अपनी चपेट में ले लेती है।
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प्रेग्नेंसी में बुखार का बच्चे पर प्रभाव
विशेषज्ञों की मानें, तो अगर समय से बुखार का ट्रीटमेंट न किया जाए, तो इसका बच्चों के विकास पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा, बच्चे में न्यूरल ट्यूब में समस्या या अन्य बीमारियां हो सकती हैं। अगर बुखार गंभीर स्थिति में पहुंच जाए, तो प्रेग्नेंसी में भी समस्याएं हो सकती हैं। यहां तक कि कई अध्ययनों से यह भी साबित हुआ है कि प्रेग्नेंसी के दौरान फ्लू होने की वजह से मिसकैरेज भी हो सकता है।
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प्रेग्नेंसी में फ्लू के लक्षण
प्रेग्नेंट महिलाओं में फ्लू होने के कुछ बहुत सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं-
- ठंड लगना,
- सिरदर्द, खांसी, जुकाम
- भूख न लगना
- नाक बंद होना
- बदन दर्द होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- नाक बहना
- गले में दर्द और खराश होना
- शरीर के तापमान स्थिर न रहना
- चक्कर आना
- कमजोरी महसूस करना
प्रेग्नेंसी में फ्लू का उपचार
अगर आप समय रहते डॉक्टर के पास चले जाएं, तो वे आपको एंटीवायरल मेडिकेशन देंगे, जिससे गर्भवती महिला के स्वास्थ्य में सुधार नजर आने लगेगा। साथ ही, लक्षणों में भी कमी देखने को मिलेगी। जहां तक, इन महिलाओं की घर में देखरेख की बात है, तो आप निम्न उपायों को आजमा सकते हैं-
तरल पदार्थ का सेवन करेंः प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अच्छी डाइट जरूर लेनी चाहिए। इसके अलावा, अगर महिला को फ्लू है, तो इस स्थिति में उसे तरल पदार्थ का सेवन बढ़ा देना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
समय पर दवाएं लेंः जो दवाईयां डॉक्टर ने परामर्श के तौर पर दी हैं, उनका समय पर सेवन किया जाना चाहिए। इससे फ्लू के लक्षणों में तेजी से गिरावट आती है।
ठंडी चीजों से दूर रहेंः बुखार के दौरान अपने आसपास का माहौल सामान्य रखें। न ज्यादा ठंडी और न ही ज्यादा गर्म। ठंडी चीजें, खासकर प्रेग्नेंट महिला के स्वास्थ्य को खराब कर सकती है।
बासी चीजें न खाएंः प्रेग्नेंसी के दौरान बासी चीजें खाना बिल्कुल सही नहीं है। इसके साथ ही, अगर आपको फ्लू है, तो ठंडी और बासी चीजें खाने से बुखार के लक्षण बिगड़ सकते हैं।
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